प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित यूपी पुलिस के कई बड़े अफसरों के खिलाफ एससी/ एसटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित यूपी पुलिस के कई बड़े अफसरों के खिलाफ एससी/ एसटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज
योगी आदित्यनाथ पर तंवर के गम्भीर आरोप, जेल में तंवर की हत्या कराना चाहते हैं या एनकाउंटर कराना चाहते हैं योगी आदित्यनाथ
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश में लखनऊ में राजद्रोह के केस झेल रहे भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। नवाब सतपाल तंवर पर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली थाने में देशद्रोह की धारा 124 ए सहित 153 (1) बी, 505 (1) बी, 120 बी और आईटी एक्ट 66 की गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। राजद्रोह के इस संज्ञय और अजमानतीय अपराध में भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। तंवर का कहना है कि उन्हें मिथ्या, द्वेषपूर्ण तरीके से राजनीतिक सियासी दवाब में फंसाया जा रहा है। तंवर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गम्भीर आरोप लगाएं हैं। तंवर का कहना है कि उनके ऊपर देशद्रोह का केस दर्ज करना उनकी न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश है। उनके संवैधानिक अधिकारों, मौलिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी का कत्ल किया जा रहा है। तंवर का आरोप है कि योगी आदित्यनाथ और उसकी पुलिस मिथ्या, द्वेषपूर्ण कोई फोटोशॉप युक्त झूठी और गूढ़ रचना करके उनको फंसा रही है। तंवर आरएसएस और भाजपा के कट्टर विरोधी हैं इसीलिए उन्हें इस झूठे देशद्रोह के मामले में फंसाया गया है। भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर ने योगी आदित्यनाथ पर गम्भीर आरोप लगाए हैं कि योगी जी उन्हें गिरफ्तार करके आजीवन जेल में डालना चाहते हैं और जेल में ही उनकी हत्या करा देना चाहते हैं। तंवर का ये भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इशारे पर योगी आदित्यनाथ उनका एनकाउंटर कराना चाहते हैं।
भीम सेना चीफ ने देशद्रोह के मुकदमे से बचने के लिए भीमास्त्र चला दिया है। जिससे बच पाना योगी आदित्यनाथ के लिए भी संभव नहीं है। इस भीमास्त्र से पूरे उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हल्के में भूचाल आ गया है और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी भी इधर-उधर बगले झांकते नजर आ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ और नवाब सतपाल तंवर के बीच सीधे टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नवाब सतपाल तंवर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी एच. सी. अवस्थी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार, लखनऊ के एडीजी पुलिस कमिश्नर ध्रुव कांत ठाकुर और लखनऊ हजरतगंज कोतवाली थाने के दरोगा संजय यादव पर एससी एसटी/ एक्ट के सेक्शन 3 की धारा पी और क्यू के तहत देशद्रोह की धारा 124 ए और 153 (1) बी, 505 (1) बी, 120 बी के तहत शिकायत दर्ज करा दी है। भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर ने अपने ऊपर दर्ज राष्ट्रद्रोह के मामले को झूठा और फर्जी बताया है। जो नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ द्वारा राजनीतिक द्वेषभावना से कराया गया है। तंवर ने हरियाणा के गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को ईमेल के माध्यम से शिकायत की है और उसकी एक प्रति महामहिम राष्ट्रपति महोदय, अनुसूचित जाति/ जनजाति आयोग, दिल्ली के चेयरमैन और मानवाधिकार आयोग, दिल्ली के चेयरमैन को भी भेजी है। नवाब सतपाल तंवर ने बताया कि किसी गैर अनुसूचित जाति के सदस्य या सदस्यों के द्वारा या किसी लोक सेवक द्वारा किसी अनुसूचित जाति के सदस्य पर मिथ्या, द्वेषपूर्ण कानूनी कार्रवाई करना या मुकदमा दर्ज करना एससी/ एसटी एक्ट में गम्भीर अपराध है। तंवर के इस कानूनी दांव से उत्तर प्रदेश का सियासी माहौल गरमा गया है। तमाम राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दलित नेताओं को देशद्रोह के झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगा रहे हैं वहीं नवाब सतपाल तंवर ने एससी/ एसटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कराकर सियासी पारे को चढ़ा दिया है। देखना दिलचस्प होगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के बड़े पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एससी/ एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई होती है या फिर भीम सेना के मुखिया नवाब सतपाल तंवर को देशद्रोह के आरोप में जेल जाना पड़ता है। हालांकि तंवर के कानूनी दांवपेंच में उत्तर प्रदेश की पुलिस सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी घिरते नजर आ रहे हैं। मामले ने बड़ा सियासी रूप ले लिया है और देशद्रोह की धारा पर भी विवाद बढ़ता जा रहा है।
Comments are closed.