आज के दिन ही सीआरपीएफ ने पाकिस्तान के 34 जवान मारे
आज के दिन ही सीआरपीएफ ने पाकिस्तान के 34 जवान मारे
हर वर्ष सीआरपीएफ़ 9 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में मना रही
1965 युद्ध के दौरान कच्छ सीमा पर पाकिस्तान ने बोला था हमला
आज के दिन सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बड़ा अर्ध सैनिक बल
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । ज़िला के कदरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में शनिवार को शौर्य दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। हर वर्ष सीआरपीएफ़ 9 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में मनाती है ं क्योंकि आज ही के दिन 1965 युद्ध के दौरान कच्छ सीमा पर जब पाकिस्तान की एक ब्रिगेड ने सीआरपीएफ की दो कंपनियों पर आक्रमण कर दिया था। तब इन टुकड़ियों ने पाकिस्तान की पूरी ब्रिगेड के हमले को नाकाम करते हुए उन्हें लगभग 12 घंटे तक रोके रखा। जब तक कि पीछे से भारतीय सेना की मदद नहीं पहुंच गई।
इस हमले में सीआरपीएफ के 6 जवान शहीद हो गए थे । जबकि उन्होंने पाकिस्तान के 34 जवान मार गिराए थे। आज गुरुग्राम स्थित कैंप में पुलिस उपमहानिरीक्षक सुनील जून द्वारा शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि चढ़ाकर वीर बलिदानियों को नमन किया व गार्ड की सलामी ली। इस अवसर पर संबोधित करते हुए उन्होंने सीआरपीएफ के बलिदान की महान परंपरा को याद किया व सभी जवानों को सीआरपीएफ की द्वितीय बटालियन के शौर्य पूर्ण कार्य का अनुसरण करने का आवाहन किया। पुलिस उपमहानिरीक्षक जून ने यह भी कहा कि आज सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बड़ा अर्ध सैनिक बल है जिस प्रकार से उसे पूरे भारत का विश्वास हासिल है । यह केवल हमारे वीर बलिदानियों के पराक्रम द्वारा ही संभव हो सका है। हम सभी को देश हित में बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए तत्पर रहना चाहिए। इस अवसर पर रजनीश अहलावत कमांडेंट, ए एच अंसारी कमांडेंट, आर जय कुमार कमांडेंट, अन्य अधिकारीगण व जवान उपस्थित रहे।
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