सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प में सस्टेनेबिलिटी पर्यावरण संरक्षण सॉल्यूशन बच्चो को उपयोगिता बताई गई
सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प में सस्टेनेबिलिटी पर्यावरण संरक्षण सॉल्यूशन बच्चो को उपयोगिता बताई गई
प्रधान संपादक योगेश
सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प में सस्टेनेबिलिटी पर्यावरण संरक्षण सॉल्यूशन बच्चो को उपयोगिता बताई गई
मिट्टी की खुशबू राष्ट्र मुहिम द्वारा, मिट्टी की खुशबू राष्ट्र मुहिम द्वारा मिलेनियम सिटी में भव्य स्कूल के बच्चो संग यादगार दिन रहा जीवन का हर पल हर दिन ऐतिहासिक महत्व भी रखता है
09 अगस्त क्रांति दिवस के शुभ अवसर पर इंटरनेशनल डीपीएस स्कूल सेक्टर 5 गुरुग्राम हरियाणा द्वारा आज मां शीतला जी की पावन धरा पर बच्चो के संग मिलकर , मुख्य अतिथि नवीन गोयल जी पर्यावरण संरक्षण प्रमुख हरियाणा सरकार एवं डीपी गोयल जी कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक और उनकी पुरी टीम द्वारा वृक्षा रोपण किया गया, सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प बताए जैसे मिट्टी से बने सामान के फायदे और सै नो टू प्लास्टिक के विकल्प में सस्टेनेबिलिटी जुट बैग और कपड़े से बने बैग को उपयोग करे , जूट बैग बेहद पर्यावरण के अनुकूल हैं, क्योंकि वे किसी भी सिंथेटिक उत्पादन प्रक्रिया का उपयोग करके नहीं बनाए जाते हैं जो वातावरण में जहरीली गैसों को छोड़ते हैं। लोगो के साथ ये जूट बैग बहुत लोकप्रिय हैं क्योंकि ये पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल हैं।
मिट्टी की खुशबू राष्ट्र मुहिम फाउंडर हीरा अमित रोहिल्ला और ब्रांड एंबेसडर रिया यादव और ए फाउंडेशन ट्रस्ट टीम द्वारा मां सरस्वती जी की मूर्ति स्थापना की गई और जागो और पर्यावरण के रक्षक बनने का जन संदेश और सस्टेनेबल एनवायरनमेंट फ्रेंडली प्रोडक्ट्स लॉन्च भी क्या गया और बच्चो और अध्यापकों को भी उसकी उपज्योगिता से राष्ट्र निर्माण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिमेदारी बताई ! पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा एक जुलाई से पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 5 के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया है। एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर 500 रुपये से 25 हजार रुपये जुर्माना लगेगा। इसके लिए पर्यावरण प्रदूषण विभाग, पुलिस विभाग और नगर परिषद संयुक्त रूप से अभियान चलाया जा रहा है।
मिट्टी की खुशबू राष्ट्र मुहिम फाउंडर हीरा अमित रोहिल्ला और ब्रांड एंबेसडर रिया यादव और ए फाउंडेशन ट्रस्ट टीम द्वारा बताया गया कि प्लासटिक का इस्तेमाल लोग जितना कम से कम करेंगे, उतनी ही जल्दी हम प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म कर पाएंगे। इसके लिए आपको ज्यादा से ज्यादा ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना है जिसे दोबारा रियूज किया जा सके। मेंस्ट्रुअल कप से लेकर लकड़ी से ब्रश तक, ऐसी चीजों का इस्तेमाल कर आप पर्यावरण को सुरक्षित रख पाएंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्पों का उपयोग करके हम अपने पर्यावरण में प्लास्टिक प्रदूषण की मात्रा को कम कर सकते हैं और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित कर सकते हैं। ये विकल्प हमारे पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और अधिक टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करने में हमारी मदद कर सकते हैं। प्लास्टिक मानव द्वारा बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाने वाला पदार्थ है. वर्तमान में भारत के साथ-साथ विश्वभर में सिंगल यूज प्लास्टिक हर घर में प्रयोग किया जा रहा है. पानी की बोतल, डिस्पोजल बर्तन, स्ट्रॉ, खाद्य सामग्री के पैकेट्स, फल-सब्जियों को लाने हेतु थैलियां सब सिंगल यूज प्लास्टिक ही बने हैं यहाँ तक कि पका हुआ गर्म खाना भी प्लास्टिक में ही पैक करके दिया जाता है. इस प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग मात्र एक बार करके फेंक दिया जाता है, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है
प्लास्टिक के प्रयोग की शुरुआत
सर्वप्रथम प्लास्टिक की खोज वर्ष 1907 में लियो एच बैकलैण्ड ने की थी. तभी से प्लास्टिक का प्रयोग शुरू हुआ. शुरुआत में इसे सस्ता और सुलभ होने के कारण वरदान समझा जाने लगा परंतु यह तो सम्पूर्ण मानव जाति के साथ-साथ, पशु-पक्षी सभी के लिए एक अभिशाप सिद्ध हुआ हैं ! मानव द्वारा प्लास्टिक के अत्यधिक प्रयोग ने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है. यदि इसी प्रकार प्लास्टिक का प्रयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ता रहा तो धरती को नर्क बनने से कोई नहीं रोक सकता
सिंगल यूज प्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव
सिंगल यूज प्लास्टिक अगर फेंका जाता है तो यह 500 वर्षों तक भी नष्ट नहीं होता है. यह मृदा या जल में मिलकर उन्हें प्रदूषित कर देता है और पर्यावरणीय प्रदूषण में वृद्धि करता है. इसे जलाने पर हानिकारक गैसें निकलती हैं जो मानव सहित सभी जीव-जन्तुओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं ! कूड़े के ढ़ेर से प्लास्टिक बहुत बार पशुओं द्वारा खाने की वस्तुओं के साथ खा लिया जाता है, जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है. जलीय जीवों हेतु भी प्लास्टिक जानलेवा साबित होता है! प्लास्टिक मृदा में मिलकर उसे बंजर बना देता है. प्लास्टिक प्रदूषण आज एक वैश्विक समस्या बन गया है. प्लास्टिक पर मानव की बढ़ती निर्भरता के कारण आज हम मनुष्यों का धरती जैसे सुंदर ग्रह पर रहना मुश्किल भरा हो चुका है
सिंगल यूज प्लास्टिक का उन्मूलन
भारत सरकार द्वारा प्लास्टिक प्रतिबंधित करने हेतु राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जो बेहद सराहनीय हैं. इसके तहत सिंगल यूज प्लास्टिक के कचरे को एकत्र करके रिसाइकल किया जा रहा है ! सिंगल यूज प्लास्टिक के पूर्णतया उन्मूलन हेतु हम सभी को प्लास्टिक के प्रयोग पर बैन लगाना होगा. विकल्प के तौर पर बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक का प्रयोग किया जा सकता है. जब हम दृढ़ संकल्पित होंगे तभी सरकार द्वारा किये ने वाले प्रयास भी सार्थक सिद्ध होंगे ! स्कूल चेयरमैन डॉ.नरेंद्र सिंह और उनकी मैनेजमेंट टीम और प्रिंसिपल उषा यादव जी द्वारा हीरा अमित रोहिल्ला फाउंडर मिट्टी की खुशबू राष्ट्र मुहिम को और रिया राव को सम्मानित किया और उनकी राष्ट्र मुहिम को की कुम्हार परिवारों और मिट्टी के सामान और पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित होकर निस्वार्थ कार्य को पुरा साथ देने का मनोबल बढ़ाया , जन-जन तक संदेश पहुंचाना है, पर्यावरण को बचाना है।
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