खाद के दाम में बढ़ोतरी, गेहूं खरीद में नमी के नाम पर लूट
खाद के दाम में बढ़ोतरी, गेहूं खरीद में नमी के नाम पर लूट
खाद के बढ़ाये दाम को सरकार तुरंत वापस ले सतीश जैन
ठनेलो ने राज्यपाल के नाम वाला ज्ञापन डीसी को सौंपा
2022 में किसानों की आय दुगनी होना दूर की कोड़ी
फतह सिंह उजाला
पटौदी । खाद के मूल्य में अप्रत्याशित बढ़ोतरी, गेहूं खरीद में नमी के नाम पर लूट, मेरी फसल मेरा ब्यौरा की पूर्ण विफलता, बढ़ती महंगाई एवं प्रदेश में चरम पर बेरोजगारी के खिलाफ इंडियन नेशनल लोकदल गुरुग्राम इकाई ने प्रदेश अध्यक्ष (व्यापार प्रकोष्ठ) सतीश जैन के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल के नाम प्रेषित ज्ञापन उपायुक्त गुरुग्राम को सौंपा। सतीश जैन ने बताया कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण डीएपी खाद में प्रति बैग 700 रुपये की अप्रत्याशित वृद्धि करके किसान की कमर को आर्थिक तौर पर तोड़ने का काम किया है। कृषि लागत बढ़े हुए डीजल, बीज, कीटनाशक दवा, कृषि मजदूरी के द्ष्टिगत आसमान छू रही है। भारतीय जनता पार्टी का किसानों से स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार लागत पर 50 प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीद का वायदा टूट चुका है। 2022 में किसान की आय दुगनी होना दूर की कोड़ी प्रतीत होती है। सर्वविदित है कि आज प्रदेश में महंगाई चरम पर है तथा बेरोजगारी में हरियाणा लगातार देश में पहले स्थान पर चल रहा है।
ताजा आंकडों के मुताबिक बेरोजगारी दर 28.1 प्रतिशत है जिससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों वजह से महंगाई तथा बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है जिसकी वजह आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। प्रदेश में गेहूं खरीद में चल रही अनियमितताओं से किसान हताश और परेशान है। सरकार किसानों को अपनी गेहूं काॅरपोरेट हाउसिज को बेचने के लिए विवश कर रही है। सरकार द्वारा प्रदेश के डिपों होल्डरों को कच्चे आढ़ितियों का लाईसेंस देकर प्राईवेट कम्पनियों के लिए गेहूं खरीद हेतु अधिकृत किया है जबकि अनाज मंडियों में आढ़ती पहले ही गेहूं खरीद के लिए उपलब्ध हैं। इस प्रकार का निर्णय परोक्ष रूप से बड़े औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने का प्रयास है।
प्रदेश प्रवक्ता सुखबीर तंवर ने बढ़ती महंगाई एवं बेरोजगारी को सरकार की गलत नीतियों का परिणाम बताया। हरियाणा प्रदेश बेरोजगारी दर 28.1 प्रतिशत के साथ राष्ट्र में प्रथम स्थान पर है। इंडियन नेशनल लोकदल के शासनकाल में विकसित मिलेनियम एवं साइबर सिटी गुरुग्राम से वर्तमान सरकार की गल्त नीतियों के कारण सैकड़ों बड़े उद्योग पलायन कर चुके है और हजारों पलायन करने की तैयारी कर रहे है। इसके बाद इंडियन नेशनल लोकदल के सभी नेता एवं कार्यकर्ता राजीव चैक पर चल रहे सयुंक्त किसान मोर्चा दुवारा 106 दिन से चल रहे धरने को समर्थन देने पहुंचे। धरने की अगुवाई कर रहे संतोख सिंह को विश्वास दिलाया कि इंडियन नेशनल लोकदल पूर्णतया अन्नदाता बंधुओं के साथ है और कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया जा रहा है। अभय सिंह चैटाला का विधानसभा से त्यागपत्र एक मील का पत्थर साबित होगा।
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