कमल कांत(छात्र) ने सी.बी.एस. ई. को पत्र लिख की मांग
कमल कांत(छात्र) ने सी.बी.एस. ई. को पत्र लिख की मांग
12वी की वैकल्पिक परीक्षाओं की सूची में मुख्य विषयों की परीक्षाओं के साथ अन्य विषय भी शामिल किए जाने चाहिए।”
प्रधान संपादक योगेश
कोरोना वायरस के कारण सरकार द्वारा 10वीं और 12वीं के बोर्ड पेपर रद्द कर दिए गए। इसकी सूचना 1 जून को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दी। यह फैसला बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को मध्यनज़र रखकर लिया गया । इस फैसले से अधिकतर बच्चे और अभिभावक भी सहमत है । इसके साथ ही तत्काल में सी.बी.एस.ई. ने 30% + 30% + 40% के फार्मूला से 12वीं के परिणाम निकालने का भी निर्णय लिया। तथा यह भी कहा गया कि जो विद्यार्थी इस परिणाम से असंतुष्ट होंगे उन्हें हालात सामान्य होने पर परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। मध्य अगस्त से परीक्षा आरंभ करने की सी.बी.एस.ई. के दिशा निर्देशों में यह तथ्य भी रखा गया है कि परीक्षाएं सिर्फ मुख्य विषयों की ही होंगी, जैसे -अंग्रेजी, मैथ्स केमिस्ट्री , फिजिक्स इत्यादि। परंतु कुछ बच्चों को इस बात से शिकायत है कि सिर्फ मुख्य विषयों की परीक्षाएं क्यों ली जाए, अन्य विषय के क्यों नहीं ।छात्र कमल कांत ने सी.बी.एस.ई. को इस में पत्र लिखते हुए बताया कि इस दिशा निर्देश में उन बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा जो म्यूजिक, फिजिकल एजुकेशन जैसे विषयों में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। क्योंकि यह विषय सी.बी.एस.ई. मुख्य विषय नहीं मानती , इस कारण इन विषयों की परीक्षाएं नहीं ली जाएगी। कमल कांत का कहना है कि अगर किसी विद्यार्थी ने 4 मुख्य तथा 1 अन्य विषय लिया हुआ था और वह इस परिणाम से असंतुष्ट है तो 4 विषय के पेपर के साथ 1 अन्य विषय का पेपर देने में कोई क्या बुराई है। कमल कांत खुद इसी कठिनाई से झूंझ रहे है। यह पत्र लिखकर सी.बी.एस.ई. और सरकार के अधिकारियों से यह गुजारिश करता है कि मुख्य विषयों के साथ अन्य विषयों की भी वैकल्पिक परीक्षाएं की मंजूरी दी जाए।
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