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 सारे देश की मैडलों की भूख  मिटा सकता है हरियाणा – अनिल विज         

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 सारे देश की मैडलों की भूख  मिटा सकता है हरियाणा – अनिल विज                                                                                                        हरियाणा पूरे देश का केवल 1.3 प्रतिशत, जबकि हमारे मैडल 50 प्रतिशत

हरियाणा पूरे देश का केवल 1.3 प्रतिशत है जबकि हमारे मैडल 50 प्रतिशत से अधिक – अनिल विज*

वर्तमान सरकार का खेलों को बढावा देने को खेल अवसरंचना पर जोर 

                                                                  फतह सिंह उजाला                                      गुरूग्राम, 7 जून। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा खेलों की धरती है और सारे देश में मैडलों की भूख हरियाणा मिटा सकता है। हरियाणा पूरे देश का केवल 1.3 प्रतिशत है जबकि हमारे मैडल 50 प्रतिशत से अधिक हैं। उन्होंने कहा कि हमने खेलों को बढावा देने के लिए खेल अवसरंचना पर विशेष बल दिया है क्योंकि जब तक खिलाडियों को खेल अवसंरचना मुहैया नहीं होगी तब तक खिलाड़ी अपना बेहतर नहीं कर पाएंगें।

 विज आज गुरूग्राम में विशेष ओलंपिक भारत के माध्यम से जर्मनी के बर्लिन में विशेष ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स- 2023 में भाग लेने जा रहे विशेष खिलाडियों व उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।  

हरियाणा की खेल नीति लागू करने की मांग 

उन्होंने कहा कि राज्य के शहर-शहर में नए स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। अगर अंबाला की बात की जाए तो विश्व स्तर का फुटबाल स्टेडियम अंबाला में बनाया गया है और वहां पर फुटबाल खेल को दोबारा से जिंदा करने का काम हुआ है। श्री विज ने खेल नीति पर बोलते हुए कहा कि मैं जब पिछले कार्यकाल में खेल मंत्री था तो मैंने खिलाडियों को बिठाकर हरियाणा की खेल नीति को बनाने का काम किया क्योंकि नीतियां बनाने में कई बार गैप रह जाता है और इस गैप को पाटने के लिए मैंने हितधारकों अर्थात खिलाडियों को भी शामिल किया। इस कार्य को खिलाडियों ने तब काफी सराहा और कहा कि हमें आजतक किसी ने खेल नीति के बारे में नहीं पूछा और यह पहली बार है जब खेल नीति बनाने से पहले पूछा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज अन्य प्रदेश के खिलाडी भी हरियाणा की खेल नीति को अपने राज्य में लागू करने के लिए मांग करते हैं और कहते हैं कि हरियाणा की खेल नीति को उनके प्रदेश में लागू किया जाए। 

ओलंपिक में दी जाने वाली राशि सबसे अधिक

मैडलों के संबंध में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ओलपिंक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाडी को 6 करोड रूपए, रजत पदक विजेता को 4 करोड रूपए और कांस्य पदक विजेता को 2.5 करोड रूपए की राषि पुरस्कार स्वरूप दी जाती है, जो देश में शायद सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पहले माता-पिता अपने बच्चों को कहते थे कि पढोगे लिखोगे- बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब। परंतु आज के परिपेक्ष्य में यह कहावत उलट हो गई और खिलाडियों को एक ओलंपिक मैडल लाने पर इतनी राशि मिल जाती है जितनी एक नौकरी करने के बाद भी नहीं मिलती। 

मल्लिका नडडा ने विशेष खिलाड़ियों की पीड़ा जानी

उन्होंने कहा कि रोज सूरज निकलता है और रोज सूरज डूब जाता है लेकिन आज का दिन एक विशेष दिन है क्योंकि आज हम जर्मनी के बर्लिन में विशेष ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स- 2023 में भाग लेने खिलाडियों को प्रोत्साहित कर भेज रहे हैं।  

उन्होंने कहा कि हम जिंदगी की गहमागहमी में अपने कई दायित्वों को भूल जाते हैं क्योंकि हम वाटर टाइट कम्पार्टमेंट में रह रहे हैं और इस कम्पार्टमेंट में यदि हम किसी एक फूल को भी तोडते हैं तो सूूदूर तारे तक उसे महसूस किया जा सकता है। इसलिए समाज में जो पीड़ा जहां तक जाती है या पहुंचती है उसे सारे महसूस नहीं करते हैं उसे कुछ ही महसूस करते है। उन्होंने कहा कि आज इस पीड़ा को हमारे बीच में बैठी मल्लिका नडडा ने महसूस करते हुए विशेष ओलंपिक भारत के माध्यम से ऐसे लोगों को आम लोगों की तरह कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए आगे बढाने का काम किया है।  

क्षमता और अवसर के साथ ही सफलता 

 विज ने कहा कि क्षमता और अवसर के साथ ही सफलता प्राप्त हो सकती है। इन विशेष खिलाडियों में भी क्षमता है परंतु आज मल्लिका नडडा ने इन बच्चों को अपनी क्षमता दिखाने का अवसर प्रदान किया है। जिसके लिए वे अपने दिल की गहराईयों से उनका, संगठन और तमाम लोगों का इसमें सहयोग देने के लिए आभार प्रकट करते हैं। 

 पूरी उम्मीद,  खिलाडी मैडल जीतेगे

जर्मनी के बर्लिन में विशेष ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स- 2023 में भाग लेने जा रहे विशेष खिलाडियों को आशीर्वाद देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि ये खिलाडी वहां से अच्छे मैडल जीतकर लाएंगे। उन्होंने मल्लिका नड्डा की सराहना करते हुए कहा कि वे इन खिलाडियों के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित करवाती हैं ताकि इन खिलाडियों के लिए कोई कमी न रह सकें। 

शिक्षा आदमी को इंसान बनाती

उन्होंने कहा कि एक सरकार के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य दो अहम क्षेत्र होते हैं। हमारी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए नई शिक्षा नीति लागू की है जो एक अभूतपूर्व काम है। उन्होंने कहा कि शिक्षा आदमी को इंसान बनाने का एक तंत्र है और अच्छे इंसान बनने के बाद ही अच्छा राष्ट बनाया जा सकता है। डीएवी संस्था के संबंध में उन्होंने कहा कि डीएवी संस्था ने आजादी से पहले भी और बाद में भी शिक्षा में योगदान दिया है और यह शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति है। 

विशेष ओलंपिक,  50 लाख देने की घोषणा 

विशेष ओलंपिक भारत की चेयरपर्सन मल्लिका नडडा ने जर्मनी के बर्लिन में विशेष ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स- 2023 में भाग लेने जा रहे खिलाडियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज यहां 16 खिलाडी और कोच उपस्थित हैं। उन्होंने गृह मंत्री श्री अनिल विज की तारीफ करते हुए कहा कि इन विशेष खिलाडियों के जीवन में परिवर्तन लाने, सम्मान देने और रोजगार देने के लिए ये खिलाडी उनके कृतज्ञ हैं क्योंकि उनके कार्यकाल में खिलाडियों के लिए बहुत कुछ नया किया गया। उन्होंने कहा कि इन खिलाडियों को बढावा देने के लिए हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य मंत्री की ओर से भरपूर सहयोग मिल रहा है। इसी कड़ी में दौलताबाद में विशेष ओलंपिक भारत को स्टेडियम दिया गया है। उन्होंने कहा कि विशेष ओलंपिक भारत को गृह मंत्री अनिल विज की ओर से 50 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की गई है। इस राशि को इस स्टेडियम को तैयार करने के लिए प्रयोग किया जाएगा। 

विशेष खिलाडियों को मुख्यधारा में लाएगे

उन्होंने कहा कि हमें प्रत्येक दिव्यांग तक पहुंचना है और विशेष ओलंपिक भारत ने इस मूवमेंट में पूरा सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि 190 देश विशेष ओलंपिक में हैं जिसमें 15 लाख पंजीकृत एथलीट हैं। उन्होंने कहा कि बर्लिन में आयोजित होने वाले खेलों में 198 खिलाडी 16 प्रकार के खेलों में भाग लेंगें। इन खेलों में भाग लेने के बाद यह खिलाडी 27 जून को वापसी करेंगें। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि लगभग 200 खिलाडियों में से 150 खिलाडी मैडल लेकर अवश्य आएंगें। उन्हांेने उपस्थितजनों से आहवान करते हुए कहा कि इन विशेष खिलाडियों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रत्येक वर्ग को प्रयास करना चाहिए।  

विशेष खिलाडी देश की पहचान बनें

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि ये विशेष खिलाडी देश की पहचान बनें और प्रगति में सहभागी बनें, जिसके लिए विशेष ओलंपिंक भारत का एक महती प्रयास है। उन्होंने मल्लिका नडडा की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे विशेष बच्चों में सर्वश्रेष्ठ निकालना असाधारण है क्योंकि ये चुनौती से सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करते हैं। उन्होंने इन विशेष खिलाडियों को अपनी ओर से बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कामना की कि बर्लिन से विजयी होकर आए और आईकोनिक होकर आएं। 

इस अवसर पर स्पेशल ओलंपिक भारत की स्टेट पैटर्न लतिका शर्मा, डीएवी स्कूल के वाईस चेयरमैन योगेष मुंजाल, स्पेशल ओलंपिक भारत के एरिया मैनेजर विरेन्द्र कुमार, डीएवी स्कूल की प्रधानाचार्य अपर्णा, एसजीटी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार योगेन्द्र यादव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में गृह मंत्री श्री अनिल विज, स्पेशल ओलंपिक भारत की चेयरपर्सन मल्लिका नडडा, भाजपा के प्रदेषाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और डीएवी स्कूल के वाईस चेयरमैन योगेश मुंजाल ने विशेष खिलाडियों व कोच तथा दल के अन्य सदस्यों को ड्रेस किट भी प्रदान की। इस अवसर  पर हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के वाइस प्रेजिडेंट सूरजपाल अम्मू, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी, गुरुग्राम के एसडीएम रविंद्र यादव, जिला खेल अधिकारी संधुबाला, कुश्ती खिलाडी बबीता कुमारी फोगाट, पर्वतारोही अनिता कुण्डू,  प्रेमलता गर्ग सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

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