पंजाब के राज्यपाल बोले- प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार को कुचला, देश को नई दिशा दी
पंजाब के राज्यपाल बोले- प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार को कुचला, देश को नई दिशा दी
भीलवाड़ा: पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने रविवार को जिले के शाहपुरा तहसील के शंभुपुरा ग्राम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तुलसी गौशाला का शिलान्यास किया. इस अवसर पर आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश चंद्र, गौपालन मंत्री जोराराम कुमावत, सांसद दामोदर अग्रवाल व शाहपुरा विधायक डॉ. लालाराम बैरवा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
गौशाला के शिलान्यास के बाद आयोजित समारोह में राज्यपाल कटारिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने राजनीति में फैले भ्रष्टाचार को अपने पैरों से कुचलने का प्रयास किया और देश को एक नई दिशा दी. कटारिया बोले- इस राजनीति को सबसे ज्यादा कोई खा गया, तो वह भ्रष्टाचार का राक्षक्ष खा गया. उन्होंने कहा कि यदि मताधिकार का प्रयोग ईमानदारी से नहीं किया गया, तो ईमानदारी समाज में कैसे स्थापित होगी? लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है और अगर भ्रष्टाचार मुक्त शासन चाहिए तो सही निर्णय लेना अनिवार्य है.
आर्थिक सुधारों की दिशा में तेजी : राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आर्थिक सुधारों की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जनहित में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिनका असर अब दिखने लगा है. उन्होंने प्रधानमंत्री की योजनाओं, जैसे कि डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान और आत्मनिर्भर भारत योजना की भी सराहना की और कहा कि ये योजनाएं देश को विकास के नए आयाम तक ले जा रही हैं.
गौ संरक्षण का महत्व : राज्यपाल ने गौ संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि गाय नहीं बची तो देश में खेती का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. उन्होंने कहा कि गाय गुणों की खान है, परंतु दुर्भाग्यवश इसके प्रति षड्यंत्रपूर्वक अश्रद्धा उत्पन्न की गई, जिससे नागरिकों की आस्था कम हो गई. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में हमारी माताएं जब गाय की सेवा करती थीं, तो उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता था.
गौवंश संरक्षण की आवश्यकता : राज्यपाल ने गौवंश संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सरकार को इस दिशा में और अधिक कार्य करने होंगे. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने गौशालाओं के अनुदान की शुरुआत की, जिससे गौ संरक्षण को बल मिला. उन्होंने बताया कि जब वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में गौशालाओं को सहायता दी गई, तो उसके लिए रजिस्ट्रियों पर टैक्स लगाकर तीन महीने की सहायता दी गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में गौशालाओं को और अधिक सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता है, ताकि गौवंश की देखभाल सुचारू रूप से की जा सके.
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता : इस अवसर पर गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि राज्य सरकार गौवंश संरक्षण को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है. सरकार गौशालाओं को अनुदान बढ़ाने के साथ-साथ नंदीशाला खोलने, मंगला बीमा योजना व मोबाइल वेटरनरी वेन योजना जैसी योजनाओं को क्रियान्वित कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में गौशालाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए नई योजनाएं ला रही है, जिससे किसानों और पशुपालकों को भी लाभ मिलेगा.
राज्यपाल ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि गौमाता का महत्व न केवल भारत में, बल्कि भविष्य में पूरी दुनिया समझेगी और हर घर में गौ संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि गौसेवा को सामाजिक आंदोलन बनाना होगा, ताकि समाज में गौवंश के प्रति सम्मान और संवेदना बनी रहे. उन्होंने समारोह में उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे गौसेवा और संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाएं और इसे अपनी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बनाएं.
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