इतिहास की मुख्य घटनाओं सहित पञ्चांग-मुख्यांश ..
🙏ॐ श्रीगणेशाय नम:🙏
🙏शुभप्रभातम् जी🙏
इतिहास की मुख्य घटनाओं सहित पञ्चांग-मुख्यांश ..
📝आज दिनांक 👉
📜 05 अप्रैल 2022
मंगलवार
🏚नई दिल्ली अनुसार🏚
🇮🇳शक सम्वत- 1944
🇮🇳विक्रम सम्वत- 2079
🇮🇳मास- चैत्र
🌓पक्ष- शुक्लपक्ष
🗒तिथि- चतुर्थी-15:47 तक
🗒पश्चात्- पंचमी
🌠नक्षत्र- कृत्तिका-16:52 तक
🌠पश्चात्- रोहिणी
💫करण- विष्टि-15:47 तक
💫पश्चात्- बव.
✨योग- प्रीति-07:58 तक
✨पश्चात्- आयुष्मान
🌅सूर्योदय- 06:07
🌄सूर्यास्त- 18:41
🌙चन्द्रोदय- 08:30
🌛चन्द्रराशि- वृषभ – दिनरात
🌞सूर्यायण – उत्तरायण
🌞गोल- उत्तरगोल
💡अभिजित- 11:59 से 12:49
🤖राहुकाल- 15:32 से 17:06
🎑ऋतु- वसन्त
⏳दिशाशूल- उत्तर
✍विशेष👉
🔅आज मंगलवार को 👉 चैत्र सुदी चतुर्थी 15:47 तक पश्चात् पंचमी शुरु , वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत , ब्रह्मावर्त (बिठूर) में सिद्ध गणेश मंदिर में अभिषेक , दमनक चतुर्थी , नवरात्रि का चौथा दिन – मां कुष्मांडा व्रत – पूजा , सर्वदोषनाशक रवि योग 16:52 तक , विघ्नकारक भद्रा 15:46 तक , सर्वार्थसिद्धियोग / कार्यसिद्धियोग सूर्योदय से 16:52 तक , लब्धिविधान व्रत पूर्ण (जैन), इस पंचांग को डारेक्ट हमसे प्राप्त करने के लिए “हरियाणा एजुकेशनल अपडेट ” फेसबुक पेज ज्वाइन करें , गुरू अंगददेव जोति जोत (प्राचीनपरम्परानुसार ) , गुरू श्री अमरदास जयन्ती (तारीखानुसार) , मेला गणगौर का दूसरा दिन , पंडिता रमाबाई स्मृति दिवस , श्री जगजीवन राम जयन्ती (समता दिवस) , राष्ट्रीय सामुदायिक दिवस (कन्फर्म नहीं) , राष्ट्रीय समुद्री दिवस / राष्ट्रीय मैरीटाइम (नौवहन) दिवस व संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय अंतरात्मा दिवस (International Day of Conscience – 2020)।
🔅कल बुधवार को 👉 चैत्र सुदी पंचमी 18:03 तक पश्चात् षष्ठी शुरु , श्री (लक्ष्मी )पंचमी , रंग / नाग पंचमी (देशाचारे) , नवरात्रि का पांचवां दिन – मां स्कन्दमाता व्रत – पूजा , श्री रामराज्य महोत्सव (मध्यान्ह व्यापिनी पंचमी कर्क लग्न में ) , कल्पादि 5 , डोलोत्सव हय व्रत , नाग व्रत , सर्वार्थसिद्धियोग / कार्यसिद्धियोग सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक , सर्वदोषनाशक रवि योग 19:40 से , शुक्र शतभिषा नक्षत्र में 15:22 पर , सौभाग्य सूचक रोहिणी व्रत (जैन ) , दशलक्षण व्रतारम्भ / पुष्पांजलि व्रतारम्भ (जैन ) , मेवाड़ उत्सव पूर्ण (उदय ) , भगवान अजितनाथ जी मोक्ष कल्याणक ( जैन , चैत्र शुक्ल पंचमी ) , गुरु श्री हरगोविन्द जी ज्योति ज्योत (प्राचीनमतानुसार) , चौ. देवीलाल पुण्य दिवस , विकास और शान्ति के लिए अन्तर्राष्ट्रीय खेल दिवस व डांडी सत्याग्रह दिवस (1930)।
🎯आज की वाणी👉
🌹
सुरा – सम्पूर्ण – कलशं
रुधिराप्लुतमेव च ।
दधाना हस्तपद्माभ्यां
कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
भावार्थ👉
भीतर सुरा से भरा और बाहर रक्त से सना कलश जिन्होंने अपने दोनों करकमलों में धारण किया हुआ है वे कूष्माण्डा देवी मेरे लिए शुभदायिनी हों।
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