Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

कैनविन के शिविर में 400 से अधिक लोगों ने कराई जांच

37

कैनविन के शिविर में 400 से अधिक लोगों ने कराई जांच 
-गुडग़ांव गांव की सैनी चौपाल में किया गया आयोजन

प्रधान संपादक योगेश

गुरुग्राम। कैनविन फाउंडेशन की ओर से रविवार को गुडग़ांव गांव की सैनी चौपाल में फ्री हेल्थ चैकअप कैंप एवं मेम्बरशिप ड्राइव का आयोजन किया गया। इस कैंप का शुभारंभ फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल, सह-संस्थापक नवीन गोयल की मौजूदगी में वार्ड-11 के पार्षद दिनेश सैनी एवं समाजसेविका रेखा सैनी ने किया। शिविर में 400 से अधिक लोगों ने जांच करवाई।
इस मौके पर पूर्व डिप्टी मेयर परमिंदर कटारिया, समाजसेवी बाली पंडित, जुगल रैना, कृष्ण यादव, विजयपाल यादव कन्हई, सैनी समाज की प्रदेश अध्यक्ष नीलम सैनी, योगिता सैनी, अशोक सैनी समेत काफी संख्या में मौजिज लोग उपस्थित रहे। कैनविन फाउंडेशन संस्थापक डा. डीपी गोयल, सह-संस्थापक नवीन गोयल ने बताया कि माता शीतला के आशीर्वाद से कैनविन फाउंडेशन की ओर से नियमित तौर पर समाजसेवा के क्षेत्र में वे कार्य कर रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य को दुरुस्त बनाने का उन्होंने बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों का स्वास्थ्य यही करने को आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को शुरू किया है। उन्हीं का अनुसरण करते हुए कैनविन का भी यही प्रयास है कि गुरुग्राम में लोगों का स्वास्थ्य सही रखा जाए। इस शिविर में शुगर, रक्तचाप, रक्त जांच के अलावा यूरोलॉजी, गायनी, पीडियाट्रिक, नेत्र, जनरल फिजिशियन चिकित्सों ने लोगों की गहन जांच की। इस मौके पर मुफ्त चश्में भी वितरित किए गए। इस शिविर में सेंटर फॉर साइट, पुष्पांजलि अस्पताल तथा नारायणा मदर एवं चाइल्ड केयर सेंटर का विशेष सहयोग रहा। शिविर में कुल 416 लोगों की जांच की गई।
पार्षद दिनेश सैनी ने कैनविन फाउंडेशन के क्रियाकलापों पर कहा कि लॉकडाउन से पहले से ही समाजसेवा में जुटी है। कोरोना महामारी के बीच जिस तरह से इन्होंने डीपी गोयल, नवीन गोयल ने कार्य किया, वह हम सबके लिए प्रेरणा की भी बात है। उन्होंने कहा कि कैनविन फाउंडेशन की टीम 24 घंटे समाजसेवा में जुटी रहती है। चाहे वह शहर में लोगों की सहायता की बात हो या फिर अस्पतालों में मरीजों के उपचार से लेकर उनके बिलों में छूट कराने की बात हो, कैनविन हर कदम पर लोगों के साथ खड़ी है।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading