Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

होम आइसोलेशन मरीजों कों आक्सीजन सिलेंडर रिफिल डिलीवरी

41

होम आइसोलेशन मरीजों कों आक्सीजन सिलेंडर रिफिल डिलीवरी

नगर निगम, रैडक्रास, 20 स्वयंसेवी संस्था तथा 100 वालंटियर जुटे

लगभग 70 घरों में आक्सीजन सिलेंडर की डिलीवरी की गई

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम ।
 राज्य सरकार के आदेशों को अमलीजामा पहनाते हुए गुरूग्राम जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को डोर टू डोर आॅक्सीजन सिलेंडर रिफिल की डिलीवरी सेवा शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी 10 मई को देर सांय प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिला प्रशासन की टीम द्वारा लगभग 70 घरों में आॅक्सीजन सिलेंडर की डिलीवरी की गई।

डीसी डा. यश गर्ग ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के उद्देश्य से आॅक्सीजन सिलेंडर रिफिल की सुविधा की शुरूआत की गई है। उन्होंने बताया कि आॅक्सीजन सिलेंडर रिफिल की सेवा का लाभ उठाने के लिए मरीज या उनके अभिभावक को वैबसाईट पर आॅनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन स्वीकार होने पर मरीज के दिए मोबाइल नम्बर पर एक एसएमएस के माध्यम से सूचना पहुँच जाएगी। आवेदक को आवेदन करने के दौरान आधार नम्बर और ऑक्सीजन लेवल के लिए ऑक्सीमीटर का फोटो या डॉक्टर की प्रेस्क्रिप्शन भी अपलोड करना होगा। इसके अलावा, मरीज की उम्र और पता लिखना अनिवार्य होगा। एक मोबाइल नम्बर से एक दिन में एक बार ही आवेदन किया जा सकेगा।

सिलेंडर बैंक बनाया गया
नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि सिलेंडर रिफिल के लिए जिला प्रशासन द्वारा सिलेंडर बैंक बनाया गया है। आॅक्सीजन डिलीवरी के समय टीम द्वारा भरा हुआ आॅक्सीजन सिलेंडर आवेदनकर्ता को दिया जाएगा जिसकी एवज में मरीज को खाली सिलेंडर वापिस देना होगा। उन्होंने कहा कि इस सुविधा के शुरू होने से अस्पतालों में बैडों का लोड कम होगा और लोगों को उनके घर-द्वार पर ही यह सुविधा मिलेगी। उन्होंने जिला की स्वयंसेवी संस्थाओं सहित अन्य वालंटियरों का भी जिला प्रषासन को सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में समाज में प्रत्येक व्यक्ति को मानवता का परिचय देते हुए एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए ताकि कोरोना के खिलाफ चल रही इस लड़ाई को जल्द से जल्द जीता जा सके।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading