Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

पीएम मोदी ने कहा मालासेरी न म्हारों प्रणाम गुर्जर समाज शोर्य, पराक्रम व देशभक्ति का पर्याय रहा है-पीएम मोदी

31

पीएम मोदी ने कहा मालासेरी न म्हारों प्रणाम गुर्जर समाज शोर्य, पराक्रम व देशभक्ति का पर्याय रहा है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने घोषणा के बजाया दिया कमल संदेश, बताया संयोग

भीलवाड़ा, !प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार को भीलवाड़ा जिले के मालासेरी यात्रा धार्मिक व सियासी संदेश वाली ही रही। उनके द्वारा कार्यक्रम में कोई घोषणा न करने से जरूर लोगों में मायूसी का भाव दिखा पर पीएम मोदी ने गुर्जर समाज को अपने भाषण गदगद जरूर कर दिया। गुर्जर समाज की संस्कृति व राष्ट उत्थान के लिए की भूमिका को याद दिलाकर समाज को एकजुट होकर राष्ट निर्माण में आगे आने का सियासी संदेश जरूर दे दिया। पीएम मोदी ने मालासेरी न म्हारों प्रणाम कह कर सभा को गदगद कर दिया।
पीएम मोदी ने दिया मालासेरी से संदेश – कमल संदेश- उन्होंने कहा – भगवान देवनारायण जन्म कमल पर हुआ, संयोग है जी 20 के लोगो में भी कमल पर पृथ्वी समाहित है । उन्होंने जोर देकर फिर हमारी तो पैदाइश ही कमल के साथ है। जाहिर है कार्यक्रम सामाजिक-सांस्कृतिक लेकिन मोदी का सियासी संदेश कमल। सभा में सुनने वालों को तो कमल का संदेश समझ आ गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मालासेरी डूंगरी में सभा स्थल पर मन्दिर के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल ने साफा बांध कर किया स्वागत किया। सवाई भोज के महंत सुरेशदास ने शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया। पुजारी पोसवाल ने प्रधानमंत्री को जयपुर से निर्मित भगवान देवनारायण की चांदी से निर्मित कमल में सवार प्रतीकात्मक भगवान देवनारायण की मूर्ति भेंट की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देवानारायण भगवान को बुलावा आया तो मैं भी यहां आ गया। यहां अभी तक कोई प्रधानमंत्री नहीं आया है। मैं, पूरे विरक्त भाव से आप की ही तरह एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने आया। मै यहां विश्व कल्याण, देश व आम जन की खुशहाली की कामना लेकर आया हूं। अनवरत राष्टसेवा व गरीबो के कल्याण के लिए काम करते रहने का आर्शिवाद लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि गुर्जर समाज शोर्य, पराक्रम व देशभक्ति का पर्याय रहा है। 21 वीं सदी का कालखंड भारत के लिए अहम है। ऐसे में समाज को एकजुटता दिखाकर देश के विकास के लिए बढ़ना है।
पीएम मोदी ने भगवान देवनारायण को उर्जा का पंुज बताते हुए कहा कि उन्हांेने लोगों के जीवन व संस्कृति की रक्षा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक ताकतों पर तंज कसा और कहा कि भारत को तोड़ने की कोशिश कई बार की गई, लेकिन भारत अटल है, अजर है, अमर है। उन्होंने कहा कि समाज व देश के कोटि कोटि की शक्ति की वजह से ही हमारी ताकत मजबूत हुई है। उन्होंने भगवान देवनारायण की स्तुति की और समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ व एकजुटता पर उनके योगदान को नमन किया। देवनारायण के प्रति समाज के हर वर्ग में श्रद्धा एवं आस्था है। इस लिए वह आज भी परिवार की मुखिया की तरह है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमें अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए, गुलामी की मानसिकता को भूलाते हुए विकास व बदलाव के पथ पर बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने राजस्थान के शौर्य व बलिदान को प्रणाम किया और कहा कि तेजाजी, पाबू, गोगाजी, जननायकों ने हमेशा देश को रास्ता दिखाया है। इसमें भी गुर्जर समाज का अपना अहम योगदान है। समाज ने शौर्य के प्रहरी की भूमिका निभाई। उन्होंने रामबाई व पन्नाधाय को भी याद किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इककससी सदी का यह कालखंड विकास के लिए अहम है। आज पूरी दुनियां भारती की तरफ पूरे उम्मीद से देख रही है, भारत ने जिस प्रकार से अपना दमखम दिखाया है, उसने इस धरती का भी गौरव बढ़ाया है। भारत आज डंके की चोट कहता है। विदेशाों पर आत्म निर्भरता कम कर रहा है। भगवान देवनाराण के आशीर्वाद से हम अपना परमच समूचे विश्व में लहराएंगे।
इससे पूर्व हेलीपेड़ पर पीएम मोदी का केन्द्रिय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, भाजपा प्रभारी चंद्रशेखर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, सांसद सुभाष बहेड़िया, कर्नाटक राज्यपाल के ओएसडी शंकरलाल गुर्जर ने अगवानी की। विधायक कैलाश मेघवाल विठलशंकर अवस्थी, गोपीचंद मीणा, जब्बरसिंह सांखला, पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर, सभापति राकेश पाठक, भाजपा जिला अध्यक्ष लादूलाल तेली, रोशन मेघवंशी ने स्वागत किया।
मालासेरी में उमड़ा सैलाब-
भगवान देवनारायण के जन्मस्थल मालासेरी में आज हुए अवतरण महोत्सव में करीब ढाई लोग पहुंचे। देश के विभिन्न भागों से गुर्जर समाज सहित अन्य समाजों से लोग पहुंचे। ग्रमाीण परिवेश में सजधज कर महिला पुरूष देवनारायण के भजन गाते हुए कार्यक्रम में पहुंचे। लोगों को सुबह सर्दी में आने में दिक्कत हुई पर आस्था के चलते एवं मोदी को देखने के लिए उनका उत्साह कम नहीं हुआ।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading