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पंचायती राज व्यवस्था को पूरी तरह से लागू करना लक्ष्य: पर्ल चौधरी

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पंचायती राज व्यवस्था को पूरी तरह से लागू करना लक्ष्य: पर्ल चौधरी

गांव के विकास से ही राज्य और देश का समग्र विकास भी होगा

गांवो में भी शहर जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी

महिला शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वाभिमान को प्राथमिकता

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम/पटौदी ।
 पंचायती राज व्यवस्था को पूरी तरह से प्रत्येक गांव में लागू करना कि मेरा लक्ष्य और प्राथमिकता में शामिल है । देश का हर छोटा और बड़ा नेता यह बात गर्व के साथ कहता आ रहा है कि भारत देहात में ही बसता है । आज हकीकत यह है कि विकास के लिए सबसे अधिक देहात ही तरस रहा है । जब तक पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह से हर गांव में लागू होकर पंचायती एक्ट के तहत कार्य नहीं किए जाएंग,े किसी भी गांव का समग्र विकास संभव नहीं है। यह बात जिला परिषद प्रमुख दावेदार उम्मीदवार और वार्ड नंबर 9 से नामांकन दाखिल करने के उपरांत पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी की पुत्री सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट पर्ल चौधरी ने कहीं। नामांकन के दौरान उनके साथ विशेष रूप से प्रवेश रंजन शर्मा , डॉ हरिओम , बाबूलाल, रामकुमार ,आदित्य जायसवाल व अन्य एडवोकेट साथी मौजूद रहे।

नामांकन दाखिल करने के लिए रवाना होने से पहले सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट जिला परिषद प्रमुख की दावेदार उम्मीदवार पर्ल चौधरी ने अपने पिता पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी से कामयाबी के लिए आशीर्वाद भी प्राप्त किया। नामांकन दाखिल करने के उपरांत सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी ने कहा गांव से शहर की तरफ बहुत तेजी से ग्रामीणों के द्वारा पलायन किया जा रहा है । इसका मुख्य कारण है देहाद या फिर गांव के माहौल के मुताबिक स्थानीय क्षेत्र में घरेलू उद्योग या फिर अपना अपना काम करने के संसाधन का अभाव महसूस किया जा रहा है । अनेक घरेलू कामकाज घरेलू छोटे उद्योग जैसे वस्त्र इत्यादि सिलना, महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाकर विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना सहित अन्य प्रकार के अनेक कार्य हैं । ग्रामीण या देहात के क्षेत्र में पशु पालन करके भी प्रत्येक परिवार अपनी आर्थिक स्थिति शुद्ध कर सकता है । उन्होंने कहा सबसे अधिक जरूरत देहात में या गांव में महिला वर्ग को सस्ती सुगम शिक्षा ,स्वास्थ्य ,आत्मसम्मान-स्वाभिमान और सेल्फ डिफेंस के विषय में पूरी तरह से जागरूक करना है । यह सभी ऐसे कार्य हैं , जिनसे महिला वर्ग में एक अलग ही प्रकार का आत्मविश्वास और भी अधिक मजबूत होता चला जाएगा ।

उन्होंने कहा अपना अपना जनप्रतिनिधि का चुनाव करने में देश की आधी आबादी अर्थात सीधे शब्दों में महिला वर्ग का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है । सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट पर्ल चौधरी ने कहा इसी कड़ी में महिला वर्ग और युवतियों को विशेष रूप से रोजगार के क्षेत्र में अपने अपने मूल अधिकार और मौलिक अधिकारों के विषय में कानूनी तौर से भी जागरूक किया जाना जरूरी है । आज सरकार की अनेक योजनाएं ऐसी हैं , जिनको बैंक से लोन या ऋण लेकर देहात में महिलाएं और युवतियां अपने अपने सपनों को साकार कर सकती हैं । उन्होंने कहा जितना अधिक देहात का विकास और सुविधाएं उपलब्ध होंगी , उतना ही अधिक प्रदेश और देश भी तरक्की करेगा , इस बात में किसी को कोई भी संशय नहीं रहना चाहिए । उन्होंने अपने निर्वाचन वार्ड नंबर 9 के सभी ग्रामीणों पर भरोसा करते हुए कहा कि वास्तव में यह चुनाव वार्ड नंबर 9 का ही नहीं, पूरे गुरुग्राम जिले के प्रत्येक गांव के समग्र विकास के द्वार खोलने का चुनाव है । उन्होंने कहा यदि मतदाताओं का आशीर्वाद और समर्थन वार्ड पार्षद बनाने के साथ ही जिला परिषद प्रमुख पद पर पहुंचाने के लिए प्राप्त हुआ, तो प्रत्येक गांव में पंचायती राज व्यवस्था को लागू करने का काम किया जाएगा।

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