अजनाला हिंसा के बाद एक्शन में पंजाब पुलिस, रद्द होंगे कट्टरपंथी अमृतपाल के समर्थकों के लाइसेंस
अजनाला हिंसा के बाद एक्शन में पंजाब पुलिस, रद्द होंगे कट्टरपंथी अमृतपाल के समर्थकों के लाइसेंस
अजनाला थाने पर हुए हमले से पहले ही पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के इनपुट के बाद वारिस पंजाब दे के मुखी अमृतपाल सिंह व उसके साथियों के हथियारों की जांच शुरू कर दी थी। फरवरी में उनके एक समर्थक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था, जबकि नौ के हथियारों की जांच चल रही थी। लेकिन फिर भी उसके समर्थक हथियार लेकर निकल रहे थे। इतना ही नहीं जब अजनाला कांड हुआ तो उस वक्त भी ये लोग हथियारों से लैस थे।
वहीं, अब सरकार ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की तैयारी की है, ताकि दोबारा उन्हें विपरीत स्थिति का सामना न करना पड़े। पुलिस की तरफ से गुरभेज सिंह निवासी फरीदकोट का लाइसेंस सबसे पहले रद्द किया गया। फरीदकोट के एसएसपी हरजीत सिंह ने फरवरी में लाइसेंस रद्द किया था, हालांकि हथियार जब्त नहीं किया था। उन्होंने कहा कि हथियार जब्त करने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी तरफ अमृतसर निवासी हरजीत सिंह व बलजिंदर सिंह, कोटकपूरा का राम सिंह बराड़, मोगा का गुरमत सिंह, संगरूर का अवतार सिंह, तरनतारन का वरिंदर सिंह व अमृतपाल, पटियाला का हरप्रीत देवगन और तरनतारन के तलविंदर सिंह के खिलाफ जांच चल रही है।
याद रहे कि दिसंबर 2022 में गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में सभी राज्यों के डीजीपी की मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में पंजाब के डीजीपी गौरव यादव की तरफ से एक प्रेजेंटेशन दी गई थी। इसमें उन्होंने हथियार और नशे की तस्करी के अलावा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के बारे में विस्तार से बताया था। जिसकी वजह से पूरे राज्य में माहौल खराब हो रहा था। डीजीपी खुद साफ कर चुके हैं कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की
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