मांझे से बुजुर्ग के गले की नस कटी:मकर संक्रांति पर जयपुर समेत कई शहरों में पतंगबाजी का दौर; पुष्कर तीर्थ में महास्नान
जयपुर
चाइनीज मांझे से बुजुर्ग का गला कट गया। गर्दन पर 15 टांके आए हैं।
राजस्थान के अलग-अलग शहरों में आज भी मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है। जयपुर सहित कई शहरों में सुबह से पतंगबाजी हो रही है और ‘वो काटा’ की गूंज है। इसके साथ ही दान-पुण्य का दौर भी चल रहा है। तीर्थराज पुष्कर के ब्रह्म सरोवर में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। सरोवर के घाटों पर श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान और उपनयन का दौर चल रहा है।
पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे से बहुत-से लाेग जख्मी भी हो गए हैं। बूंदी में रविवार शाम बाइक पर जा रहे नटावा निवासी रामलाल मीणा उर्फ कल्लू जमादार (62) का मांझे से गला कट गया। मांझे ने गले को चीरते हुए नस (खून की नली) को काट दिया। बुजुर्ग का एक घंटे तक ऑपरेशन चला। 15 टांके आए हैं। भीलवाड़ा में बाइक सवार बड़लियास निवासी बाबूलाल पिता तेजमल खटीक का गला मांझे से कट गया। उसकी गर्दन पर गंभीर घाव हो गया। अत्यधिक खून बह जाने से उसे ब्लड भी चढ़ाना पड़ा।
गरीबों को दान कर लोग कमा रहे पुण्य
ग्रहों के राजा सूर्य देव रविवार मध्य रात्रि 2:44 बजे मकर राशि में प्रवेश कर गए। इसलिए मकर संक्रांति का पुण्यकाल आज है। मकर संक्रांति पर रवि योग, कुमार योग, शतभिषा नक्षत्र और वरियान योग का खास संयोग है। गोशालाओं में संकल्प सेवा दिवस मनाया जा रहा है। शाम काे सूर्यास्त यानी 5:50 बजे तक पुण्यकाल रहेगा। लोग गायों को हरा चारा और गुड़ खिलाने के साथ ही उन्हें गोद भी ले रहे हैं।
शास्त्राें में 14 वस्तुएं दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। जरूरतमंदों को ऊनी वस्त्र, तेल की बनी चीजें, पुस्तकें, तिल के लड्डू, फीणी, गजक, रेवड़ी, फल और भाेजन दान कर लोग पुण्य कमा रहे हैं। यही नहीं, कबूतर और पक्षियों को चुग्गा भी डाला जा रहा है।
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