होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर का लोगों ने लाभ उठाया
होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर का लोगों ने लाभ उठाया
जाटौली में आयोजित होम्योपैथिक शिविर में पहुंचे अनेक लोग
कैल्शियम और आयरन सप्लीमेंट का भी वितरण किया गया
फतह सिंह उजाला
पटौदी। होम्योपैथी के जनक डॉ सैमुअल हैनिमैन के जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर पटौदी हलके के हलीमंडी पालिका इलाके में जाटौली में शासकीय होम्योपैथिक औषधालय हेलीमंडी द्वारा होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। समाज सेवी भारत सिंह नंबरदार के सहयोग से आयोजित इस शिविर में बच्चो, युवतियों, महिलाओ एवं पुरूषों की जांच के साथ ही बदलते मौसम में तेजी से बढ़ते तापमान में स्वस्थ रहने की जानकारी होम्योपैथिक मेडिकल आफिसर डाक्टर जयिता चौधरी के द्वारा दी गई।
इस मौके पर होम्योपैथिक मेडिकल आफिसर डाक्टर जयिता चौधरी होम्योपैथिक मेडिसन के जनक डॉ सैमुअल हैनिमैन और उनके द्वारा विभिन्न रोगों के उपचार के लिए खोज की गई होम्योपैथिक मेडिसन सहित उपचार विधि पर चर्चा करते कहा कि, रोगी के रोग की सही जानकारी मिलने के बाद होम्योपैथिक मेडिसन असाध्य रोगों में भी शत प्रतिशत लाभकारी साबित होती है। डाक्टर जयिता चौधरी नेेककहा कि अभी कोरोना का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है, ऐसे में उनके द्वारा मास्क के वितरण के साथ 200 से अधिक रोगियों के लिए कैल्शियम और आयरन सप्लीमेंट का वितरण किया गया और सामान्य जांच भी की गई। उन्होंने साथ ही सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क और सैनिटाइज़र पहनकर कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने के लिए कोविड की संभावित चौथी लहर पर सामान्य जन को जागरूक किया।
इसी कड़ी में आयुष और स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पोषण एनीमिया प्रोफिलैक्सिस कार्यक्रम के संबंध में महिलाओं और बच्चों की काउंसलिंग की गई। उन्होंने बताया कि विभिन्न गर्भावस्था, प्रसव संबंधी जटिलताओं, कम वजन वाले जन्म के बच्चों, संक्रमण और ल्यूकोरिया की स्थिति से बचने के लिए आयरन युक्त आहार लेना चाहिए। किशमिश, चुकंदर, पालक, अनार, लहसुन आयरन से भरपूर होते हैं। इसके अलावा विभिन्न जड़ी-बूटियाँ और स्थानीय घरेलू उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें दालचीनी, नीम, अशोक, अर्जुन, नींबू, तुलसी, गेंदा फूल, अदरक आदि शामिल हैं जिनका उपयोग विभिन्न आपातकालीन चिकित्सा स्थितियों में किया जा सकता है।
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