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गुरूग्राम में पहली बार राष्ट्रीय सरस मेला मेला 7 से 23 अक्टूबर तक

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गुरूग्राम में पहली बार राष्ट्रीय सरस मेला मेला 7 से 23 अक्टूबर तक

केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने सैक्टर-29 मैदान चिन्हित किया

गुरुग्राम राष्ट्रीय सरस मेले में इंडिया फ़ूड कोर्ट भी लगाया जायेगा

सभी राज्यों के प्रसिद्ध हस्तनिर्मित उत्पाद व व्यंजन होंगे उपलब्ध

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। 
अप्रैल में आयोजित सरस मेले की सफलता के बाद अब गुरूग्राम जिला में पहली बार राष्ट्रीय स्तर का सरस मेला होने जा रहा है। इसके लिए केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार यह मेला गुरूग्राम के सैक्टर -29 पावरग्रिड कार्यालय के सामने स्थित हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के खुले मैदान में आयोजित किया जाएगा। जिला में यह मेला 7 से 23 अक्टूबर तक लगाया जाएगा जहां पर देश के विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपने उत्पाद लेकर आएंगे।  

इस बारे में जानकारी देते हुए जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया कि गुरूग्राम में लगने वाले इस सरस मेले में देश के 30 राज्यों की 500 से ज्यादा शिल्पकार भाग लेते हुए अपने उत्पादों की बिक्री करेंगे। मेले में शिल्पकारों द्वारा बनाए गए ग्रामीण उत्पादों के करीब 200 स्टॉल लगाए जाने की योजना है। इसके अतिरिक्त गुरुग्राम सरस मेले में इंडिया फ़ूड कोर्ट भी लगाया जायेगा जहां पर करीब 20 राज्यों के लाईव फ़ूड स्टॉल होंगे। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित किए जाने वाला यह मेला ग्रामीण महिलाओं व शिल्पकारों के स्वयं सहायता समूहों को मार्केटिंग सुविधा व अपने उत्पादों का प्रचार प्रसार व बिक्री का एक सशक्त प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध करवाता है। ऐसे मेले में ग्रामीण महिलाएं विपणन के गुर सीखती है तथा अपनी आजीविका के साधनों में बढ़ोतरी करती है।

पूरे भारत के पकवान उपलब्ध रहेंगे
गुरूग्राम में लगाए जाने वाले इस मेले की विशेषता यह होगी कि इसमें विभिन्न राज्यों के लोकप्रिय हस्तनिर्मित उत्पाद जैसे टसर की साड़ियां , बाघ प्रिंट ,गुजरात  की पटोला साड़ियां , काथा की साड़ियाँ ,राजस्थानी प्रिंट .चंदेरी साड़ियाँ, हिमाचल उत्तराखंड के ऊनी उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, हरियाणा के बाजरे व ज्वार के लड्डू बिस्कुट, कर्नाटक व आंध्र प्रदेश के वूडन उत्पाद, जम्मू कश्मीर के ड्राई फू्रट्स व हैंडलूम के विभिन्न उत्पाद, झारखंड के पलाश उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य उत्पाद सहित मेले में पूरे भारत की ग्रामीण संस्कृति के विविधता भरे उत्पाद प्रदर्शित होंगे । मेले में आने वाले लोग अपनी पसंद के अनुसार इन उत्पादों को खरीद सकेंगे। यही नहीं, उत्पादों के अलावा देश के अलग-2 राज्यों में परोसे जाने वाले लोकप्रिय व्यंजन भी फूड कोर्ट में उपलब्ध होंगे जिनका जायका मेले में आने वाले लोग ले सकेंगे। इस मेले में राजस्थानी कैर सांगरी, गट्टे की सब्ज़ी से लेकर बंगाल की फ़िश करी , तेलंगाना का चिकन , बिहार की लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी सहित पूरे भारत के पकवान उपलब्ध रहेंगे।

प्रतिदिन राज्यो के अलग अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रतिदिन प्रत्येक राज्य के अलग अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मेले में आने वाले दर्शकों के लिए आयोजित होंगे जिससे राज्यों की संस्कृति का आदान प्रदान होगा। इसके अलावा,  मेले में बच्चों के मनोरंजन का भी ध्यान रखा जाएगा, उनके खेलकूद व मनोरंजन के अन्य संसाधन भी होंगे। दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तमाम व्यवस्था की जा रही है। प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय वर्ष 1999 से देश में अलग-2 जगहों पर निरंतर सरस मेले आयोजित कर रहा है। इन मेलों के माध्यम से लाखों महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। इस बार 7 से 23 अक्टूबर तक गुरुग्राम के सैक्टर-29 स्थित हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मैदान में सरस आजीविका मेला लगाया जा रहा है।

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