Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

त्याग और समर्पण का संदेश देता है भगवान श्रीराम का जीवन: नवीन गोयल

9

त्याग और समर्पण का संदेश देता है भगवान श्रीराम का जीवन: नवीन गोयल
-झाड़सा गांव व गुडग़ांव गांव स्थित रामलीलाओं में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे नवीन गोयल
-बेहतर रामलीला मंचन के लिए कलाकारों, आयोजकों को दी बधाई

प्रधान संपादक योगेश

गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन त्याग और समर्पण का हमें संदेश देता है। उनके जीवन से हम सबको जरूर सीखना चाहिए। भगवान की लीलाओं के मंचन का यही उद्देश्य होता है कि हम अपनी इस संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए पीढ़ी दर पीढ़ी इन संदेशों को प्रचारित, प्रसारित करते रहें। यह बात उन्होंने गुडग़ांव गांव स्थित गुरू द्रोणाचार्य रामलीला तथा झाड़सा गांव की रामलीला का शुभारंभ करते हुए कही।
इस दौरान नवीन गोयल के साथ ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य प्रवीण अग्रवाल, समाजसेवी मनोज गुप्ता, भाजयुमो के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गगन गोयल, पार्षद दिनेश सैनी, अत्तर सिंह संधू के अलावा गुडग़ांव की रामलीला में चेयरमैन महासिंह कटारिया, प्रधान रविंद्र कटारिया, महासवि हरींद्र सिंह सैनी, उपप्रधान प्रताप गुलिया, सचिव रजनीश सैनी, सहसचिव राजू सैनी, निर्देशक मनोज सैनी, कोषाध्यक्ष लीलू राम सैनी, सहकोषाध्यक्ष रोहताश सैनी, सहनिर्देशक योगेश शर्मा, आडिटर अजीत ठाकरान, मीडिया प्रभारी सुनील सैनी आदि मौजूद रहे।
रामलीला के बेहतरीन आयोजन पर नवीन गोयल ने आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि रामलीला का एक-एक पात्र हमारे समाज को अपने-अपने तरीके से संदेश देता है। भगवान श्रीराम ने किसी ने त्याग और समर्पण का संदेश दिया है तो रावण ने बुराई से मिटकर यह संदेश दिया है कि गलत काम की सजा जरूर मिलती है। बुराई पर अच्छाई की जीत जरूर होती है। भरत जैसे भाई ने समाज को बताया है कि भाई से बड़ा कुछ नहीं हो सकता। राज-पाट भी नहीं। समाज के हर व्यक्ति को भाईचारा मजबूती के लिए भरत के चरित्र से सीखना चाहिए। लक्ष्मण ने बिना वनवास मिले ही बड़े भाई की सेवा को खुद भी वनों में जाकर समय बिताया। वे भी समाज के सामने बहुत बड़ा उदाहरण हैं। नवीन गोयल ने कहा कि गुरू द्रोण की नगरी गुरुग्राम में रामलीलाओं को भव्य मंचन हो रहा है। बेशक हम 21वीं सदी में पहुंचे हुए हैं, लेकिन उन्हें खुशी है कि आज भी हमारे बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं, युवा सब रामलीलाओं के मंचन में आकर प्रेरणा ले रहे हैं। यही हमारी संस्कृति की खूबसूरती है। हमारे यहां धर्म-संस्कारों से ही जीवन की नैया चल रही है।
झाड़सा रामलीला के प्रधान मनफूल ठाकरान, उपप्राधन सत्यनारायण पंडित, महासचिव जगबीर ठाकरान, कोषाध्यक्ष रणबीर ठाकरान, संयुक्त सचिव सुनील ठाकरान, कृष्ण अत्री, अरुण शर्मा, प्रवक्ता हरीश ठाकरान, सहायक निर्देशक जसवंत सैनी, संगीत निर्देशक कश्मीर हुड्डा, बीजेपी नेता ओमप्रकाश ठाकरान आदि उपस्थित रहे।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading