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सभ्यता, संस्कृति व समाज को विकसित करने में जैन धर्म का महत्वपूर्ण योगदान: सुधीर सिंगला

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सभ्यता, संस्कृति व समाज को विकसित करने में जैन धर्म का महत्वपूर्ण योगदान: सुधीर सिंगला
-दिगम्बर जैन मंदिर के 7वें स्थापना दिवस पर पहुंचे विधायक सुधीर सिंगला
-जैन समाज द्वारा शहर में निकाली गई भव्य पालकी यात्रा
प्रधान संपादक योगेश

गुरुग्राम। गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि भारत की सभ्यता, संस्कृति और समाज को विकसित करने में जैन धर्म का महत्वपूर्ण योगदान है। जैन धर्म देश की श्रमण परम्परा से निकला प्राचीन धर्म और दर्शन है। यह बात उन्होंने रविवार को यहां सदर बाजार स्थित श्री1008 धमनाथ रत्नमयी तीस चौबीसी दिगम्बर जैन मंदिर के 7वें स्थापना दिवस पर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान भव्य पालकी यात्रा भी शहर में निकाली गई।
विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि जैन समाज ने सदैव ही समाज के लिए नि:स्वार्थ काम किए हैं। वे अत्यंत प्रसंशनीय हैं। जैन समाज सदैव ही धर्म और सेवा के कार्यमें लगा रहता है। जो अपने आप मे एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने धर्म का मूल आधार अहिंसा को बनाया। उसी के विस्तार रूप पंच महाव्रतों अहिंसा, अमृषा, अचौर्य, अमैथुन और अपरिग्रह व यमों का पालन करने के लिए मुनियों को उपदेश किया। गृहस्थों के भी उन्होंने स्थूलरूप-अणुव्रत रूप निर्मित किए। दोषों और अपराधों के निवारण को उन्होंने नियमित प्रतिक्रमण पर जोर दिया। श्री सिंगला ने कहा कि दुनिया के सबसे प्राचीन धर्म जैन धर्म को श्रमणों का धर्म कहा जाता है। श्रमणों की परम्परा वेदों को मानने वालों के साथ ही चली आ रही थी। इतिहास में यह भी उल्लेख है कि जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर अरिष्ट नेमिनाथ भगवान कृष्ण के चचेरे भाई थे।
कार्यक्रम में जैन समाज की ओर से दिगम्बर जैन मंदिर के संरक्षक मुकेश जैन, प्रधान अमित जैन, महामंत्री अतिन जैन, कोषाध्यक्ष रजत जैन, अभय जैन एडवोकेट समेत अन्य पदाधिकारियों, सदस्यों ने यहां विधायक श्री सुधीर सिंगला का स्वागत किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। मंदिर के विधानाचार्य पंडित संतोष जैन शास्त्री मौजूद रहे। इस अवसर पर भव्य पालकी यात्रा भी निकाली गई, जो कि मंदिर से शुरू होकर गोपाल नगर, सदर बाजार, बड़ा जैन मंदिर, डाकखाना चौक, जैकबपुरा, फर्नीचर मार्केट, आदर्श नगर, मियांवाली कालोनी से होते हुए वापस जैन मंदिर पहुंची। फिर अभिषेक किया गया।

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