नाइट क्लब मैनेजर के गुंडे… गुरूग्राम में बेलगाम बाउंसर
नाइट क्लब मैनेजर के गुंडे… गुरूग्राम में बेलगाम बाउंसर
महिला के साथ छेड़छाड़ विरोध करने पर महिला और मित्र पर हमला
नाइट क्लब मैनेजर, बाउंसर से बोला इनको मारो और यहां से भगा दो
गुरुग्राम पुलिस ने क्लब मैनेजर सहित सात बाउंसर को किया अटेस्ट
बाउंसरों के हमले के बाद महिला के पुरूष मित्र को लगी चोटें
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । दक्षिणी दिल्ली के साथ लगते हरियाणा के खजाने में सबसे अधिक राजस्व देने वाले साइबर सिटी गुरुग्राम की देश ही नहीं दुनिया में एक अलग पहचान बनी हुई है । यह पहचान हाई राइज बिल्डिंग, महंगे नाइट क्लब, होटल, पब, बार सहित अन्य प्रकार की सुविधाओं सहित मल्टीनेशनल कंपनियों के कॉरपोरेट ऑफिस भी गुरुग्राम में ही मौजूद है । लेकिन अक्सर ऐसे मामले भी सामने आते हैं, जिनके कारण गुरुग्राम की पहचान पर काला धब्बा और बट्टा लगते हुए मामले सुर्खियां बनते रहते हैं।
ऐसा ही एक मामला बीती रात को सोशल मीडिया के माध्यम से सुर्खियां बन गया। हालांकि इस मामले में घायल व्यक्ति की शिकायत पर गुरुग्राम पुलिस के द्वारा नाइट क्लब मैनेजर सहित सात आरोपी बाउंसर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर सभी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। पूरे घटनाक्रम को देखें तो यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं की गुरुग्राम जैसे सभ्य और आधुनिक शहर में नाइट क्लब मैनेजर के गुंडे बेलगाम बाउंसर ही हैं । ऐसे बाउंसर का कथित रूप से पुलिस प्रशासन के द्वारा नाइट क्लब संचालक या फिर पंप मालिक अथवा मैनेजर वेरिफिकेशन कराना भी जरूरी समझते हैं । बताया गया है कि विभिन्न प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों से कथित रूप से बाउंसरों को हायर किया जाता है और यही बाउंसर नाइट क्लब या फिर या बार में मौका लगते ही अपनी ताकत के साथ ही हिंसा का परिचय कराते हुए कानून व्यवस्था को भी चुनौती देते प्रतीत होते जा रहे हैं ।
बीती रात की घटना के संदर्भ में एसीपी क्राइम प्रीतपाल सिंह सांगवान ने जानकारी देते हुए बताया कि नाइट क्लब में छेड़छाड़ करने और मारपीट करने के मामले में क्लब के मैनेजर सहित कुल 7 आरोपी बाउंसर को अरेस्ट किया गया है। पालम विहार में मौजूद मणिपाल हॉस्पिटल से पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की लड़ाई झगड़े में लगी चोटों के कारण घायल व्यक्ति उपचार के लिए दाखिल हुआ है। इस सूचना के बाद में पुलिस हॉस्पिटल पहुंची, जहां पर घायल व्यक्ति के द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई कि 7 और 8 अगस्त मध्य रात्रि 2 बजे वह उद्योग विहार के एक नाइट क्लब में गया था । आरोप लगाया गया है कि नाइट क्लब में एंट्री करते समय सिक्योरिटी बाउंसर ने महिला मित्र के साथ में अभद्रता करते हुए गलत नियत से छेड़छाड़ की। बाउंसर की इस हरकत का जब महिला मित्र के द्वारा विरोध किया गया जो वहीं पर बाउंसर और महिला मित्र के बीच कहासुनी भी हो गई। इसके बाद में जब वह बीच बचाव के लिए आया तो उसी समय अन्य सभी बाउंसर भी मौके पर पहुंच गए। इतना ही नहीं सभी बाउंसर नें नाइट क्लब के मैनेजर को भी बुला लिया ।
इसके बाद में महिला मित्र के द्वारा मैनेजर को उस बाउंसर के विषय में शिकायत की गई , जिसने उसके साथ अभद्रता करते हुए छेड़छाड़ की थी। आरोपानुसार इतना सुनते ही मैनेजर भड़क गया और बाउंसर से बोला की इन्हें मारो और यहां से भगा दो। मैनेजर के द्वारा इतनी छूट बाउंसर को देने के बाद व्यक्ति के साथ में मारपीट करते हुए बीच सड़क तक ले गए । आरोप है कि सभी बाउंसरों में व्यक्ति को पीटा और बीच सड़क पर पटक कर लात-घूंसे भी मारे । आरोप है इसी मारपीट के दौरान बाउंसर ओं के द्वारा व्यक्ति की कीमती घड़ी और नगदी भी छीन ली गई । इसके साथ ही जान से मारने की धमकियां भी दी गई ।
इस मामले में इंस्पेक्टर अनिल कुमार थाना उद्योग विहार की पुलिस टीम के द्वारा संबंधित मामले में छेड़छाड़ , मारपीट करने, छीना झपटी सहित जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज कर नाइट क्लब के मैनेजर सहित सात बाउंसर को अरेस्ट कर लिया है । पुलिस के द्वारा अरेस्ट किए गए आरोपियों की पहचान नाइट क्लब के मैनेजर लोकेश के अलावा बाउंसर मोनू , राकेश , मनदीप , राम सिंह, नितिन और सुमित के रूप में की गई है । इस मामले में एसीपी क्राइम प्रीतपाल सिंह का कहना है कि सभी आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बाउंसर व एजेंसी की कराएं जांच
गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर श्रीमती कला रामचंद्रन के द्वारा जिला गुरुग्राम के सभी थाना एसएसओ, प्रबंधक को निर्देश दिए गए हैं कि अपने अपने क्षेत्र में नाइट क्लब, बार इत्यादि को बाउंसर उपलब्ध करवाने वाली सभी सुरक्षा व अन्य एजेंसियों की जानकारी लेकर इस प्रकार की एजेंसियों के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर कार्यरत सभी बाउंसर का वेरिफिकेशन करवाया जाए। जो भी बाउंसर अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाएंगे , ऐसे बाउंसर और संबंधित सुरक्षा एजेंसी के विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी । इस प्रकार की वेरिफिकेशन अथवा जांच का कार्य 31 अगस्त तक पूरा किया जाने का निर्देश दिया गया है।
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