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नवजात बच्चियों के तीन सौदागर पुलिस ने किए गिरफ्तार

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नवजात बच्चियों के तीन सौदागर पुलिस ने किए गिरफ्तार

नवजात बच्चियों को तीन लाख में अलवर में बेचने की थी डील

आरोपियों को चोरीशुदा दो नवजात बच्चों सहित किया काबू

आरोपियों में दो महिलाएं तथा एक पुरूष भी है शामिल

पुलिस ने एक टैक्सी चालक की सहायता से किया भंडाफोङ

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम।
 नवजात बच्चों को चोरी करके बेचने वाली दो महिलाओं व एक व्यक्ति सहित कुल तीन आरोपियों को चोरीशुदा दो नवजात बच्चों सहित काबू करके बच्चे चोरी करने वाले गिरोह का थाना डी.एल.एफ. फेस-3, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने एक टैक्सी चालक की सहायता से भण्डाफोङ किया है।’आरोपियों के कब्जा से बरामद की गई दोनों बच्चियों को आरोपी दिल्ली से चोरी करके अलवर ले जा रहे थे । तीन लाख में बच्चियों को बेचने की डील पक्की कर रखी थी, टैक्सी चालक को संदेह होने पर आरोपियों को लेकर सीधा पुलिस थाना पहुँच गया।

एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने जानकारी देते बताया कि आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर विभिन्न स्थानों से नवजात बच्चों को चोरी कर, उसके बाद जहां अच्छे रुपए मिलते वही पर बच्चों को बचने की वारदातों को बेचते थे। आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड पर लेकर अन्य साथी आरोपियों व अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जाएगी, आरोपियों से बड़े खुलाशे होने की उम्मीद है।’ बच्चे चोरी करके बेचने वाले गिरोह के तीन आरोपियों को काबू करने में अहम भूमिका अदा करने वाले टैक्सी चालक को हौसला अफजाई के लिए पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम द्वारा 25 हजार रुपयों का नगद ईनाम व प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित किया जाएगा।’

3 नहीं 4 हजार रूपए किराया देंगे
पुलिस आयुक्त,  गुरुग्राम द्वारा चलाई गई विशेष मुहिम के तहत ओला-उबेर  व अन्य लोकल टैक्सी चालकों को सवारी बैठाने के बाद उन पर नजर रखने व कोई संदिग्ध होने की सूचना पुलिस को देने के प्रोत्साहन स्वरूप परिणामस्वरूप शनिवार को पुलिस थाना डी.एल.एफ. फेस-3, गुरुग्राम में उमेश लौहिया पुत्र श्री बिशम्बर निवासी नाथूपुर, गुरुग्राम ने बताया कि वह टैक्सी चालक है। दिल्ली से अपने गाँव नाथूपुर गुरुग्राम अपनी गाङी से आ रहा था। जब यह धौला कुँआ पहुंचा तो दो औरतों ने इससे गाडी रुकवाने का इशारा किया तो इसने महिला होने के कारण अपनी गाङी को रोक दिया। दोनों महिलाएं अपनी गोद में करीब 20 से 25 दिन के दो बच्चों को लिए हुए थी और उनके साथ एक व्यक्ति भी था। उन्होंने इससे इफ्को चौक, गुरुग्राम छोडने के लिए कहा तो इसने उन्हें गाङी में बैठा लिया । धौला कुँआ से थोडी दूर चलने के बाद उस व्यक्ति व उन महिलाओ ने इससे कहा कि क्या यह इन्हे अलवर राजस्थान छोड सकता है तो इसने कहा 3000/- रुपये लगेगे, अलवर राजस्थान छोड देगा । उन्होनें कहा कि 4000/- रुपये दे देगे , हमे अलवर राजस्थान छोड दो और वापिस घोडे़ वाला मंदिर रघवीर नगर, दिल्ली छोड़ना होगा। इस बात पर यह सहमत हो गया। यह उन्हें लेकर खेडकी दौला टोल, गुरुग्राम से पहले इसने अपनी गाडी मे सीएनजी भरवाई फिर यह उन्हे लेकर अलवर के लिए चल दिया।

अचानक कहा कि हमें अलवर नहीं जाना
गाङी में बैठी महिलाओं से इससे कहा कि कोई कैमिस्ट की दुकान आए तो बच्चो के लिए दुध व दूध की बोतल लेनी है। इसने मानेसर फ्लाईवर पार करने के बाद मार्केट में गाडी रोकी तो गाडी में बैठे व्यक्ति ने मैडीकल स्टोर से दुध की बोतल व हलवाई की दुकान से दुध लिया। गाङी में बैठी एक महिला के पास फोन आया जो आपस मे बाते कर रहे थे की दो घंटे मे अलवर पहुँच जाएंगे रात को नही रुकेगे वापिस आ जाएंगे। थोडी देर बाद फिर महिला के पास फोन आया जो गाडी में बैठी महिला ने कहा की तीन लाख रुपये हमें चाहिए, तभी गाडी मे बैठी महिलाओं ने कहा इन्हें अलवर नही जाना। उनके कहने पर यह मानेसर फ्लाईवर अंडरपास से वापिस गुरुग्राम के लिए चला तो इसके संदेह हुआ कि ये इन बच्चों को चोरी करके लेकर आए है। तभी इसने उन लोगों से कहा कि मुझे डीएलएफ फेस -3 मोलसरी मैट्रो स्टेशन, गुरुग्राम से कुछ सामान लेना है। उसके बाद यह इन्हें दिल्ली छोड देगा। यह मोलसरी रोड मैट्रो स्टेशन, गुरुग्राम के पास थोडी देर गाडी रोकी और यह मार्केट चला गया। मार्केट से आकर इसे उन दोनों महिलाओं व उस व्यक्ति पर पूरा शक हो गया कि  ये व्यक्ति बच्चों को बेचने की नियत से कही से चोरी करके लेकर आए है तो यह गाङी को दोनों महिलायों, एक व्यक्ति व दो नवजात बच्चो सहित लेकर थाना डीएलएफ फेस-3 गुरुग्राम पहुँच गया जहां पर पुलिस ने इन्हें काबू कर लिया।

बच्चियों को तीन लाख में अलवर में बेचने की डील
निरीक्षक मनोज कुमार, प्रबन्धक थाना डी.एल.एफ. फेस-3, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए शिकायत पर मामला दर्ज किया व दोनों आरोपी महिलाओं व एक आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान सुरिन्द्र कौर पत्नी दलबीर सिहं निवासी 6 सी रणजीत टांसपोर्ट नगर अलवर राजस्थान, उम्र 45 वर्ष, नेहा पत्नी हेमन्त कुमार निवासी जी 9/87सेक्टर-16 रोहीणी दिल्ली 85, उम्र 32 वर्ष और हरजिन्द्र सिहँ पुत्र अमोलक सिहँ निवासी गाँव दोगंडी थाना गोविन्दगढ जिला अलवर, राजस्थान, उम्र 32 वर्ष के रूप में की गई। पुलिस पूछताछ की तो आरोपियों से प्रारम्भिक पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बच्चों को चोरी करते है और जहां इन्हें अच्छे रुपए मिलते है वही पर ये बच्चों को बेच देते है। इनके कब्जा से बरामद हुई दोनों बच्चियां इन्हें इनके साथियों ने दिल्ली से चोरी करके दी थी और इन्होंने इन बच्चियों को तीन लाख रुपयों में अलवर में बेचने के लिए डील तय की हुई थी। रुपए कम करने के कारण इनकी डील कैन्सिल हो गई तो इसी दौरान जिस गाङी से ये अलवर जा रहे थे उस गाङी के ड्राईवर को इन पर शक हो गया और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी और पुलिस ने इन्हें काबू करके गिरफ्तार कर लिया।

2014 से बच्चे चोरी कर बेचने का काम
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि ये वर्ष 2014 से बच्चे चोरी करके बेचने का काम कर रहे है। ये बच्चें चोरी करके बेचने का काम अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर करते है और जहां पर बच्चों के अच्छे रुपए मिल जाते है यह उन्हें बेच देते है। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त आरोपियों के कब्जा से 02 नवजात बच्चियां बरामद की गई’ है, जिनके परिजनों की जानकारी के बारे में पुलिस टीम द्वारा प्रत्येक माध्यम से हर सम्भव प्रयास किए जा रहे है। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाएगा। पुलिस रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से अन्य साथी आरोपियों व अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जाएगी। पुलिस को पूरा यकीन है कि यह गिरोह एक बड़े पैमाने पर काम करता है और काबू किए गए उपरोक्त आरोपियों से बड़े खुलाशे होने की पूर्ण उम्मीद है।

टैक्सी चालक उमेश को 25 हजार का इनाम
बच्चे चोरी करके बेचने की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय एक ’बड़े गिरोह के उपरोक्त 03 आरोपियों को काबू करने में अहम भूमिका निभाने वाले टैक्सी चालक  उमेश लौहिया निवासी नाथूपुर, गुरुग्राम’ को  के.के. राव पुलिस, आयुक्त गुरुग्राम ने उनके द्वारा उपरोक्त आरोपियों को सफलता से काबू करने में अदा की गई भूमिका, सहयोग व समझदारी की सराहना करते हुए उनका हार्दिक धन्यवाद किया है और कहा है कि गुरुग्राम पुलिस को इनकी समझदारी और उनके सहयोग पर गर्व है।  पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम ने  उमेश लौहिया को उनके द्वारा किए गए उपरोक्त सराहनीय कार्य के लिए उनके हौसला अफजाई हेतु 25 हजार रुपयों का नगद ईनाम व प्रथम श्रेणी प्रसंशा-पत्र देकर उन्हें सम्मनित करने की घोषणा भी की है।’

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