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सिख इतिहास को संजोने के लिए हरियाणा सरकार ने उठाए कई कदम

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सिख इतिहास को संजोने के लिए हरियाणा सरकार ने उठाए कई कदम

अरुण कुमार

पंचकूला:-मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में हरियाणा सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश में सभी धर्म और संप्रदायों के लोग सदभाव से रहें और उन्हें अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समान अवसर मिलें। हरियाणा सरकार ने अन्य समुदायों के साथ सिख समुदाय के लोगों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार सिख इतिहास को संजोने में भी अहम भूमिका निभा रही है। यह पहली बार है कि किसी सरकार ने महान गुरुओं और संतों की आध्यात्मिक शिक्षाओं और दर्शन का प्रचार करने के लिए बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की इस पहल को अब सभी का सहयोग मिल रहा है। सभी श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर आगामी 24 अप्रैल को पानीपत में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम को लेकर उत्साहित हैं। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने देश और प्रदेशवासियों से इस कार्यक्रम में शरीक होने की अपील की है।

     हरियाणा का श्री गुरु तेग बहादुर जी के साथ एक विशेष संबंध है क्योंकि गुरु तेग बहादुर जी के नाम से राज्य में 30 से अधिक गुरुद्वारे हैं। हरियाणा सरकार ने समय-समय पर इन ऐतिहासिक गुरुद्वारों को संजोए रखने के लिए फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हाल ही में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर एक पीठ स्थापित करने की घोषणा की। इस पीठ के माध्यम से श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन पर शोध कार्य किए जाएंगे, जिससे उनकी जीवनी को बेहतर ढंग से समझा जा सकेगा और समाज विशेषकर युवाओं के साथ साझा किया जा सकेगा। 

     वहीं मुख्यमंत्री ने हरियाणा में सिख गुरुओं को समर्पित संग्रहालय बनाए जाने का भी ऐलान किया है। इसमें सिख गुरुओं के जीवन और उनकी शिक्षाओं को उजागर किया जाएगा। सिख गुरुओं का इतिहास और उनकी शिक्षाएं न केवल हमारे लिए एक दुर्लभ विरासत हैं बल्कि एक मजबूत और नैतिक रूप से प्रबुद्ध समाज के निर्माण के लिए सबसे महत्वपूर्ण नीवों में से एक हैं। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार प्रदेश को धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से विश्व मानचित्र पर लाने की कवायद में जुटी है। इसके लिए अलग-अलग चरणों में कई विकास कार्य जारी हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी की शहादत को सम्मान देने के लिए 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। 

     उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार समय-समय पर पूरे हरियाणा में सार्वजनिक सभाओं, समारोहों, सेमिनारों का आयोजन करके धार्मिक गुरुओं, संतों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करती रही है। इसके अलावा हरियाणा में महापुरुषों की जयंती मनाने के लिए एक विशेष योजना संत महापुरुष विचार प्रसार योजना भी शुरू की गई है। मुख्यमंत्री की सोच है कि श्री गुरु तेग बहादुर जी और अन्य धार्मिक गुरुओं और संतों की शिक्षाओं, विचारधाराओं और दर्शन को समाज में प्रचारित किया जाना चाहिए। सरकार के साथ-साथ सामाजिक और धार्मिक संस्थान भी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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