लॉरेंस गैंग से हूं, 30 लाख का इंतजाम कर ले मैनेजर को धमकी- वॉट्सऐप पर हथियार का फोटो, लिखा- ये गोलियां बजेंगी..!!
लॉरेंस गैंग से हूं, 30 लाख का इंतजाम कर ले : मैनेजर को धमकी- वॉट्सऐप पर हथियार का फोटो, लिखा- ये गोलियां बजेंगी..!!
अलवर:- मैं लॉरेंस गैंग से हूं…30 लाख रुपए का इंतजाम कर लेना…मुझे बार-बार बोलने की आदत नहीं है…वरना तुझ पर और तेरे घर पर गोलियां बजेंगी…ये तेरी फोटो है और यह तेरा घर है। ये हथियार हमारे पास हैं…ये गोलियां वॉट्सऐप पर भेज दी हैं।
अलवर शहर में शनिवार सुबह 11.30 बजे को रुद्राक्ष मार्बल कंपनी के मैनेजर ओमप्रकाश गुप्ता (43) पुत्र रामस्वरूप गुप्ता को इस तरह की धमकी वॉट्सऐप कॉल कर दी गई। बदमाश ने खुद को लॉरेंस ग्रुप का मेंबर बताकर 30 लाख रुपए की रंगदारी मांगी।
मजाक समझकर मैनेजर ने फोन काट दिया तो उसने वॉट्सऐप पर मैनेजर, उसके मकान, शोरूम और हथियारों की फोटो के साथ एक वीडियो भेजा। दावा किया कि वीडियो में लॉरेंस गैंग के मेंबर हैं। तस्वीरें भेजकर कहा कि ये तू है, तेरा घर है, तेरी दुकान है, जो गोलियां दिखाई दे रही हैं वो तुझ पर और तेरे घर पर बरसेंगी।
▪️इसके बाद मैनेजर घबरा गया:
उसने एसपी आनंद शर्मा को वे तस्वीरें, धमकी भरे मैसेज भेजे। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। साथ ही एनईबी थाने में मामला दर्ज कराया।
मैनेजर अलवर में एनईबी थाना इलाके के जवाहरनगर में किराए के मकान में रहता है। पत्नी और 3 बच्चे साथ रहते हैं। मूल रूप से डीग (भरतपुर) निवासी मैनेजर 6 साल से रुद्राक्ष मार्बल के अलवर आउटलेट में नौकरी कर रहा है।
उसने बताया कि कंपनी के मालिक यूपी के राजकुमार खंडेलवाल हैं। वे यूपी में ही रहते हैं। मेरी तो दुकान मकान सब किराए का है। पता नहीं बदमाशों को किसने गलत सूचना दे दी। डरे हुए मैनेजर ने पुलिस के कहने पर नंबर ब्लॉक कर दिया। मैनेजर ने कहा कि उसके बाद कोई कॉल या मैसेज नहीं आया।
मैनेजर ने बताया कि रुद्राक्ष आउटलेट का दफ्तर नमन होटल के पास 200 फीट रोड पर है:
एसपी आनंद शर्मा ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी पड़ताल कर रहे हैं। पुलिस टीमम गंभीरता से मामले की जांच में लगी है। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
पहले कॉल कर 30 लाख की रंगदारी मांगी
ओमप्रकाश ने बताया- शनिवार सुबह 11.30 बजे मेरे मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने पूछा- ओमप्रकाश बोल रहे हैं। मैने कहा बोल रहा हूं। तब उसने कहा कि 30 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। मैं लॉरेंस ग्रुप से बोल रहा हूं। मैंने कहा- मैं इतनी रकम की व्यवस्था कहां से करूं। तो उनसे कहा यह तुम जानो कि कहां से व्यवस्था करोगे।
मैंने किसी का मजाक समझकर कॉल कट कर दिया। इसके बाद उसने मेरे वॉट्सऐप नंबर पर मेरी, मेरे घर और दुकान की और एके 47 राइफलों के साथ कारतूसों की तस्वीर भेजना शुरू किया। एक वीडियो भी भेजा जिसमें दावा किया कि ये लॉरेंस ग्रुप के लोग हैं। गैंग में भर्ती हो रहे हैं।
इसके बाद ओमप्रकाश के वॉट्सऐप नंबर पर ये मैसेज आए:-
▪️ये देख लेना तेरा वाला डीपी है, ठीक है
▪️बार बार बोलने की आदत नहीं है मेरे को, तेरे घर पर गोलियां बजेंगी, ठीक है, और तेरे ऊपर
▪️सोच समझ कर फैसला ले लेना एक बार
▪️रिस्पॉन्स में मेरे को हां या ना का जवाब चाहिए बस..जय बलकारी
डीग का रहने वाला है ओमप्रकाश:
ओमप्रकाश गुप्ता मूल रूप से डीग का रहने वाला है। ओमप्रकाश के तीन बच्चे हैं। ओमप्रकाश परिवार के साथ 6 साल से अलवर में ही रह रहा है। उसके 5 भाई अलग-अलग काम करते हैं। फोन पर धमकी मिलने के बाद ओमप्रकाश डरा हुआ है। पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
Comments are closed.