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बाबा हरदेवा के जन्मोत्सव पर निकाली शोभायात्रा

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बाबा हरदेवा के जन्मोत्सव पर निकाली शोभायात्रा

होली पूजन के दिन हुआ था बाबा हरदेवा का जन्म

शोभा यात्रा के दौरान भक्तजन लिए रहे बाबा का छत्र

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेली मंडी नगर पालिका इलाके में पटौदी रेलवे स्टेशन के साथ जाटोली गांव में के रहने वाले चमत्कारी बाबा हरदेवा के जन्मोत्सव के मौके पर होली के दिन रविवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया । बाबा हरदेवा मित्र मंडल एवं जटौली, हेली मंडी, टोडापुर सहित आसपास के गांवों और दूरदराज के शहरों से बाबा हरदेवा की शोभायात्रा में शामिल हुए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था ।

शोभा यात्रा के दौरान बाबा हरदेवा के प्रत्येक भक्त अथवा श्रद्धालु के हाथ में भगवा ध्वज जिस पर बाबा हरदेवा और गाय का चित्र अंकित था, धारण किए हुए श्रद्धा भाव से चलता रहा । यह शोभायात्रा बाबा हरदेवा मंदिर परिसर से आरंभ हुई और जाटोली ,अनाज मंडी हेली मंडी, टोडापुर सहित पूरे जाटोली, हेली मंडी क्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण मार्गों और बाजार से होती हुई पुनः बाबा हरदेवा मंदिर पर शोभा यात्रा का समापन हुआ । बाबा हरदेवा गौ भक्त प्रेमी और गौ सेवक के साथ-साथ गौ संरक्षक भी रहे हैं ।

बाबा हरदेवा के विषय में बड़े बुजुर्ग बताते हैं की अंग्रेजों के समय में उनकी गाय का एक बछड़ा ट्रेन के सामने आ गया और बछड़ा हादसे का शिकार हो गया । जब यह बात बाबा हरदेवा को मालूम हुई तो वह बेहद क्रोधित हुए । उन्होंने उसी समय में अपने तपोबल से ट्रेन के इंजन को जाम कर दिया ,कई घंटों की मशक्कत और रेल इंजन के इंजीनियरों की माथापच्ची के बाद भी जब इंजन नहीं चला तो उस समय के किसी बुजुर्ग ने अंग्रेजी हुकूमत के अफसरों को बाबा हरदेवा के तपोबल और गौ प्रेम के विषय में बताया। इसके बाद में अंग्रेजी हुकूमत के अफसरों के द्वारा बाबा हरदेवा से माफी मांगी गई, उसके बाद ही चमत्कारिक रूप ट्रेन का इंजन भी सही हो गया। बाबा हरदेवा के एक नहीं अनेक चमत्कार बताए गए और आज के दौर में भी बाबा हरदेवा के तपोबल एवं एवं कर्म स्थल परिसर में उनकी धवल आदम कद प्रतिमा को स्थापित कर भव्य मंदिर का निर्माण किया जा चुका है । यहां विशेष रूप से होली और दुल्हंडी के दिन देश के विभिन्न प्रांतों से बाबा हरदेवा के भक्त और श्रद्धालु उनके दर्शन करने और आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं । होली का विशेष महत्व इस दृष्टिकोण से और अधिक बढ़ जाता है कि होली के दिन ही बाबा हरदेवा का जन्म हुआ था । यही कारण है कि होली पूजन के दिन बाबा हरदेवा का जन्मोत्सव और उसके अगले दिन जन्मोत्सव के उपलक्ष पर विशाल भंडारे के साथ मंदिर परिसर में ही बाबा हरदेवा की याद में दंगल का भी आयोजन करवाया जाता आ रहा है।

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