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एम3एम फाउंडेशन ने प्रकृति संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘संकल्प’ कार्यक्रम का किया शुभारंभ

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एम3एम फाउंडेशन ने प्रकृति संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘संकल्प’ कार्यक्रम का किया शुभारंभ

• इस कार्यक्रम का उदघाटन भारत के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री, राव इंद्रजीत सिंह द्वारा किया गया

प्रधान संपादक योगेश

गुरुग्राम,: प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर प्राकृतिक संसाधनों एवं प्रकृति के संरक्षण के लिए कार्य करने एवं इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एम3एम फाउंडेशन ने ‘संकल्प’ कार्यक्रम की शुरुआत की जिसका उद्घाटन भारत के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री, राव इंद्रजीत सिंह ने किया। प्राकृतिक संसाधनों को उनको उसी अवस्था में लाने के लिए एम3एम फाउंडेशन अपने ‘संकल्प’ कार्यक्रम के साथ तावडू (नुहं) , सोहना एवं गुरुग्राम के अनेक गाँवों में जल स्रोतों, लैंड लेवलिंग, रेनवाटर हार्वेस्टिंग एवं पौधारोपण के माध्यम से प्रकृति संरक्षण के लिए कार्य करेगा एवं अगले पाँच सालों के अंतर्गत तीन चरणों में इन कार्यों को पुरा करने के लक्ष्य रखा है।

इस अवसर पर भारत के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री, राव इंद्रजीत सिंह, जीएमडीए के एडिशनल सीईओ सुभाष यादव, हरियाणा फुटबॉल और जिमनास्टिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू, गुरुग्राम मेयर मधु आजाद, एम3एम इंडिया के डायरेक्टर रूप बंसल, एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी, डॉ पायल कनोडिया, एम3एम फाउंडेशन के प्रेसिडेंट डॉ ऐश्वर्य महाजन, तावडू, सोहना गुरुग्राम से 250 से अधिक किसान एवं कई ब्लॉक के सरपंच मौजूद रहे।
उद्घाटन के अवसर पर भारत के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री, राव इंद्रजीत सिंह ने एक स्थायी भविष्य के निर्माण की दिशा में एम3एम फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की और कार्यक्रम के तहत उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

प्रकृति ने हमें जीवन जीने के महत्वपूर्ण घटक प्रदान की है और इसका अत्यधिक दोहन मानव के लिए ही खतरा है। यदि आज हम समय रहते सजग नहीं हुए तो भविष्य में स्थिति और भयावह होगी एवं धरती पर रहने वाले सभी जीवों के लिए ही खतरा होगा। प्राकृतिक संसाधनों को बेतरतीब तरीके से उपयोग करना एवं उनको सही रखने के लिए कोई ठोस प्रयास न करना खतरे की घंटी है। इसके लिए सरकारी प्रयासों के साथ साथ सामूहिक प्रयास होने चाहिए।

इस कार्यक्रम के अवसर पर डॉ. पायल कनोडिया ने कहा, “ संकल्प कार्यक्रम का उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर भविष्य देना है। आज ग्लोबल वार्मिंग, पर्यावरण प्रदुषण, जल प्रदुषण, मृदा-अपरदन इत्यादि के माध्यम से प्रकृति को नुकसान हो रहा है उसके साथ ही उस पर निर्भर सभी जीव जंतुओं को नुकसान हो रहा है। एम3एम फाउंडेशन ने इस विषय की गंभीरता को देखते हुए ‘संकल्प’ कार्यक्रम शुरू कर रहा है जो हमारा प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने का एक प्रयास है। यह प्रयास प्रत्येक नागरिक एवं संस्थाओं को आगे बढ़ कर करना चाहिए। मै हरियाणा सरकार और सर सैयद ट्रस्ट के बहुमूल्य सहयोग के लिए आभार व्यक्त करती हूँ।”

वही इस प्रोजेक्ट को लेकर एम3एम फाउंडेशन, जीएमडीए तथा इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले संगठन सर सैयद ट्रस्ट के साथ एमओयू साझा किया गया। चूंकि पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में यह कार्यक्रम पहले से चल रहा है। इस कार्यक्रम से जुड़े तावडू से आए लगभग 250 से ऊपर किसानों नेहिस्सा लिया और लैंड लेवलिंग तथा नर्सरी पर अपना अनुभव साझा किए। इस अवसर पर संकल्प थीम सॉन्ग लॉंच किया तथा आईएमपावर एकेडेमी के बच्चों ने संकल्प थीम पर स्कीट परफॉर्मेंस भी दिया जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हुये।

एम3एम फाउंडेशन का लक्ष्य चयनित जिले नूंह और गुरुग्राम में अगले 5 वर्षों तक काम करना है। यह कार्यक्रम 100 तालाबों का पुनर्वास, 150 स्कूलों में वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण, 500 विभिन्न जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण सुनिश्चित करेगा जो लगभग 15000 मिलियन लीटर जल भंडारण क्षमता का निर्माण करेगा । तावडू (नूह), सोहना और गुरुग्राम (गुरुग्राम) ब्लॉक के चिन्हित परियोजना गांवों में 2 लाख से अधिक फल और पशुओं के चारे में प्रयोग आने वाले पेड़ लगाएगा। लगभग 20000 एकड़ क्षेत्र को प्राकृतिक खेती के तहत लाया जाएगा जिससे 10000 एचएच से अधिक को लाभ होगा। कार्यक्रम को 3 चरणों में लागू किया जाएगा और पहले चरण में इस कार्यक्रम को 25 गांवों में लागू करने के लिए इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले संगठन सर सैयद ट्रस्ट के साथ भागीदारी की गयी है।

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