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अपनी दिनचर्या में शामिल करें योग: स्वामी राजगीरी

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अपनी दिनचर्या में शामिल करें योग: स्वामी राजगीरी

हेड़ाहेड़ी गौशाला परिसर में उत्साह के साथ किए योगासन

आजीवन स्वस्थ रहने के लिए सभी लोग रोज करें योग

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
   अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के उपलक्ष पर पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव हेड़ाहेड़ी  में स्थित महाकाल गौ सेवा सदन परिसर में विशेष रूप से योग महोत्सव का आयोजन किया गया । इस मौके पर गौशाला के संचालक स्वामी राज गिरी ने कहा प्रत्येक व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करना चाहिए । योग भारतीय और सनातन सभ्यता की अनमोल धरोहर है । अनादि काल में सभी योगी , तपस्वी, ऋषि मुनि, साधु संत स्वस्थ रहने के लिए योग ही करते रहे हैं । गौरतलब है कि अज्ञातवास को प्रस्थान कर चुके महामंडलेश्वर ज्योति गिरी महाराज के द्वारा स्थापित और आरंभ की गई हेड़ाहेड़ी गौशाला देश की पहली ऐसी गौशाला है , जहां पर शत-प्रतिशत गोधन बेबस ,लाचार ,अपाहिज और अपंग हैं । यहां गोधन की सेवा निस्वार्थ भाव से गो भक्तों और गो प्रेमियों के द्वारा की जा रही है । यहां गौशाला में प्रतिदिन युवा वर्ग में शामिल बच्चे भी गौ सेवा के लिए पहुंचते हैं ।

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के उपलक्ष पर गौशाला परिसर में विशेष योगासन कार्यक्रम किया गया । यहां पर योगाचार्य पवन के द्वारा मेजबान गांव सहित आसपास के गांव से पहुंचे सभी आयु वर्ग के लोगों को विभिन्न प्रकार के योगासन करवाते हुए इनसे होने वाले लाभ के विषय में भी अवगत करवाया। इसी मौके पर गौशाला संचालक स्वामी राज गिरी ने कहा की जहां भी गौमाता का वास अथवा आवास हो वहां पर देवी देवताओं का वास होता है । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गो धन ब्रह्मांड में एकमात्र ऐसा जीव है जिसके रोम रोम और स्वांस से कोई भी व्यक्ति लाभान्वित हो सकता है । यह भी मान्यता है कि गाय के शरीर पर नित्य प्रति हाथ फेरने से ही विभिन्न प्रकार के रोगों से कोई भी व्यक्ति छुटकारा प्राप्त कर सकता है । उन्होंने कहा बदलती जीवन शैली में आज कहीं ना कहीं देहात का रहन सहन शहर के मुकाबले स्वस्थ रहने के लिए अधिक अनुकूल माना गया है , इसके विभिन्न कारण है ।

उन्होंने कहां की आजीवन स्वस्थ रहने के लिए अपने अपने माता-पिता के प्रातः काल में चरण वंदन सभी को करना चाहिए । इसके साथ ही जितना अधिक संभव हो सके गोधन की सेवा करते रहना चाहिए और पर्यावरण की शुद्धि के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण भी जरूरी है । योग को दिनविशेष का महोत्सव नहीं मानकर आजीवन स्वस्थ रहने के लिए प्रत्येक इंसान को रोज ही योग भी करना चाहिए । इसके एक नहीं अनेक लाभ योग करने वाले व्यक्ति को प्राप्त होते हैं । तन और मन सहित मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। जब आप स्वस्थ रहेंगे तो अनावश्यक रूप से किसी भी रोग अथवा बीमारी की आशंका से भी मुक्त रहेंगे।  खुशहाल जीवन का सार यही है कि योग को अपनी दिनचर्या में प्रत्येक इंसान को शामिल करना चाहिए।

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