अभिभावक अपनी बेटियों के आगे बढऩे में पूर्ण सहयोग करें : राज्यपाल
राष्ट्रीय बालिका दिवस
अभिभावक अपनी बेटियों के आगे बढऩे में पूर्ण सहयोग करें : राज्यपाल
बेटियां आज विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का उत्कृष्टï प्रदर्शन कर रही
लड़कियों में आत्मरक्षा और आत्मविश्वास की भावना प्रबल होनी चाहिए
गुरूग्राम में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर समारोह का आयोजन
छात्राओं ने प्रस्तुत किए विभिन्न मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम
महिला एवं बाल विकास विभाग ने प्रदर्शनी का आयोजन किया
फतह सिंह उजाला गुरूग्राम, 24 जनवरी। अभिभावकों को अपनी बेटियों के आगे बढऩे में पूर्ण सहयोग करना चाहिए। बेटियां आज विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का उत्कृष्टï प्रदर्शन कर रही हैं। यह बात हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने जिला प्रशासन, गुरूग्राम द्वारा राजकीय कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लड़कियों में आत्मरक्षा और आत्मविश्वास की भावना प्रबल होनी चाहिए, तभी हमारी बेटियां आगे बढ़ सकेंगी और अपने इलाके व प्रदेश का नाम रोशन कर सकती हैं।राष्ट्रीय बालिका दिवस समारोह में राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज में महिलाओं की घटती जा रही संख्या को देखते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की थी। हरियाणा सरकार बधाई की पात्र है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में प्रदेश ने उल्लेखनीय सफलता अर्जित की और आज हमारेे राज्य में लिंगानुपात में आशातीत सुधार हुआ है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में नई शिक्षा नीति की शुरूआत की, जिसे पूरे देश में वर्ष 2030 तक क्रियान्वित किया जाना है। हरियाणा सरकार ने इस दिशा में भी आगे कदम बढ़ाते हुए वर्ष 2025 तक नई शिक्षा नीति को राज्य में लागू किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसके लिए सरकार बधाई की पात्र है। इस शिक्षा नीति में बेटियों की असमानता को दूर करने, डिजीटल एजुकेशन, कौशल विकास को बढ़ावा देने एवं नैतिक शिक्षा पर अधिक बल दिया गया है।
समाज में नारियों का महत्वपूर्ण स्थान
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्राचीन काल से हमारे समाज में नारियों का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। सावित्री बाई फुले, मीराबाई, प्रतिभा पाटिल, सुषमा स्वराज के साथ ही वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज की महिलाओं के लिए प्रेरक व्यक्तित्व हैं। उन्होंने कहा कि गर्भ में कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई जड़मूल से समाप्त होनी चाहिए तथा लड़कियों की शिक्षा और उनकी सेहत पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। हमारी बेटियों को पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाएं तो वे हमारे समाज को नई राह दिखा सकती हैं। महिलाओं को पूरा सम्मान देते हुए केंद्र सरकार ने संसद में महिलाओं की 33 प्रतिशत संख्या निर्धारित किए जाने का सराहनीय बिल-2023 पारित किया। इसके अलावा हरियाणा सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का प्रावधान किया। उन्होंने सभागार में उपस्थित छात्राओं से आधुनिक शिक्षा के साथ अपने भारतीय पारंपरिक संस्काओं को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया।
मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
इस अवसर पर कन्या महाविद्यालय की छात्राओं तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की टीमों ने नारी शिक्षा पर जोर देते हुए मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने समारोह में आने के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पौष्टिïक आहार व स्वयं सहायता समूहों के बनाए गए उत्पादों पर आधारित एक प्रदर्शनी लगाई गई। जिसकी राज्यपाल ने काफी प्रशंसा की। कालेज सभागार में राज्यपाल ने मेधावी छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर कालेज प्राचार्य जितेंद्र मलिक, राज्यपाल के एडीसी हर्ष वर्मा, संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नेहा दहिया, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।
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