कामकाजी महिला आवास में महिलाओं को सेहत के प्रति किया सतर्क और जागरुक
कामकाजी महिला आवास में महिलाओं को सेहत के प्रति किया सतर्क और जागरुक
-समाससेविका आशा गगन गोयल व डाक्टर कंचन ने दी अहम जानकारी
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित कामकाजी महिला आवास में रविवार को समाज सेविका आशा गगन गोयल और डॉक्टर कंचन सिंह ने शिरकत की और वहां रहने वाली युवतियां, महिलाओं को शारीरिक स्वच्छता के बारे में जागरुक किया।
आशा गगन गोयल ने बायोडिग्रेडेबल पैड्स की जानकारी सभी महिलाओं को दी। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि सभी महिलाएं प्लास्टिक पैड्स को छोड़कर ऑर्गेनिक पैड्स को इस्तेमाल करें, ताकि हमारी सेहत भी सही रहे और हम धरती को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त कर सकें। क्योंकि यह प्लास्टिक हमारी सेहत के लिए हानिकारक है। आशा गगन गोयल ने सभी महिलाओं को जूट के बैग दिए और कहा कि प्लास्टिक बैग्स इस्तेमाल ना करें। सामान लाने के लिए जूट या कपड़े का बैग इस्तेमाल करें।
डॉक्टर कंचन ने कहा कि अब काफी महिलाएं जागरूक हो रही हैं। सरकार भी प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान चला रही है। इसीलिए हम सभी को अपनी सरकार का पूरा सहयोग करना चाहिए। प्लास्टिक बैग्स प्लास्टिक बनी पैड्स छोड़कर कपड़े के बैग और ऑर्गेनिक पैड में शिफ्ट होना चाहिए। यह समय की जरूरत है। बहुत सी चीजें ऐसी हैं, जो कि सीधे तौर से हमारी सेहत से जुड़ी हैं। ऐसे में हमें यह ख्याल रखना चाहिए कि वे हमारी लिए कितनी लाभदायक और कितनी हानिकारक हैं।
कामकाजी महिला आवास की वार्डन कविता सरकार ने भी इस अवसर पर महिलाओं को जागरुक करते हुए कहा कि शिक्षित महिलाएं ना केवल खुद जागरुक हों, बल्कि अपने आसपास के गरीब तबके, स्लम बस्तियों में भी जाकर वहां की महिलाओं को सेहत, स्वच्छता के प्रति जागरुक करें। जब तक मातृ शक्ति सेहतमंद नहीं होगी, तब तक हम समाज को स्वच्छ समाज नहीं बना सकते। इस अवसर पर कामकाजी महिला आवास से आरती सिंह, उषा, प्रज्ञा कतियार, प्रकृति, मृणालिनी, दीप्ति ढींदासा, दृश्या सैनी, दिक्षा निगम, सविता, रचना यादव, सोनू आदि मौजूद रहे।
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