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अभिभावक अपनी इच्छा अपने बच्चों पर नहीं थोपें  : दुष्यंत चौटाला

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अभिभावक अपनी इच्छा अपने बच्चों पर नहीं थोपें  : दुष्यंत चौटाला
स्कूल शिक्षा के मंदिर जहां नई पीढ़ी की दिशा व दशा तय होती है
दुष्यंत सेक्टर 46 स्थित एचएसवी ग्लोबल स्कूल के वार्षिकोत्सव में पहुंचे 
उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित कर दी उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं
फतह सिंह उजाला गुरुग्राम, 23 दिसंबर। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा स्कूल शिक्षा के मंदिर होते हैं जो हमारी नई पीढ़ी की दिशा व दशा तय करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा को व्यापार बनाना आसान है । लेकिन स्कूल की मजबूत बुनियाद इसी से तय होती है कि स्कूल प्रबंधन शिक्षा की गुणवत्ता व मानक को प्राथमिकता देकर देश की युवा शक्ति को कैसे आगे बढ़ाता है। डिप्टी सीएम दुष्यंत गुरुग्राम के सेक्टर 46 स्थित एचएसवी ग्लोबल स्कूल के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन के गणमान्य द्वारा उपमुख्यमंत्री का फूलमालाएं पहना कर  अभिनदंन किया गया।
उन्होंने वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने अपने अभिभाषण में अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपनी इच्छा अपने बच्चों पर न थोपें, क्योंकि सभी बच्चे एक समान नहीं होते। उनकी रुचियां और प्रतिभा के अनुरूप ही उन्हें अपना क्षेत्र चुनने की स्वतंत्रता दे ताकि वे अपनी पसंद के क्षेत्र में अपनी अथक मेहनत से सफलता की ऊंचाइयों को छू सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। इसका किसी देश की आर्थिक समृद्धि पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। 
उन्होंने कहा मानव पूंजी में पर्याप्त निवेश के बिना कोई भी देश दीर्घकालिक आर्थिक प्रगति हासिल नहीं कर सकता है। ऐसे में स्कूल आर्थिक और सामाजिक प्रगति सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण माध्यम है। डिप्टी सीएम चौटाला ने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन से योगेश वत्स, पवन कुमार वत्स, योगेश कुमार शर्मा सहित वीरेंद्र वत्स व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। 

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