ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
इस संसार में विजय के लिए सफलता के लिए शक्ति, धर्य, साहस, मित्रों का साथ इन सबके साथ साथ और क्या है जो हमे मिलना चाहिए वो है विश्वास सत्य कहे तो विश्वास वास्तव मे अमुल्य है किन्तु ध्यान रखना ये है दो धारी तलवार की भान्ति जो आपको बल भी दे सकता है शक्तिशाली भी बना सकता है और दुर्बल भी बना सकता है… कैसे…. यदि आप केवल दुसरो पर विश्वास करते है सोचते है ये सभी मुझे सम्भाल लेंगे आपका विश्वास केवल दुसरो पर है और उस विश्वास के आधार पर आप कर्म करते है तब आप दुर्बल ही बनोगे ओर यदि आपका विश्वास स्वयं पर हो चाहे जो कुछ भी हो जाये मै स्वयं को सम्भाल लुंगा मैं अपना मार्ग बना लूंगा संकटो का सामना मैं कर लूंगा और जीवन में आगे बढूंगा तो ये विश्वास आपको बल देगा अब निर्णय आपका है क्या चाहते है आप ये विश्वास आपको बल दे या दुर्बल सोचिये आइये और सभी के साथ प्रेम से मिलकर कहिये
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