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राज बब्बर को शहर की बदहाली, टूटी ग्रिल, गंदगी और शौचालयों स्थिति बताई

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राज बब्बर को शहर की बदहाली, टूटी ग्रिल, गंदगी और शौचालयों स्थिति बताई

एक तरफ आधुनिक वहीं दूसरी तरफ पुराना गुरुग्राम  मूलभूत सुविधाओं को तरसा 

शिक्षा, साफ-सफाई और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की आवश्यकता 

पूर्व सांसद राज बब्बर ने गुडग़ांव के सदर बाजार में की चाय पर चर्चा

कांग्रेस शहरी जिला अध्यक्ष पंकज डावर संग सुनी शहर की समस्याएं

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद राज बब्बर शहर के सदर बाजार पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ चाय पर चर्चा की। उनके साथ कांग्रेस के शहरी जिला अध्यक्ष पंकज डावर भी मौजूद रहे। चाय की चुस्की के बीच राज बब्बर ने गुरुग्राम से अपने पुराने रिश्ते और शहर की मौजूदा स्थिति पर बातचीत की।

चर्चा के दौरान राज बब्बर ने कहा कि गुरुग्राम उनके लिए नया नहीं है, यहां उनका हमेशा आना-जाना रहा है और लोगों से आत्मीयता का रिश्ता बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सदर बाजार शहर का मुख्य व्यापारिक केंद्र है, जहां छोटा-बड़ा दुकानदार अपने मेहनत से रोजगार चला रहा है। उन्होंने बाजार के व्यापारियों की एकजुटता और आपसी सहयोग की भावना की सराहना की।

राज बब्बर ने कहा कि गुरुग्राम दो हिस्सों में बंटा

लोगों ने राज बब्बर के सामने शहर की बदहाल सडक़ों, टूटी ग्रिल, गंदगी और सार्वजनिक शौचालयों की खराब स्थिति की शिकायत रखी। इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है सरकार को गुडग़ांव के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। जहां एक साल पहले गंदगी थी, वहीं आज भी हालत वैसी ही है। उन्होंने कहा कि जनता टैक्स दे रही है, लेकिन सरकार उसका उपयोग नागरिक सुविधाओं के सुधार में नहीं कर रही। अच्छी शिक्षा, साफ-सफाई और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की आवश्यकता है। राज बब्बर ने कहा कि गुरुग्राम दो हिस्सों में बंटा नजर आता है। एक तरफ हाइवे के पार आधुनिक और चमकदार इलाका, वहीं दूसरी तरफ पुराना गुडग़ांव अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि विकास का लाभ हर क्षेत्र तक समान रूप से पहुंचे।

सडक़ों की हालत सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं

इस मौके पर कांग्रेस के शहरी जिला अध्यक्ष पंकज डावर ने भी सडक़ों की दुर्दशा को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शहर की लगभग हर सडक़ पर ग्रिल टूटी पड़ी है, जो लोगों के लिए खतरा बन चुकी है। नगर निगम इनकी मरम्मत तक नहीं कर रहा। पुराना रेलवे रोड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जहां ग्रिल टूटने के बाद नई लगाई ही नहीं गई। डावर ने कहा कि एमजी रोड पर नगर निगम अपना कई मंजिला कार्यालय बना रहा है, लेकिन उन्हीं सडक़ों की हालत सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा। उन्होंने कहा कि जब तक शहर के मूलभूत ढांचे को दुरुस्त नहीं किया जाता, तब तक गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी कहने का कोई अर्थ नहीं है।

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