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प्लेस मेकिंग मैराथन के तहत 75 घंटों में बदल गई पार्क की सूरत

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प्लेस मेकिंग मैराथन के तहत 75 घंटों में बदल गई पार्क की सूरत
– नगर निगम गुरूग्राम द्वारा केन्द्रीय आवासन एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की पहल के तहत सामुदायिक भागीदारी से किया गया पार्क का नवीनीकरण एवं सौंदर्यकरण
– सेक्टर वासियों ने इस पहल का किया स्वागत एवं नगर निगम का किया धन्यवाद

प्रधान संपादक योगेश

गुरूग्राम, । केन्द्रीय आवासन एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की पहल प्लेस मेकिंग मैराथन के तहत गुरूग्राम के सैक्टर-38 स्थित पार्क की सूरत मात्र 75 घंटों में ही बदल गई है। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा सामुदायिक भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए पार्क का नवीनीकरण एवं सौंदर्यकरण करके इसे नया रूप एवं नाम दिया गया है। अब यह पार्क आनन्द पार्क के नाम से जाना जाएगा। मात्र 75 घंटों में पार्क के बदले नए रूप को देखकर पार्क में रोजाना आने वाले सैक्टर वासियों ने भी इस पहल का स्वागत किया तथा नगर निगम गुरूग्राम का धन्यवाद किया।

मैराथन के तहत ये हुए बदलाव : प्लेस मेंकिंग मैराथन 75 घटे चली। इसके तहत पार्क में कई बदलाव करके पार्क को नया रूप दिया गया। इनमें कई सामुदायिक गतिविधियों के साथ इस क्षेत्र के लिए मील का पत्थर बनाने के लिए पार्क को आनन्द पार्क का नाम दिया गया।
– क्षेत्र में मौजूदा झूलों और बैठने के स्थानों का नवीनीकरण एवं उनकी पुर्नसंरचना की गई। पेड़ों को सुरक्षित रखने, उन्हें और अधिक आर्कषक बनाने और उनके नामों पर प्रकाश डालने के लिए उन्हें चूने के रंगों से रंगा गया।
– बागवानी कचरे के प्रबंधन के लिए पार्क में 4 कंपोस्ट पिट बनाए गए तथा पूरे पार्क की सफाई करके बागवानी कचरे को इन पिटों में डाला गया है, ताकि प्राकृतिक खाद तैयार करके पार्क में कही इसका उपयोग किया जा सके।
– पार्क में मौजूद डस्टबिन को साफ कियाग या और उनके स्थानों को बेहतर ढ़ंग से उजागर करने के लिए उनका नवीनीकरण किया गया। साथ ही जरूरत अनुसार नए डस्टबिन भी लगाए गए। पार्क की सांस्कृतिक अखंडता को बढ़ावा देने के लिए मौजूदा निर्मित संरचनाओं एवं दीवारों पर बेहतरीन कलाकृतियां बनाई गई।
– स्क्रैप एवं अपशिष्ट पदार्थों से नई चीजें बनाई गई। इनमें बेकार टायरों से इंटरैक्टिव बैठने की व्यवस्था, बेकार बोतलों से बच्चों के लिए सैंडपिट का निर्माण, साइकिल टायर और बेकार स्टील पाईप के उपयोग से स्कल्पचर, जाइलॉफोन आदि शामिल हैं।
– सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को बढ़ाने के लिए पैदल ट्रैक व दीवारों को चित्रित किया गया तथा लोगों को आकर्षित करने के लिए कई प्रकार के खेल चित्रित किए गए।
– क्षेत्र की सुरक्षा व सौंदर्यीकरण के लिए नई एंबियंस लाईटें लगाई गई तथा पुरानी लाईटों को दुरूस्त किया गया।
– पार्क में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वृक्षारोपण अभियान के तहत सामुदायिक भागीदारी से 500 से अधिक झाड़ीनुमा पौधे व 500 फूलदार पौधे लगाए गए।
– पार्क में आरडब्ल्यूए एवं नागरिकों के सहयोग से एक ओपन लाईब्रेरी स्थापित की गई, जिसे विशेषकर बच्चों ने खूब सराहा।
– पार्क में होने वाली गतिविधियों के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए अपशिष्ट सामग्री से एक साइन पोस्ट बनाया गया। इसके साथ ही तीन दिनों के दौरान शाम के समय विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें जुम्बा, नुक्कड़ नाटक, बैंड और सडक़ सुरक्षा से जुड़े कार्यक्रम शामिल किए गए।

नगर निगम गुरूग्राम की अतिरिक्त आयुक्त डा. वैशाली शर्मा ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए नॉलेज पार्टनर डब्ल्यूआरआई इंडिया, एक्टिविटी पार्टनर राहगिरी फाऊंडेशन, सीएसआर पार्टनर जुबिलियंट फूडवक्र्स लिमिटेड, कलाग्राम सोसायटी सहित निगम पार्षदों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों एवं नागरिकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम स्मार्ट सिटीज मिशन और स्वच्छ भारत मिशन का एक हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था।

इस मौके पर सीनियर डिप्टी मेयर प्रोमिला गजेसिंह कबलाना, निगम पार्षद अनूप सिंह, अश्विनी शर्मा, कुलदीप बोहरा, हेमन्त सेन व कुलदीप बोहरा, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिशनर डा. विजयपाल यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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