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जेई को सजा- अब हर महीने सैलरी से कटेंगे 5 हजार रुपये, जानिये क्या है मामला ?

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जेई को सजा- अब हर महीने सैलरी से कटेंगे 5 हजार रुपये, जानिये क्या है मामला ?

जेई की हर माह की सैलरी से 5 हजार रूपए काटने की सजा मिली है। दरअसल उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) ने ट्रांसफार्मर ऑयल शार्टेज का हर्जाना वसूलने के लिए जेई की हर महीने पांच हजार रुपए सैलरी काटने का फैसला किया है। हालांकि इससे सभी जेई में नाराजगी है। लेकिन यूएचबीवीएन ने अम्बाला के साथ-साथ पंचकूला के एसई और एक्सईएन को यह आदेश जारी किए हैं।
अम्बाला सिटी और कैंट एक्सईएन कार्यालय ने यूएचबीवीएन के आदेश पर अपने-अपने सब डिवीजन के जेई के अकाउंट से कटौती शुरू कर दी है। इससे सभी जेई में नाराजगी है। शुक्रवार से वे इसका विरोध करेंगे। वहीं, एक्सईएन कैंट पवन नरूला ने बताया कि जेई के अकाउंट से कटौती करने के आदेश पुराने हैं जिन्हें अब लागू किया जा रहा है।
जेई व ट्रांसफार्मर इंचार्ज कटौती का विरोध कर रहे हैं। जेई का कहना है कि 100 से 1000 केवीए का ट्रांसफार्मर से हर साल ऑयल कम होता चला जाता है। यूएचबीवीएन जेई को पूरा तेल मुहैया नहीं कराता। जिससे हर साल ऑयल पूरा नहीं हो पाता।

इसलिए ट्रांसफार्मर 6-7 साल में सड़ जाते हैं। जब जेई खराब ट्रांसफार्मर जमा कराकर नया लाता है तो निगम बाद में जब खराब ट्रांसफार्मर से तेल निकालकर उसकी मात्रा चेक करता है तो वह कम निकलता है।

जेई का कहना है कि यूएचबीवीएन के पूर्व एमडी से मिलकर हमने अपनी बात रखी थी, जिन्होंने उनकी बात को समझा था। इसके बाद उन्होंने ट्रांसफार्मर ऑयल शॉर्टेज के मुताबिक जेई से वसूली करने पर रोक लगा दी थी। अब एमडी के बदले जाने के बाद दोबारा से आदेशों को लागू किया जा रहा है।

एक्सपर्ट रिटायर्ड जेई सुरजीत सिंह ने बताया कि 200 केवीए के ट्रांसफार्मर में अधिकतम 400 लीटर ऑयल होता है। ट्रांसफार्मर से हर साल 20 लीटर ऑयल कम हो जाता है। हर साल यदि ट्रांसफार्मर ऑयल पूरा न हो तो इससे ट्रांसफार्मर भी अधिक दिनों तक नहीं चलेगा।

ट्रांसफार्मर के अंदर तांबे की एक रॉड और क्वॉयल होती हैं जो खराब होती चली जाती हैं। इसी वजह से 6 साल में ट्रांसफार्मर सड़ जाता है। जब लैब में ट्रांसफार्मर चेक होता है तो तेल कम निकलता है। छह साल में 120 लीटर तेल कम निकलने की रिकवरी जेई से की जाती हैं

एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के यूनिट प्रधान त्रिलोचन सिंह की अध्यक्षता में गेट मीटिंग हुई। इस मीटिंग में कैंट की सभी सब डिवीजन के जेई समेत अन्य कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।

यूनियन नेताओं ने कहा कि सभी जेई के अकाउंट से 5 हजार रुपए कटौती के फैसले का यूएचबीवीएन वापस लें। यूनियन ने एक्सईएन के व्यवहार पर भी सवाल उठाए हैं। कुछ जेई का कहना है कि अधिकारी कटौती में से 15 प्रतिशत की छूट दे सकते हैं।

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