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परीक्षा उत्तीर्ण करना मेहनत, मानसिक दृढ़ता और समर्पण का प्रमाण- पुलिस कमिश्नर

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परीक्षा उत्तीर्ण करना मेहनत, मानसिक दृढ़ता और समर्पण का प्रमाण- पुलिस कमिश्नर

12वीं के मेधावी छात्र पुलिस कमिश्नर गुरुग्राम  विकास अरोड़ा द्वारा सम्मानित

डायल 112 तथा साइबर हेल्पलाइन 1930 बारे भी किया गया जागरूक

पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा द्वारा बच्चों से सीधा संवाद किया गया 

मेरा भारत महान को बच्चों ने अपने विचारों के माध्यम से किया व्याखंकित

समाज में पुलिस की सकारात्मक तथा नकारात्मक छवि बारे विद्यार्थियों से चर्चा

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम ।12वीं कक्षा पास करना सिर्फ एक परीक्षा उत्तीर्ण करना नहीं होता— यह कई महीनों की मेहनत, मानसिक दृढ़ता और समर्पण का प्रमाण होता है। जब छात्र इसे अच्छे अंकों के साथ पार करते हैं, तो यह केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि उनके परिवार, स्कूल और देश के लिए भी गर्व का क्षण बन जाता है। इसी भावना के साथ, एसजीटी यूनिवर्सिटी ने सीबीएसई और हरियाणा बोर्ड की हाल ही में घोषित परीक्षाओं में 70% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 300 से अधिक छात्रों को सम्मानित किया।

इस खास मौके पर गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ डॉ. राजेश मोहन, उप पुलिस आयुक्त, ट्रैफिक, गुरुग्राम, प्रियांशु दीवान, एसीपी साइबर, गुरुग्राम और एसजीटी यूनिवर्सिटी के वीसी जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों ने भी समारोह की शोभा बढ़ाई। इस समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद एसजीटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. हेमंत वर्मा ने छात्रों का स्वागत करते हुए उनकी मेहनत की सराहना की और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “यह उपलब्धि कोई अंत नहीं, एक मील का पत्थर है। जीवन में आगे बढ़ते हुए दबाव, असमंजस और असफलता का सामना जरूर होगा, लेकिन यदि आपने आज जैसी लगन बनाए रखी, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहेगा।”

मुख्य अतिथि गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने भी छात्रों को प्रेरणादायक संदेश देते हुए कहा, “स्वयं पर विश्वास रखें, आध्यात्मिक मार्ग अपनाएं, अपने आदर्शों का अनुसरण करें और संकल्प के साथ जीवन में कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।विद्यार्थी जीवन में अध्यात्मिक उन्नति से नकारात्मक माहौल से निकल सकते है।”बोर्ड परीक्षा के बाद करियर चयन को लेकर छात्रों में आने वाले संशय को समझते हुए, कार्यक्रम स्थल पर काउंसलर्स और विषय विशेषज्ञों की एक टीम को भी तैनात किया। उन्होंने छात्रों को व्यक्तिगत करियर गाइडेंस प्रदान कर उनकी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार उपयुक्त विकल्प सुझाए।

इस दौरान बच्चो व उपस्थित स्टॉफ को  साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया ताकि लोगों को साईबर ठगी/धोखाधड़ी से बचाया जा सके तथा साईबर अपराधों के संबंध में जानकारी प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच सके व साईबर सुरक्षा की जानकारी होना ही आपको साईबर ठगों से बचा सकती है। कार्यक्रम का समापन ट्रॉफी और सर्टिफिकेट वितरण के साथ हुआ, जिसमें न केवल शैक्षणिक प्रदर्शन, बल्कि छात्रों के संघर्ष, धैर्य और समर्पण को भी सम्मानित किया गया।

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