स्वस्थ जीवन का आधार ही शुद्ध पर्यावरण: एसएमओ नीरू
स्वस्थ जीवन का आधार ही शुद्ध पर्यावरण: एसएमओ नीरू
पटौदी नागरिक अस्पताल परिसर में किया गया पौधारोपण
सर्व धर्म सभा में कोराना काल में सभी मृतकों को किया याद
फतह सिंह उजाला
पटौदी । स्वस्थ जीवन का आधार शुद्ध पर्यावरण ही है । जितना अधिक पर्यावरण शुद्ध होगा, उतना ही अधिक जीवन भी सभी के लिए जीना बेहद आसान बना रहेगा । चिकित्सा विज्ञान , भारतीय सनातन संस्कृति सहित सभी धर्माचार्य, ऋषि-मुनियों के साथ साथ सभी के आराध्य देव अनादि काल से एक ही संदेश देते आ रहे हैं कि हम सभी को प्रकृति का सम्मान करते हुए उसके अनुरूप ही अपना जीवन जीना चाहिए । यह बात विश्व पर्यावरण दिवस और सर्व धर्म सभा के मौके पर पटौदी नागरिक अस्पताल की सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीरू यादव के द्वारा कही गई ।
इससे पहले पटौदी नागरिक अस्पताल परिसर में ही पौधारोपण भी किया गया और इस मौके पर आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा , गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर ज्योति डबास , डॉ मोनिका ,डॉ राजेश जिंदल, नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती सुशीला, फार्मेसिस्ट अशोक, आशा वर्कर एजुकेटर उर्मिल ,ब्लॉक कोऑर्डिनेटर आरती सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों के द्वारा सामूहिक रूप से 2 मिनट का मौन भी रखा गया।
सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीरू यादव ने इस मौके पर कहा कि बीते 1 वर्ष से भी अधिक समय से देश और दुनिया कोरोना कॉविड 19 जैसी महामारी का दंश झेल रही है । कोरोना कॉविड 19 के कारण अनगिनत परिवारों को अपने घर के किसी न किसी सदस्य को खोना भी पड़ा है । इस दौर की पीढ़ी ने अपने जीवन में ऐसा दुखदाई और हृदय विदारक माहौल कभी नहीं देखा होगा । जब भी कोई गंभीर बीमारी , रोग या महामारी फैलती है ऐसे में सबसे अधिक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आम जनमानस का जीवन बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले साधारण से कर्मचारी से लेकर वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टरों के कंधे पर होती है । अपनी जान की परवाह न करते हुए भी हर हालात में रोगी का जीवन बचाने के लिए जो भी विकल्प उपलब्ध हो, अंतिम समय तक प्रयास किया जाता है ।
कोरोना कॉविड 19 के कारण चाहे किसी भी धर्म वर्ग संप्रदाय से हो लोग पीड़ित और प्रभावित हुए हैं। अपने अपने चिकित्सा क्षेत्र के अनेक विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी कोविड-19 के कारण अकाल मौत के मुंह में जाना पड़ गया है । कुछ ऐसी महामारी भी फैलती है ,जिनका हर संभव प्रयास किया जाने के बावजूद भी पीड़ित अथवा रोगी का उपचार कर पूरी तरह स्वस्थ किया जाना किसी भी विशेषज्ञ डॉक्टर के काबू में नहीं रह पाता है । उन्होंने अपने सहयोगी डॉक्टर सहित पटौदी नागरिक अस्पताल के सभी कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि कोई भी आपदा हो महामारी हो सामूहिक प्रयासों से ही काबू पाते हुए जीवन को सरल बनाया जा सकता है । इसी मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जो कुछ भी युद्ध स्तर पर चिकित्सा क्षेत्र में सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं , निश्चित ही इसका किसी भी बड़ी आपदा के समय में सभी को लाभ मिलेगा । उन्होंने दोहराया कि कोरोना कॉविड 19 जैसी महामारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार के द्वारा जारी की गई सभी गाइडलाइन का ईमानदारी के साथ में पालन किया जाना स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र के लिए बहुत जरूरी है ।
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