अयोध्या के जैसे भगवान राम के रंग में रंगी हेलीमंडी
अयोध्या के जैसे भगवान राम के रंग में रंगी हेलीमंडी
तीन दशक के बाद हेलीमंडी अनाज मंडी में रामकथा का आयोजन
351 महिलाओं ने राम को समर्पित कलश धारण कर की नगर परिक्रमा
बुधवार को आरंभ हुई इस रामकथा का 11 मार्च को होगा समापन
फतह सिंह उजाला
पटौदी । भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या के जैसे ही भगवान राम के रंग में हेलीमंडी इलाका भी पूरी तरह से रंगा हुआ दिखाई दिया। गौ प्रेमी और संरक्षक बाबा हरदेवा की पावन नगरी में हेलीमंडी अनाज मंडी में नौ दिवसीय श्री राम कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ में आरंभ हुआ। यह कलश यात्रा स्वामी सुशील गिरी महाराज और कथावाचक देवेश कृष्ण सच्चिदानंद की अगुवाई में निकाली गई। इस कलश यात्रा में 351 महिलाएं पवित्र कलश धारण किए शामिल रही तथा यह कलश यात्रा श्री राम कथा आयोजन स्थल से आरंभ होकर पूरे हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र की परिक्रमा करते हुए कथा आयोजन स्थल पर ही इसका समापन हुआ। हेलीमंडी क्षेत्र में 30 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद भारत तिब्बत संवाद मंच और मानव निर्माण अभियान हेलीमंडी के तत्वाधान में श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है।
इस मौके पर स्वामी सुशील गिरी महाराज ने कहा की हर्ष और गौरव की बात यह है कि हेलीमंडी टोडापुर और जाटोली के समस्त नागरिकों और भगवान राम के प्रति आस्थावान श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करते हुए सभी के सामूहिक प्रयास सहित सहयोग से इस दिव्य और भव्य संगीतमय राम कथा का आयोजन एक लंबे अंतराल के बाद हो रहा है। इस राम कथा के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पाश्चात्य संस्कृति की तरफ आकर्षित हो रहे लोगों विशेष रूप से युवा वर्ग में भारतीय सनातन संस्कृति और भगवान श्री राम के जीवन आदर्श और जीवन मूल्य का बीजारोपण करना ही है। रामकथा को सुनकर विशेष रूप से युवा वर्ग भारतीय सनातन संस्कृति को समझें और इसे अनंत काल तक सुरक्षित रखने के लिए संकल्प भी ले। उन्होंने कहा भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम क्यों कहा गया, इस बात का ज्ञान होना समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए समय की जरूरत बन चुका है। मर्यादा-पुरुषोत्तम यह दो शब्द ऐसे हैं, जिनकी व्याख्या किया जाना संभव ही नहीं है ।
उन्होंने कहा की नौ दिवसीय इस दिव्य और भव्य श्री राम कथा से समाज के प्रत्येक वर्ग को नई दिशा और दशा मिलना भी तय है । इसी मौके पर देवेश कृष्ण सचिनंदन व्यास कथावाचक ने कहा कि यह मेरे और मेरे जीवन का सौभाग्य है कि मुझे श्रीमद् भागवत कथा भगवान श्री राम कथा सहित अन्य वेद पुराणों सहित धार्मिक और भारतीय सनातनी कथा श्रद्धालुओं के बीच सुनाने के साथ साथ वर्णित करने, दोहों का व्याख्यान करने का अभी अवसर प्राप्त हो रहा है । बुधवार को हेली मंडी नगर पालिका इलाका पूरी तरह से भगवा रंग में रंगा हुआ और भगवान श्री राम की भक्ति में डूबा हुआ दिखाई दिया। श्री राम कथा के उपलक्ष पर निकाली गई विशाल कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु महिलाओं का उत्साह इतने चरम पर दिखाई दिया कि भगवान राम की भक्ति और राम नाम की गूंज के बीच सिर पर कलश धारण किए हुए ही अपने आप को थिरकने से नाचने से नहीं रोक सकी ।
स्वामी सुशील गिरी ने बताया हेली मंडी अनाज मंडी में ही आरंभ हुई संगीत में श्री राम कथा राम चरित्र मानस के माध्यम से 10 मार्च तक प्रतिदिन दोपहर बाद 2 बजे से लेकर सायं 6 बजे तक श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम के जीवन चरित्र और आदर्शों से अवगत कराया जाएगा। 11 मार्च को प्रातः 9 सभी देवी देवताओं का आह्वान कर हवन यज्ञ में संपूर्ण आहुति अर्पित किया जाने के साथ ही इस दिव्य और भव्य श्री राम कथा का समापन श्रद्धालुओं को भंडारे का प्रसाद वितरण के साथ होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति अनंत काल से इतनी अधिक समृद्धि रही है कि इस संस्कृति को मिटाना किसी के लिए भी संभव नहीं है। भारतीय सनातन संस्कृति की यही सबसे बड़ी ताकत भी है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं का आह्वान किया है कि भगवान श्री राम कथा का श्रवण कर अपने जीवन को धन्य बनाएं।
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