Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

नंबर… क्रियाक्रम, ऑक्सीजन, वैक्सीनेशन का भी नंबर: अजय यादव

22

नंबर… क्रियाक्रम, ऑक्सीजन, वैक्सीनेशन का भी नंबर: अजय यादव

समय रहते हुए सभी चीजों का इंतेजाम क्यों नही किया गया

स्वास्थ्य विभाग सभी निजी अस्पतालों पर लगाम लगाए

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।   पूर्व कांग्रेस मंत्री कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि गुरूग्राम में बुरा हाल हो चुका है। हर जगह नंबर लग रहा है, क्रियाक्रम के लिए नंबर, ऑक्सीजन के लिए नंबर, वैक्सीनेशन के लिए नंबर। आखिर अब तक सरकार कहां सौ रही थी । समय रहते हुए सभी चीजों का इंतेजाम क्यों नही किया गया। कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए एक तो पारदर्शिता लानी चाहिए। रोजाना वेबसाईट पर डाला जाए कि गुरूग्राम के किस अस्पताल में कितने मरीज भर्ती हैं और कितने बेड खाली हैं ताकि मरीजों को इधर उधर न भटकना पडे। इसके अलावा ज्यादा सिरियस मरीजों के लिए एक-दो बेड ऐमेंरजेंसी के लिए रखने चाहिए। वहीं स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि निजी अस्पतालों पर लगाम लगाए और रेट निर्धारित करे कि एक मरीज से एक दिन का कितना पैसा लिया जाएगा।

पीएम केयर्स फंड से गुरूग्राम को कितना पैसा
कैप्टेन अजय सिंह ने सवाल किया कि पीएम केयर्स फंड से गुरूग्राम जिले को कितना पैसा मिला है और उस आवंटित धन में से कितने वेंटिलेटर, कितनी एंबुलेंस या फिर स्वास्थ्य विभाग के लिए क्या खरीदा है। क्योंकि एक साल पहले जो हालात थे उस से भी बुरे हालात अब हो चुके हैं। उन्होंन कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की जिम्मेदारी इस दिनों निगम कमिश्रर विनय प्रताप सिंह देख रहे हैं। कई बार प्रयास करने के बाद भी वो फोन नही उठाते हैं और न ही किसी मैसेज का जवाब देते हैं। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में शासन ही सही नही है तो फिर प्रशासनिक अधिकारी तो ऐसे होंगे ही। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं। उनकी न सरकार के प्रति कोई जवाबदेही है और न ही जनता के प्रति जिम्मेदारी। एसे में जनता तो बेसहारा हो गई है।

पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है, अस्पतालों में जगह नही है, आक्सीजन नही है, वेंटिलेटर नही हैं, रोजाना बेकसूरों की जान रही है और अधिकारियों का ऐसा रवैया समझ से परे है। जनता को स्वयं ऑक्सीजन, स्वयं वेंटिलेटर और स्वयं ही दवाईयां ढूंढनी पड रही है। परेशान होकर स्वंय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुडगांव की जिम्मेदारी ली है। अब देखते हैं कि गुरूग्राम के हालात कितने सुधरते हैं। यादव ने कहा कि अब भी समय है, सरकार को अपनी कुंभकर्णी निंद से जाग कर जनता की ओर ध्यान देना चाहिए। गुरूग्राम में सरकार को ऑक्सीजन प्लांट लगाना चाहिए। वहीं जल्द से जल्द अस्थाई अस्पतालों का निमार्ण करवाना चाहिए ताकि नागरिकों को कुछ तो राहत मिल सके।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading