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कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदारी से ओतप्रोत थे प्रदीप डागर: सुनीता रानी

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कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदारी से ओतप्रोत थे प्रदीप डागर: सुनीता रानी

शहीद इंस्पेक्टर प्रदीप डागर की पत्नी सुनीता को किया सम्मानित

इंस्पेक्टर प्रदीप डागर कोरोना महामारी में हार गए थे जिंदगी की जंग

केवल 20 वर्ष की आयु में बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस में हुए भर्ती

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम ।
 हरियाणा पुलिस द्वारा 21 से 31 अक्टूबर तक मनाए जा रहे पुलिस शहीद सम्मान सप्ताह के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ-साथ उनके परिजनों को भी सम्मानित किया जा रहा है । इसी कड़ी में आरटीसी भोंडसी की कल्याण निरीक्षक सुनीता रानी के द्वारा गांव अलीपुर में शहीद इंस्पेक्टर प्रदीप डागर की पत्नी सुनीता रानी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया । इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलीपुर में ही एक समारोह का आयोजन किया गया।

इंस्पेक्टर सुनीता रानी ने बताया कि केवल मात्र 20 वर्ष की आयु में ही 23 जुलाई 1962 को जन्मे प्रदीप डागर हरियाणा पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हो गए थे । उन्होंने कहा इंस्पेक्टर प्रदीप डागर का अपने अधीनस्थ और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ में आत्मीयता पूर्ण व्यवहार रहा । कर्तव्य के प्रति अपनी निष्ठा और ईमानदारी के कारण इंस्पेक्टर प्रदीप डागर को समय-समय पर प्रमोशन मिलती रही। उनके सराहनीय और उत्साहवर्धक कार्यों के कारण ही इंस्पेक्टर प्रदीप डागर को अपने सेवा कार्यकाल के दौरान विभिन्न प्रकार के 46 प्रशंसा पत्र भी विभिन्न अधिकारियों के द्वारा प्रदान गए । उन्होंने बताया जिस समय पूरा विश्व और भारत देश कोरोना जैसी जानलेवा महामारी के कारण आतंकित था। आम आदमी अपने घरों में दुबके हुए थे । उस समय सड़कों पर गली मोहल्लों में तमाम पुलिस कर्मचारी और अधिकारी अपनी ड्यूटी और कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे ।

कोरोना महामारी के दौरान पुलिस विभाग को विभिन्न कार्यों की वजह से अतिरिक्त कार्यभार भी संभालते हुए आम लोगों को कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाने रोगियों को उपचार के लिए ले जाने , जरूरतमंद पीड़ितों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने, भोजन की व्यवस्था करवाने जैसे विभिन्न प्रकार के कार्य करने पड़े। इन्हीं सब प्रकार के कार्यों को करते हुए इंस्पेक्टर प्रदीप डागर करोना से संक्रमित हो गए और 20 जून 2020 को हरियाणा पुलिस के इस बहादुर इंस्पेक्टर प्रदीप डागर का देहावसान हो गया। अपनी जान की भी परवाह न करते हुए समाज हित में आम जनमानस की जिंदगी को बचाने के लिए समर्पित इंस्पेक्टर प्रदीप डागर की इंसानियत और उनकी कर्तव्यनिष्ठा आज सभी के लिए प्रेरणा बन चुकी है । इसी मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलीपुर की प्रिंसिपल ने भी दिवंगत इंस्पेक्टर प्रदीप डागर के कार्यों की सराहना करते हुए उपस्थित छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि जीवन में जो भी कार्य की जिम्मेदारी मिले , उसको पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ में पूरा करना चाहिए । इस मौके पर दिवंगत इंस्पेक्टर प्रदीप डागर के पुत्र राहुल डागर , पुत्री भानु डागर, थाना प्रबंधक जयवीर सिंह भोंडसी, अलीपुर के सम्मानित इंस्पेक्टर महिंद्र, , धरमवीर , पदम,  सतीश, जितेंद्र यादव , सब इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश , सहायक उप निरीक्षक अनीता देवी अन्य प्रबुद्ध नागरिकों के द्वारा दिवंगत स्वर्गीय इंस्पेक्टर प्रदीप डागर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
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