Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

द्रोणाचार्य कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में गुरुग्राम के प्रथम “देहदान उत्सव”की शानदार प्रस्तुति

86

प्रधान संपादक योगेश

द्रोणाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज, गुरुग्राम में कल दधीचि देह दान समिति और द्रोणाचार्य कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में गुरुग्राम के प्रथम “देहदान उत्सव”की शानदार प्रस्तुति देखने को मिली।बताते चलें कि एन सी आर का यह 47वा समारोह है।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ विरेंद्र सिंह अंतिल ने की।विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं देहदान समिति के संरक्षक आलोक कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में लगभग दौ सौ लोग उपस्थित थे जो इस तथ्य के बावजूद अपनी सीटों से चिपके रहे कि कार्यक्रम ने अपनी निर्धारित समय सीमा को डेढ़ घंटे से अधिक कर दिया। श्रोतागण सम्मानित वक्ताओं के भाषणों में इस कदर डूबे हुए थे कि मानो समय की गिनती ही भूल गए हों। तालियों की गड़गड़ाहट एक के बाद एक होती रही, जो उपस्थित लोगों की भागीदारी और प्रशंसा का एक निश्चित प्रमाण था।
यह कार्यक्रम अपने दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहा। यह न केवल दर्शकों के बीच अंग दान के प्रति जागरूकता फैलाने में सफल रहा, जिसमें न केवल छात्रों, शिक्षकों और अन्य क्षेत्र के लोगों शामिल किया गया, बल्कि अंग और शरीर दाताओं के परिवार के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दधीचि देहदान समिति की उपाध्यक्ष मंजू प्रभा द्वारा महान ऋषि दधीचि के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं मंत्रोच्चारण से की गई। मुख्य अतिथि ने अपने एनजीओ के जन्म और यात्रा का संक्षेप में वर्णन किया। उन्होंने अंग और शरीर दान के नेक काम के खिलाफ काम करने वाली वर्जनाओं का मुकाबला करने के लिए भारतीय पौराणिक कथाओं और इतिहास के उदाहरणों को उद्धृत किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे देश के प्रमुख संतों ने शरीर दान के कारण का समर्थन किया है।
दधीचि देह दान समिति के महामंत्री कमल खुराना सभा को संबोधित करने वाले पहले वक्ता थे। उन्होंने अंग और शरीर दान के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर कुशलतापूर्वक और बड़ी स्पष्टता के साथ बात की। उन्होंने पीपीटी का बहुत प्रभावी उपयोग किया और बारीकियों पर प्रकाश डाला,
हरियाणा प्रांत आरएसएस के संघचालक पवन जिंदल ने दर्शकों और आम जनता से अपने धार्मिक हठधर्मिता को त्यागने और बड़ी संख्या में आगे आकर सभी जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अपनी आंखों और शरीर की प्रतिज्ञा करने की अपील की। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सबसे बड़ा दान है जो एक व्यक्ति कर सकता है। यह देश और मानवता दोनों के लिए एक महान सेवा है।
कन्हैया लाल जी आर्य, संरक्षक, आर्य प्रतिनिधि सभा, हरियाणा, मुख्य वक्ता थे, जिन्होंने कुशलतापूर्वक सभी चारों वेदों से उद्धृत किया ताकि यह बात घर कर सके कि सभी प्राचीन भारतीय साहित्य और दर्शन अंग और शरीर दान के महान कारण का समर्थन करते हैं। उन्होंने यह साबित करने के लिए पुराणों और उपनिषदों के उपाख्यानों को साझा किया कि असली ‘मोक्ष’ शरीर दान में निहित है न कि इसे जलाने या दफनाने में।

गुड़गांव के जाने-माने डॉक्टर और रेडियोलॉजिस्ट डॉ. जयदीप शर्मा ने हॉल में मौजूद सभी लोगों पर गहरा असर छोड़ते हुए अपनी कहानी और अनुभव साझा किए। उन्होंने अपने स्वयं के उदाहरण से दिखाया कि अंगदान का विचार कितना महत्वपूर्ण और आवश्यक है, और इसे जनता के बीच जितनी जल्दी हो सके और क्यों फैलाना चाहिए।उन्होंने सभागार को भावुक कर दिया।
द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र अंतिल ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हॉल में उपस्थित सभी लोगों को अपना शरीर दान करने का संकल्प लेना चाहिए, यह उत्सव वास्तव में सफल माना जाएगा यदि कॉलेज के कम से कम 90% छात्र और शिक्षक यह संकल्प लें। धन्यवाद प्रस्ताव के बाद जलपान की भी व्यवस्था की गई थी।
दधीचि देहदान समिति दिल्ली के अन्य सदस्यों में अविनाश, सुनील गंधर्व, विनोद अग्रवाल, कुलविंदर , ज्ञानप्रकाश तायल, हेमा जॉली और कमल बवेजा इस कार्यक्रम में शामिल हुए। गुरुग्राम की पूरी टीम ने कुशल और पेशेवर तरीके से कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रो प्रवीण फोगाट ने मंच संचालन किया।कॉलेज के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों(खासकर एन एस एस और एन सी सी) ने कार्यक्रम में यथायोग्य सहयोग दिया।इस मौके पर गर्ल्स कॉलेज सेक्टर 14 के प्रिंसिपल डॉ रमेश गर्ग, डॉ इंदू जैन,डॉ सुदेश यादव,डॉ करतार सिंह, डॉ नरेंद्र अरोड़ा, प्रो सुनील डबास,डॉ राजकुमार शर्मा,डॉ शिवालिक, एन सी सी अधिकारी डॉ.सुशील सैनी, अनुशासन अधिकारी प्रो लीलमणी गौड़, एन एस एस अधिकारी प्रो गोविंद, प्रो हरीश ढुल, प्रो. राजेश कुंडू,रमेश बंसल,राजीव कोचर,राजपाल मोर, वीरेंद्र डावर, रविंदर शर्मा,प्रो राजेश सहवाग, प्रो अशोक,आदि उपस्थित रहे।दधीचि देह दान समिति के उपाध्यक्ष रामधन नांगरू के कुशल मार्गदर्शन में टीम ने काम किया, जिनके योगदान को मंच से पहचाना और सराहा गया। डॉ साहिद अहमद, रवि श्योराण,महेंद्र कुमार, नवीन यादव, नवनीत,छत्रपाल भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading