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पटौदी का लघु सचिवालय किसी भूल भुलैया से कम नहीं !

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पटौदी का लघु सचिवालय किसी भूल भुलैया से कम नहीं !

एसडीएम से लेकर पटवारी व अन्य अधिकारी लघु सचिवालय में बैठते

7 दिसंबर 2004 को पूर्व सीएम चौटाला के द्वारा किया गया शिलान्यास 

ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर और सेकंड फ्लोर 200 से अधिक कमरे

किस फ्लोर पर किस कमरे में कौन अधिकारी, नहीं है डिस्प्ले बोर्ड

पटौदी के लघु सचिवालय में 200 से अधिक कमरे और मीटिंग हॉल

फतह सिंह उजाला 

पटौदी । सरकार का यह प्रयास बना रहता है कि आम आदमी को आवागमन या फिर सरकारी भवन में अधिकारियों के बैठने की जानकारी के लिए जरूरत के मुताबिक साइन या डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएं । ऐसा किया भी जा रहा है, विभिन्न गांव, शहर, पालिका क्षेत्र, निगम क्षेत्र सहित महत्वपूर्ण चौक- चौराहा और चुने हुए जन प्रतिनिधियों के नाम के बोर्ड जगह-जगह लगे हुए दिखाई दे जाएंगे । लेकिन पटौदी का सब डिवीजन कैंपस या फिर लघु सचिवालय परिसर एक प्रकार से किसी भूल भुलैया से काम नहीं है ? पटौदी सब डिवीजन बिल्डिंग में एसडीम , एसीपी, पटवारी सहित अन्य विभिन्न सरकारी विभागों के ऑफिस है और यहां पर संबंधित अधिकारी सहित कर्मचारी भी बैठते हैं। जो सुविधा नहीं है या जो चीज नहीं है, वह है पटौदी सब डिवीजन बिल्डिंग में संबंधित अधिकारी और कमरों की जानकारी देने वाला साइन बोर्ड अथवा डिस्प्ले बोर्ड का नहीं लगा हुआ होना।

पटौदी सबडिवीजन बिल्डिंग का शिलान्यास 7 दिसंबर 2004 को इनेलो सरकार के शासनकाल में पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के द्वारा पूर्व एमएलए रामवीर सिंह की मौजूदगी में किया गया। इसके बाद 10 वर्ष तक राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार रही, इस दौरान सब डिवीजन बिल्डिंग का निर्माण किया गया । कांग्रेस सरकार बदलने के साथ ही हरियाणा में बहुमत वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा 5 अप्रैल 2015 को पटौदी सब डिवीजन बिल्डिंग का उद्घाटन किया गया। तब से लेकर मौजूदा समय तक पटौदी में समय-समय पर उपमंडल अधिकारी कार्यभार संभालते रहे और सरकार की नीति अथवा योजना के अनुसार ट्रांसफर भी होता रहा। बिलासपुर से लेकर कुलाना के बीच पटौदी में मुख्य सड़क पर अवश्य लघु सचिवालय या फिर सबडिवीजन लिखा हुआ बोर्ड दिखाई दे जाएगा। लेकिन सबडिवीजन अथवा लघु सचिवालय परिसर में संबंधित अधिकारी के बैठने के कक्ष और फ्लोर संबंधित जानकारी का सूचना या फिर डिस्प्ले बोर्ड का अभाव बना हुआ है।

पटौदी सबडिवीजन अथवा लघु सचिवालय परिसर में ग्राउंड फ्लोर के बाद फर्स्ट फ्लोर और उसके बाद सेकंड फ्लोर पर विभिन्न विभागों के कार्यालय संबंधित अधिकारी बैठे हैं । इसके अलावा सब डिवीजन बिल्डिंग में 200 से अधिक कमरे तथा यहां मीटिंग हॉल भी है। पटौदी लघु सचिवालय परिसर में विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन कार्य किए जाने के लिए विशेष रूप से कॉमन सर्विस सेंटर भी कार्यरत है । पटौदी सचिवालय में अपने विभिन्न छोटे-मोटे और जरूरी कार्यों के लिए पटौदी विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के फरुखनगर इलाके से भी बड़ी संख्या में प्रतिदिन लोग  पहुंचते हैं। यहां आने के बाद अपने जरूरी काम के लिए लोग मुख्य बिल्डिंग में प्रवेश करने के बाद संबंधित अधिकारी और उसके बैठने का ऑफिस तलाश करते हुए नाकाम रहने पर बाहर परिसर में आकर या फिर बिल्डिंग में ही लोगों से जानकारी लेकर संबंधित अधिकारी तक पहुंचते हैं। कई बार तो यह भी होता है पूरी जानकारी नहीं होने पर लोगों के द्वारा कह दिया जाता है ऊपर या फिर उससे ऊपर जाकर पता कर लो, शायद वहीं पर ही साहब भी बैठे हुए हो । पटौदी सबडिवीजन अथवा लघु सचिवालय में इसी प्रकार की परेशानियों से दो-चार हो रहे लोगों की मांग है कि सबडिवीजन कैंपस में विभिन्न स्थानों पर और बिल्डिंग में भी फ्लोर के मुताबिक कौन अधिकारी किसी कमरे में बैठा है ?  उसके विषय में संपूर्ण जानकारी के पीने बोर्ड अथवा डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाना चाहिए।

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