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धरती को यदि बचाना है तो हमें पर्यावरण बचाना पड़ेगा : न्यायाधीश सुभाष

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धरती को यदि बचाना है तो हमें पर्यावरण बचाना पड़ेगा : न्यायाधीश सुभाष

पेड़ों की बेहिसाब कटाई और बढ़ते प्रदूषण के चलते पर्यावरण दूषित हो रहा

समझना चाहिए कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर ही निर्भर

डीएलएसए, गुरुग्राम द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर  पौधारोपण कार्यक्रम

समझना चाहिए कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर ही निर्भर

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम, 05 जून। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बुधवार को जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण गुरुग्राम ने ज़िला वन विभाग और जी अर्थ एनजीओ के सहयोग से ज़िला न्यायालय गुरुग्राम की अधिवक्ता पार्किंग में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। 

ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरमैन सुभाष महला ने पौधारोपण करने उपरांत उपस्थितजन को पर्यावरण संरक्षण की महत्ता बताते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। धरती को यदि बचाना है तो हमें पर्यावरण बचाना पड़ेगा, पेड़ लगाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि गर्मी की अधिकता व पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ जीवन दायी हैं। उनका संरक्षण व पौधारोपण ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि पेड़ों की बेहिसाब कटाई और बढ़ते प्रदूषण के चलते पर्यावरण दूषित होता जा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती जा रही है । ख़राब हवा लोगों का दम घोंट रही है। हमें यह समझना चाहिए कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर ही निर्भर है। उन्होंने कहा कि हमारे भविष्य के लिए शुद्ध वातावरण व शुद्ध वायु की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पौधों का रोपण व उनका संरक्षण करना अति आवश्यक है। 

उन्होंने कहा कि वृक्षों से शुद्ध आक्सीजन प्राप्त होती है, जो हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। अत: सभी का दायित्व है कि अधिक से अधिक पौधे लगाएं। अपने आसपास के क्षेत्र को हरा भरा बनाये रखने में पूर्ण सहयोग करें। इस अवसर पर ज़िला न्यायालय गुरुग्राम के सभी ज्यूडिशियल अधिकारी, ज़िला विधिक सेवाएँ प्राधिकरण गुरुग्राम के पैनल अधिवक्ता, ज़िला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के प्रधान व उप प्रधान, जॉइंट सचिव व अन्य बार अधिवक्ता, पैरा लीगल वॉलंटियर्स भी उपस्थित रहे और सभी ने पौधारोपण किया।

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