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जोधपुर बेटा नहीं होने पर पत्नी को आयरन से दागा:

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जोधपुर बेटा नहीं होने पर पत्नी को आयरन से दागा:जूतों-बेल्ट से पिटाई करता, कमरे में बंद रखा और जहर देकर मार डाला

जोधपुर
भइया इन लोगों ने मेरे साथ बुरी तरह से मारपीट की…. (रोते हुए)
मेरा जेठ मुझे कह रहा है इसे जहर पिलाकर मार दो…
ये आज मुझे जान से मार सकते हैं और मेरी बेटियों को भी खतरा है…
मैं इनसे परेशान हो चुकी हूं, मेरे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया है…

ये आखिरी शब्द थे, जोधपुर के पीपाड़ में रहने वाली 25 साल की कंचन के। 11 फरवरी की सुबह 4 बजे चाचा जगदीश के पास कंचन के जेठ का फोन आया और कहा कि कंचन की मौत हो चुकी है। परिवार मथुरादास हॉस्पिटल पहुंचा।

लेकिन, जब बेटी का हाल देखा तो सभी चौंक गए। बेटी के शरीर पर मारपीट के निशान थे। ऐसा लग रहा था कि मानो किसी गर्म चीज से उसे दागा गया हो। मुंह से लेकर हाथ और पेट तक के हिस्से पर चोट के निशान थे।

पीहर पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया कि ससुराल वाले टॉर्चर की सारी हदें पार कर चुके थे। ऐसी कोई चीज नहीं थी कि जिससे कंचन को पीटा नहीं गया हो। कई दिनों तक कमरे में बंद कर भूखा रखते थे। 18 महीने की मासूम बेटी को भी मारने की कोशिश की।

इस टॉर्चर का कारण था- कंचन के कोई बेटा नहीं था। दो बेटियां ही हैं। दूसरा ससुराल वाले कार के साथ 5 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। इधर, मामले की हकीकत सामने आने के बाद परिजनों ने पीपाड़ थाने में 11 फरवरी को पति मनोहर सांखला समेत ससुराल के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

कंचन का शव एमडीएम (मथुरादास माथुर) हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में ही है। परिजन मॉर्च्युरी के बाहर शनिवार से धरने पर हैं। आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए उन्होंने शव उठाने से इनकार कर दिया है।

कंचन के भाई भागीरथ से दैनिक भास्कर ने बात की, जिसने टॉर्चर की कहानी बताई वो रोंगटे खड़े कर देने वाली थी।

जोधपुर के माता का थान इलाके की रहने वाली कंचन की शादी 2 दिसंबर 2016 को पीपाड़ निवासी मनोहर सांखला से हुई थी।
जोधपुर के माता का थान इलाके की रहने वाली कंचन की शादी 2 दिसंबर 2016 को पीपाड़ निवासी मनोहर सांखला से हुई थी।
पढ़िए कैसे ससुराल वालों ने दहेज और बेटे के लिए थर्ड डिग्री जितना खतरनाक टॉर्चर दिया….

मेरी (भागीरथ) बहन 12वीं तक पढ़ी थी। 2 भाइयों में सबसे छोटी थी। 2 दिसंबर 2016 को उसकी शादी जोधपुर जिले के पीपाड़ कस्बे के रहने वाले मनोहर सांखला से हुई थी। मनोहर पीपाड़ में ही ईटों की फैक्ट्री और कंस्ट्रक्शन का काम करता है।

शादी के दो साल बाद 2018 में दोनों के एक बेटी (लक्षिता) हुई। तब तक सब कुछ सही चल रहा था। कुछ समय बाद वे कंचन को परेशान करने लगे। शादी में मिले सामान को लेकर सास-ससुर और जेठ प्रेमाराम ताने मारने लगे। इसके बाद 2021 में जब कंचन को दूसरी बेटी कुमकुम हुई तो ससुराल वालों ने टॉर्चर करना शुरू कर दिया।

पहले सास, जेठ प्रेमाराम और जेठानी परेशान करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने उसके पति मनोहर को भी भड़काना शुरू कर दिया। धमकाने लगे कि ससुराल से या तो कार लेकर आओ नहीं तो 5 लाख रुपए देने होंगे। जब कंचन विरोध करती तो उसके साथ मारपीट शुरू कर दी।

जोधपुर में मथुरादास माथुर अस्पताल के बाहर जुटे परिजन। परिवार की मांग है कि आरोपियों को दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार किया जाए।
जोधपुर में मथुरादास माथुर अस्पताल के बाहर जुटे परिजन। परिवार की मांग है कि आरोपियों को दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार किया जाए।
बहन को कमरे में बंद कर यातनाएं देने लगे। समय पर खाना नहीं देते थे। भाई ने आरोप लगाया कि उसकी बहन के साथ जानवरों जैसा बर्ताव किया गया। लाठी-डंडों, लात-घूसों के साथ बेल्ट से पीटते थे। बहन को कई बार धमकाया भी कि यदि पीहर वालों को मारपीट के बारे में बताया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।

जब ससुराल वालों की डिमांड पता चली कि उन्हें 5 लाख रुपए चाहिए तो जैसे-तैसे 1 लाख रुपए दिलवाए। कुछ समय सब कुछ सही चला। इसके बाद बेटी को ताने मारने शुरू कर दिए। बेटा नहीं होने पर सास कहती थी कि मेरे बेटे की जिंदगी खराब कर दी।

गर्म सरिए का जख्म दिया

पीहर पक्ष के लोगों का आरोप है कि कंचन को जबरदस्ती जहर देकर मारा गया है। जब कंचन के पीहर पक्ष के लोग एमडीएम हॉस्पिटल पहुंचे तो बेटी की डेडबॉडी मॉर्च्युरी में थी। शरीर पर चोट के निशान थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटा नहीं होने और रुपए नहीं देने पर ससुराल के लोगों ने कंचन के पेट पर गर्म लोहे से दागा था।

इतना ही नहीं पति जब भी घर आता उसे बेल्ट से पीटता था। इसके साथ ही गर्दन और हाथ पर गर्म सरिया दागा। इन सभी के चोट के निशान कंचन के शरीर पर मौजूद थे।

घर पर बात भी नहीं करने देते थे

भागीरथ ने आरोप लगाया कि बहन के ससुराल वाले उसे घर पर भी बात नहीं करते देते थे। यदि पता भी चल जाता कि उसने बात की है तो मोबाइल छीन लेते और मारपीट शुरू कर देते थे। ससुराल से पीहर 1 दिन से ज्यादा कभी रुकने नहीं दिया।

कंचन के साथ जो कुछ भी हुआ उसने हर बात बताई। लेकिन, जब ससुराल पक्ष के लोगों को इस बारे में पूछते तो वे आगे से ऐसा नहीं करने का हवाला देते और माफी मांग लेते। हम भी नहीं चाहते थे कि कंचन का घर टूटे। लेकिन वे लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।

10 फरवरी की सुबह मारपीट की और फिर जहर दिया

भाई ने बताया कि 10 फरवरी को मारपीट के बाद बहन ने बड़े भाई मानाराम को कॉल किया था और बताया कि उसे बुरी तरह से पीटा गया है। और ये लोग जहर देकर मारने की बात कह रहे हैं। भाई मानाराम के मुताबिक, कंचन को कमरे में बंद कर उसे पीटा गया और इसके बाद जबरदस्ती जहर दिया गया। जब उसकी तबीयत खराब होने लगी तो पति मनोहर उसे पीपाड़ हॉस्पिटल ले गया।

कंचन के परिवार वाले जब एमडीएम मॉर्च्युरी पहुंचे तो बेटी के शरीर पर ये निशान देख सकते में आ गए। उनका कहना है कि दहेज के लिए कंचन को बुरी तरह टॉर्चर किया गया।
कंचन के परिवार वाले जब एमडीएम मॉर्च्युरी पहुंचे तो बेटी के शरीर पर ये निशान देख सकते में आ गए। उनका कहना है कि दहेज के लिए कंचन को बुरी तरह टॉर्चर किया गया।
यहां से 10 फरवरी की सुबह 11.30 बजे कंचन की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने पीपाड़ से जोधपुर के मथुरा दास माथुर अस्पताल में रेफर कर दिया। रात 10:30 बजे के करीब कंचन ने दम तोड़ दिया। इसके बाद कंचन के जेठ प्रेमाराम ने चाचा जगदीश को फोन कर बताया कि उनकी भतीजी कंचन की मौत हो चुकी है। परिजनों का कहना था कि जब वे हॉस्पिटल पहुंचे तो उसके शरीर पर मारपीट के निशान थे।

पिता ने दर्ज करवाया मामला

कंचन के पिता अणदाराम गहलोत ने बताया, दहेज की मांग को लेकर आए दिन ससुराल वाले उसकी बेटी के साथ मारपीट करते थे। उनकी बेटी को जहर देकर मारा गया है। इसलिए उसके ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पिता ने पीपाड़ थाने में पति मनोहर, सास कमला और जेठ प्रेमाराम के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। प्रेमाराम पीपाड़ नगरपालिका में काम करता है। कंचन के पिता ने बताया कि दोनों भाई पीपाड़ में साथ रहते हैं।

एमडीएम मॉर्च्युरी के बाहर परिजन और रिश्तेदार धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा वे शव नहीं उठाएंगे।
एमडीएम मॉर्च्युरी के बाहर परिजन और रिश्तेदार धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा वे शव नहीं उठाएंगे।
फिलहाल इस मामले में अभी तक पीपाड़ पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। एमडीएम मॉर्च्युरी के बाहर परिजनों का धरना जारी है। परिजनों ने कहा है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, वे शव नहीं उठाएंगे।

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