अब भाजपा प्रदेेश प्रवक्ता सूरजपाल पर मुकदमा दर्ज करने की मांग
अब भाजपा प्रदेेश प्रवक्ता सूरजपाल पर मुकदमा दर्ज करने की मांग
पटौदी एसीपी और पटौदी थाना एसएचओं को अलग-अलग शिकायत
कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) व जनसंगठनों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने दी शिकायत
सूरजपाल अम्मू के नेतृत्व में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भडकाने के भाषण हुए
फतह सिंह उजाला
पटौदी। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और जनसंगठनों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने एसीपी पटौदी और थाना प्रभारी पटौदी से मिलकर भाजपा के राज्य प्रवक्ता एवं करणी सेेना के नेशनल अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की। गौरतलब है कि 4 जुलाई को पटौदी केरामलीला मैदान में हिंदू जागरण मंच पटौदी के तत्वाधाान में महापंचायत हुई थी। कोरोना महामारी के अलर्ट के बावजूद रामलीला मैदान में सैकड़ों की तादाद में लोगों को शामिल किया गया। इस महापंचायत में सूरजपाल अम्मू के नेतृत्व में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भडकाने वाले भाषण हुए। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर गोली चलाने वाला राम भगत गोपाल भी इस पंचायत में शामिल हुआ। उसने कई तरह के विवादित नारे लगाए जिस पर एफ आई आर दर्ज हुई है। शिकाायत देनने वाले प्रतिनिधिमंडल में सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल सदस्य सविता, जोनल सचिव एस एल प्रजापति, सीटू के राज्य उपाध्यक्ष सतवीर सिंह, जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष उषा सरोहा, जिला अध्यक्ष भारती, सहसचिव विधा, सीटू जिला सचिव धर्मबीर व अन्य नेतागण शामिल रहे।
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक इसके साथ-साथ इस पंचायत के सभी आयोजकों ने एक धर्म के नाम पर पंचायत बुलाकर व अपने नफरत भरे भाषणों से साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने और लोगों को आपस में बांटने की साजिश की है। यह कार्यक्रम अचानक नहीं हुआ था बल्कि इसके लिए कई दिन पहले से आसपास के इलाके में तैयारियां चल रही थी। इससे पहले भी मेवात के इंडरी गांव में 30 मई 2021 को सूरजपाल अम्मु के नेतृत्व में तथाकथित हिंदू महापंचायत के नाम से हजारों लोगों को इकट्ठा करके इसी तरह के भड़काऊ और संप्रदायिक भाषण दिए गए थे। यह दक्षिण हरियाणा में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की मंशा से की जा रही योजनाबद्ध साजिश है। यह उकसावेपूर्ण कार्रवाई किसी भी समय बड़ी सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले सकती है।
इस महापंचायत के बाद इलाके में विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय के बीच में भय और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है। सोशल मीडिया पर नफरत भरे भाषणों के वीडियो वायरल हो रहे हैं जिससे आसपास के इलाकों में भी भय का वातावरण है। इस महापंचायत में शामिल सूरजपाल अम्मू और अन्य कई लोगों का शासक पार्टी से सीधा संबंध है।
सूरजपाल अम्मू पर कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसका नतीजा यह है कि सांप्रदायिक ताकतों के हौसले बुलंद हैं और वे लगातार इस तरह के ब्यान दे रहे हैं। हाल ही में भिवानी में सुरजपाल अम्मु ने भड़काऊ ब्यान दिया है। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सांप्रदायिक एकता तथा न्याय के पक्ष में इस महापंचायत के आयोजकों और भडकाऊ भाषण देने वालों के खिलाफ एफआईआरआई दर्ज कर गिरफ्तार करने तथा कानूनी कार्यवाही कर सजा की मांग करती है।
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