Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

जैन समाज सिर्फ एक धर्म नहीं, बल्कि यह जीवन का वह आधार- डीसीपी अर्पित जैन

0 0

जैन समाज सिर्फ एक धर्म नहीं, बल्कि यह जीवन का वह आधार- डीसीपी अर्पित जैन

हर तीर्थंकर ने अपने-अपने जीवनकाल में जैन समाज को सुधारने के काम किए

जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों के जीवन परिचय की हॉली तीर्थंकर पुस्तक हुई लॉन्च

हार्टफुटनेस संस्था के गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर केंद्र में आयोजित किया गया समारोह

हार्टफुलनेस ने जीतो गुरुग्राम चैप्टर के साथ मिलकर किया कार्यक्रम

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। जैन समाज के 24 तीर्थंकरों के जीवन से परिचित कराती हॉली तीर्थंकर पुस्तक का यहां गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर स्थित हार्टफुलनेस केंद्र पर लॉन्च किया गया। यह पुस्तक हार्टफुलनेस के वैश्विक मार्गदर्शक कमलेश डी. पटेल दाजी ने लिखी है।

इस कार्यक्रम में डीसीपी मुख्यालय गुरुग्राम अर्पित जैन, एंटी क्रप्शन ब्यूरो के अधीक्षक डा. अंशु सिंगला जैन मुख्य अतिथि रहे। 

मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट साकेत कोर्ट राहुल जैन, महावीर इंटरनेशनल एपेक्स के इंटरनेशनल प्रेजीडेंट वीर सीए अनिल जैन, जीतो नॉर्थ जोन के चेयरमैन रमन जैन, श्री 1008 पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैकबपुरा के प्रेजीडेंट नरेश जैन विशिष्ट अतिथि रहे। जीतो गुरुग्राम के चेयरमैन शैलेष जैन, चीफ सेक्रेटरी संजय जैन, रीजनल फेसिलिएटर हार्टफुलनेस दिल्ली एनसीआर वी. श्रीवासन, हार्टफुल गुरुग्राम के जोनल कॉर्डिनेटर अनुज सेतिया, हार्टफुलनेस से विपर्णा, राजेश गुप्ता, कंचन गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया। जैन समाज के प्रवक्ता अभय जैन एडवोकेट ने बताया कि जैन समाज के 24 तीर्थंकर ऋषभदेव, अजितनाथ, संभवनाथ, अभिनंदननाथ, सुमतिनाथ, पद्मप्रभु, सुपाश्वनाथ,चंद्रप्रभु, सुविधिनाथ, शीतलनाथ, श्रेयांसनाथ, वासुपूज्य, विमलनाथ, अनंतनाथ, धर्मनाथ, शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरहनाथ, मल्लिनाथ, मुनिसुव्रतनाथ, नमिनाथ, नेमिनाथ, पाश्र्वनाथ, भगवान महावीर स्वामी के जीवन का दर्शन इस पुस्तक में मिलेगा। उन्होंने कैसे अपना जीवन बिताया, कैसे अपने जीवन में समाज को सुधारने का काम किया, कैसे मोक्ष प्राप्त किया, यह सब पुस्तक में पढ़ा जा सकता है। हार्टफुलनेस 162 देशों में ध्यान, योग, पर्यावरण संरक्षण और जीवन निर्माण के लिए कार्य कर रही है।  

डीसीपी मुख्यालय गुरुग्राम अर्पित जैन ने कहा कि जैन समाज सिर्फ एक धर्म नहीं, बल्कि यह जीवन का वह आधार है जिस पर चलते हुए मनुष्य अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकता है। मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट साकेत कोर्ट राहुल जैन ने कहा कि जैन धर्म अपने आप में महत्वपूर्ण है। यहां समाज सुधार के जो कार्य किए जाते हैं, वे हर व्यक्ति का जीवन बदलने का काम करते हैं। महावीर इंटरनेशनल के इंटरनेशनल अध्यक्ष अनिल जैन ने कहा कि जैन धर्म से जुडऩे वाला हर व्यक्ति पहले दिन से ही अपने जीवन में बदलाव को महसूस करता है। यह धर्म जीवन दर्शन है। जीतो नॉर्थ जोन के चेयरमैन रमन जैन ने कहा कि जैन समाज के हर तीर्थंकर ने अपने-अपने जीवनकाल में समाज को सुधारने के काम किए। इंसानियत, प्रकृति, पशु, पक्षियों के प्रति प्रेम की भावना को जागृत करके हमारे तीर्थंकरों ने समाज को सुधारने का काम किया। 

श्री 1008 पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैकबपुरा के प्रेजीडेंट नरेश जैन ने कहा कि जैन धर्म से जुड़े लोग पूरी दुनिया में फैले हैं। हर जगह पर जैन धर्म का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जैन धर्म के संत घूम-घूमकर इंसानियत को सही राह पर चलने की पे्ररणा देते हैं। अन्य अतिथियों ने भी जैन धर्म की व्याख्या करते हुए समाज में बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में जैन समाज के अनेक लोग मौजूद रहे।

Leave a Reply

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading