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एनजीटी के आदेश पर हेलीमंडी डंपिग यार्ड पहुची प्रदूषण बोर्ड की टीम

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एनजीटी के आदेश पर हेलीमंडी डंपिग यार्ड पहुची प्रदूषण बोर्ड की टीम

बढ़ सकती हैं हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन की मुश्किलें

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रीजनल ऑफिस की टीम के द्वारा दौरा

हेली मंडी तरुण त्रिवेणी साइट पर डंपिंग यार्ड का मुआयना

जाटोली में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी किया गया निरीक्षण

रिपोर्ट तैयार कर एनजीटी को सौंपी जाएगी मौके की रिपोर्ट

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 पोल्यूशन नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिस के अधिकारियों की टीम के दौरे के बाद हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं । संबंधित टीम और अधिकारियों के द्वारा एनजीटी के निर्देशानुसार हेली मंडी नगरपालिका के वार्ड नंबर 7 मिर्जापुर रोड पर तरुण त्रिवेणी साइट और अनुसूचित वर्ग की बस्ती सहित चारों तरफ आवासीय क्षेत्र के बीचो बीट बनाए गए डंपिंग यार्ड का मौका मुआयना किया गया।

सूत्रों के मुताबिक इस स्थान पर जो की आबादी और शहर के बीचो बीच मध्य है । कथित रूप से यहां पर एनजीटी के दिशा निर्देशों के मुताबिक कूड़ा करकट डालने सहित डंपिंग यार्ड बनाना पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उचित नहीं है । इस संदर्भ में पहले भी पटौदी के तत्कालीन एसडीएम के द्वारा अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा जा चुका है कि वार्ड नंबर 7 मिर्जापुर रोड तरुण त्रिवेणी साइट जहां पर हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा डंपिंग यार्ड बनाकर कूड़ा करकट डाला जा रहा है, वह मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। दूसरा महत्वपूर्ण यह स्थान आवासीय बस्ती के मध्य में है । कूड़ा करकट डालने और डंपिंग यार्ड बनाने से उपद्रव होने की आशंका से भी इनकार नहीं है । सूत्रों के मुताबिक एनजीटी के पास पहुंची शिकायत के बद ही हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र के संबंधित डंपिंग यार्ड साइट पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिस के अधिकारी संदीप सिंह व अन्य के द्वारा मौका मुआयना किया गया। यहां का मुआयना करने के बाद यह टीम राजकीय कालेज जाटोली के बगल में बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के लिए भी पहुंची। इस मौके पर हेली मंडी नगरपालिका सचिव पंकज जून , पालिका के कनिष्ठ अभियंता, शिवकुमार, महेंद्र सिंह, करतार, नंबरदार डालचंद, मोनू शर्मा सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे ।

एनजीटी के एक्शन का अब इंतजार
इस पूरे प्रकरण में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिस से मौका मुआयना के लिए पहुंचे रीजनल ऑफिसर संदीप सिंह से बात की जाने पर उन्होंने बताया कि एनजीटी के निर्दाेषों के बाद ही हेली मंडी नगर पालिका के द्वारा डाले जा रहे कूड़ा करकट के डंपिंग यार्ड साइट का निरीक्षण सहित मौका मुआयना किया गया है । इसके साथ ही जाटोली कॉलेज के पास सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी वहां पहुंचकर जायजा लिया गया । उन्होंने बताया कि एनजीटी के निर्देशानुसार ही और स्थानीय निवासियों के द्वारा एनजीटी में दी गई शिकायत के उपरांत शुक्रवार को मौका मुआयना किया गया। जो भी कुछ रिपोर्ट तैयार की जाएगी, वह रिपोर्ट एनजीटी के निर्देशों के अनुसार एनजीटी को सौंप दी जाएगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्य जानकारी देने में असमर्थता जाहिर की। अब देखना यह है कि स्थानीय निवासियों के निरंतर विरोध और पटौदी के पूर्व एसडीएम के द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को नजरअंदाज करते हुए हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा अनुसूचित वर्ग की बस्ती और आवासीय क्षेत्र के बीच में बनाए गए कूड़ा करकट डालने के लिए डंपिंग यार्ड से बिगड़ रहे प्रदूषण और पर्यावरण सहित आसपास के रहने वाले लोगों को बदबू और दुर्गंध के कारण हो रही परेशानी को देखते हुए एनजीटी के द्वारा क्या और किस प्रकार की कार्रवाई अमल में लाई जा सकेगी।

पहले दिन से ही हो रहा विरोध
हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में वार्ड नंबर 7 बाबा हरदेवा कॉलोनी के निकट तरुण त्रिवेणी परिसर के साथ बनाए गए कूड़ा निस्तारण के लिए डंपिंग यार्ड साइट का इसके पहले दिन से ही विरोध होना आरंभ हो गया था । कथित रूप से पालिका चेयरमैन उच्च राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने की वजह से इसी स्थान पर ही डंपिंग यार्ड बनाने के लिए एक प्रकार से जिद पकड़े हुए हैं । हालांकि एसडीएम की रिपोर्ट में भी संबंधित स्थान पर डंपिंग यार्ड को लेकर जन आक्रोश और जन उपद्रव की आशंका व्यक्त की जा चुकी है । डंपिंग यार्ड में डाले जा रहे कूड़ा करकट के ढेर में बीते 1 वर्ष के दौरान कम से कम तीन बार रहस्य में तरीके से आग भी लग चुकी है । जिसके कारण आसपास के निवासियों के द्वारा कई बार विरोध प्रदर्शन तक भी किए जा चुके हैं । वही कथित रूप से कूड़ा निस्तारण अथवा डंपिंग यार्ड साइट एनजीटी के दिशा निर्देशों के मुताबिक शहर के मध्य या आवासीय क्षेत्र के बीच में बनाया जाना एनजीटी की गाइडलाइन और निर्देशों के मुताबिक सही नहीं है।
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