संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होगा एनडीसी बिल, डीसीआई की जगह लेगा अब राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग
संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होगा एनडीसी बिल, डीसीआई की जगह लेगा अब राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग
सरकार संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2022 पेश करेगी। यह विधेयक एक राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग स्थापित करने और दंत चिकित्सक अधिनियम, 1948 को निरस्त करने का प्रयास है। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि इस विशेष एनडीसी बिल को संसद में लाना महत्वपूर्ण है।भारत की एनडीसी की भूमिका कुछ वैसी ही होगी, जैसी वर्तमान में डेंटल काउंसिल द्वारा की है,उन्होंने कहा कि लगभग ढाई साल पहले, सरकार ने भारतीय चिकित्सा परिषद का पुनर्गठन राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग में किया था। इसलिए, इसी तरह की तर्ज पर, भारतीय दंत चिकित्सा परिषद का राष्ट्रीय स्तर पर पुनर्गठन नेशनल डेंटल कमीशन में किया जाएगा। उन्होंने कहा, एनडीसी में डीसीआई का पुनर्गठन एमसीआई के एनएमसी में रूपांतरण के समान ही होगा। वर्मा ने आगे बताया कि केंद्र सरकार के नामित व्यक्ति के समक्ष कई अभ्यावेदन थे। उन्होंने कहा, एनडीसी के पीछे का इरादा प्रभावी, कुशल होना और त्वरित निर्णय लेना है। वहीं, नाम न छापने की शर्त पर एक शीर्ष चिकित्सक के अनुसार, विधेयक केंद्र सरकार का बड़ा कदम है। एनडीसी विधेयक किसी न किसी कारण से लंबे समय से लंबित है। हालांकि, दंत चिकित्सा पेशा सरकार के लिए पहली प्राथमिकता नहीं है, जबकि आम आदमी के लिए दंत चिकित्सा शिक्षा और दंत चिकित्सा देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए यह समय की मांग है। एनडीसी का आना उस दिशा में एक बड़ा कदम होगा। दो से तीन साल पहले, उन्होंने (केंद्र) एनएमसी को उसी तरह पेश किया था।
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