दलित रेप पीड़िता का पुलिस-प्रशासन की निगरानी में अंतिम संस्कार:20 घंटे बाद टूटा गतिरोध, आर्थिक मुआवजे, नौकरी पर बनी सहमति
बाड़मेर ढाणी में विवाहिता को अकेली देखकर रेप के बाद थिनर छिड़ककर जिंदा जलाने की घटना में बुरी तरह से पीड़िता झुलस गई। शुक्रवार आधी रात को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। आक्रोशित समाज व परिजनों ने जोधपुर में मोर्चरी के बाहर धरना दे दिया। दोपहर बाद परिजनों ने धरना बालोतरा एसडीएम ऑफिस शिफ्ट कर दिया। शनिवार को दिन भर चले धरने के बाद रात 9 बजे कलेक्टर व एसपी ने परिजनों व समाज से वार्ता शुरू की, कई दौर की वार्ता के बाद रात 2 बजे आर्थिक मुआवजे, संविदा पर नौकरी की मांग पर सहमति बन गई।
🌾पुलिस व प्रशासन की निगरानी में हुआ अंतिम संस्कार
मृतका के शव को जोधपुर से अलसुबह 5 बजे गांव के लिए रवाना किया गया। पुलिस व प्रशासन की निगरानी में शव को घर पर पहुंचाया गया। वहीं गांव में गांव पुलिस छावनी बन गया था। बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे। वहीं पुलिस प्रशासन की निगरानी में शव का अंतिम संस्कार कर करवाया गया।
मुआवजे व सहमति पर बनी सहमति
🥀एडीएम अश्विनी के पंवार के मुताबिक कि यह पूरा मामला सामने आने के बाद तत्काल पचपदरा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़िता की जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने के बाद से ही लगातार परिजनों व प्रशासन के बीच वार्ता हुई। बालोतरा उपखंड मुख्यालय पर कलेक्टर, एसपी की मौजूदगी में परिजनों व जनप्रतिनिधियों के साथ हुई वार्ता सफल रही। पीड़ित परिवार को सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत उचित मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की मांग पर सहमति बनी और आज मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद जोधपुर से शव के घर पहुंचा जहां पर सामाजिक रीति रिवाज के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शांतिपूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
समझौता वार्ता में 25 लाख रुपए मुआवजा,सरकारी नौकरी का आश्वासन,परिजन एक करोड़ मुआवजे की जिद पर अड़े
दलित महिला के साथ हुई घटना के बाद शनिवार को एसडीएम कार्यालय में धरना प्रदर्शन के दौरान सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, सभापति सुमित्रा जैन, भाजपा बालोतरा जिलाध्यक्ष बाबूसिंह राजगुरु, बाड़मेर जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा, बालोतरा नगर अध्यक्ष अमराराम सुंदेशा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष महिपालसिंह करणोत, दुर्गसिंह राजपुरोहित, गोविंदसिंह राजपुरोहित, उप सभापति प्रतिनिधि नैनाराम सुंदेशा सहित भैरुलाल नामा, हुकमाराम राठौड़ सहित परिजनों व समाजबंधुओं व भाजपा कार्यकर्ताओं ने मांगें मानकर लिखित में आश्वासन नहीं देने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने कार्यालय में एडीएम अश्विन के. पंवार, एसडीएम विवेक व्यास, तहसीलदार इमरान खां के साथ वार्ता की, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। इससे पहले जोधपुर अस्पताल में विधायक मदन प्रजापत ने 25 लाख रुपए व सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया, लेकिन परिजन व भाजपा कार्यकर्ता सहमत नहीं हुए।
कलेक्टर-एसपी की समझाइश, रात 2 बजे माने परिजन
विवाहिता की मौत के मामले में रात करीब 1 बजे तक समझाइश का दौर चलता रहा। रात 9.30 बजे कलेक्टर लोकबंधु व एसपी दिगंत आनंद बालोतरा पहुंचे। इसके बात प्रतिनिधि मंडल से वार्ता शुरू की। विधायक मदन प्रजापत ने सरकार से 25 लाख व सरकारी नौकरी दिलाने के साथ 5 लाख विधायक कोष व 5 लाख निजी तौर पर दिलाने की बात कही, लेकिन परिजन 1 करोड़ व सरकारी नौकरी पर अड़े रहे। रात को 2 बजे आखिरकार परिजनों व प्रशासन के बीच आर्थिक मुआवजे पर सहमति बन गई। परिजनों व समाज के लोगों ने धरना समाप्त कर दिया।
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