संगठन विस्तार में भाजपा ने अग्रवाल नेताओं का घटाया कद: अशोक बुवानीवाला
संगठन विस्तार में भाजपा ने अग्रवाल नेताओं का घटाया कद: अशोक बुवानीवाला
-विधायक तक को नहीं दिया उचित मान-सम्मान
-बहुत से नेताओं की अनदेखी भी की
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। अग्रवाल वैश्य समाज के अध्यक्ष एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मीडिया कॉर्डिनेटर रहे अशोक बुवानीवाला ने कहा कि भाजपा ने संगठन विस्तार में अग्रवाल नेताओं का कद घटाया है। जितना उनका कद था, उनके अनुरूप उन्हें पद नहीं दिया गया। साथ ही बहुत से नेताओ की अनदेखी भी की गई है।
रविवार को यहां जारी बयान में अशोक बुवानीवाला ने कहा कि इस तरह से संगठन का विस्तार करके बीजेपी ने एक तरह से नेताओं के साथ ठीक नहीं किया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं, नेताओं को उचित मान-सम्मान देने का दावा करने वाली भाजपा की इस सूची में उचित मान-सम्मान कहीं नजर नहीं आ रहा। वरिष्ठ नेताओं, विधायकों के कद के अनुसार उनको पद नहीं दिए गए। अग्रवाल समाज से नेताओं के पदों को देखकर लगता है कि उन्हें खास रणनीति के तहत दरकिनार करने का काम किया गया है। चुनावों में तो बीजेपी अग्रवाल नेताओं की अनदेखी करती ही है, अब संगठन विस्तार में भी यह अनदेखी साफ झलक रही है। उन्होंने कहा कि अपनी मजबूती को अग्रवाल नेताओं द्वारा आवाज उठानी चाहिए। अगर इसी तरह से चुप्पी साधे रखे तो आने वाले समय में अग्रवाल नेताओं की और अधिक अनदेखी की पूरी संभावना रहेगी। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि भाजपा संगठन के विस्तार की इस सूची में क्षेत्रवाद भी साफ झलक रहा है। किसी जिला में तो थोक में नेताओं को पद दिए गए हैं तो किसी जिला में नेताओं की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। खुद प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के दादरी जिला से भी नेताओं की अनदेखी हुई है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम से सबसे अधिक नेताओं को पद दिए गए हैं। यह समझ से परे है। भाजपा का यह संगठन विस्तार गुरुग्राम वर्सेज बाकी हरियाणा नजर आ रहा है। मतलब अग्रवाल नेताओं की अनदेखी के साथ क्षेत्रवाद भी इसमें साफ झलक रहा है।
अंबाला के विधायक असीम गोयल को पैनलिस्ट में लेने के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का प्रमुख बनाया गया है। हालांकि पैनलिस्ट में सांसद व अन्य विधायक को भी शामिल किया गया है, जो कि उनके कद के हिसाब से ठीक नहीं है। हिसार से डा. कमल गुप्ता को आपदा राहत एवं सहयोग विभाग प्रमुख बनाया गया है। फरीदाबाद से विधायक नरेंद्र गुप्ता को आजीवन सहयोग निधि प्रमुख, प्रवीन जैन हिसार को दस्तावेजीकरण प्रमुख, गुरुग्राम से नवीन गोयल को पर्यावरण संरक्षण प्रमुख, सीताराम मित्तल यमुनानगर को व्यवसायिक प्रकोष्ठ का सह-संयोजक, मदनलाल गोयल को विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद से हटाकर महाविद्यालय, विश्वविद्यालय कैडर संयोजक बनाया गया है। कुलभूषण गोयल पंचकूला को स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ प्रमुख बनाया है। इन नेताओं के पदों को देखकर लगता है कि आखिर इनका संगठन में काम क्या होगा। सरकारी विभागों की तरह से नेताओं को विभाग आवंटित किए गए हैं। शायद खुद इन नेताओं को भी नहीं पता होगा कि आखिर उनका इन पदों पर काम क्या होगा।
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