प्रधानमंत्री को थोड़ी भी चिंता होती तो विदेशी दौरे को छोड़ पहले घर संभालते : कैप्टन अजय
प्रधानमंत्री को थोड़ी भी चिंता होती तो विदेशी दौरे को छोड़ पहले घर संभालते : कैप्टन अजय तो फिर आज देश और बेटियां सार्वजनिक रूप से यू शर्मसार ना होते दुख की बात है कि मणिपुर में हिंसा बंद होने का नाम नहीं ले रही, 142 जानें जा चुकी इससे पूरा देश चिंतित है सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को छोड़कर फतह सिंह उजाला गुरुग्राम। कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा मणिपुर के हृदय विदारक वीडियो को देखकर बहूत दुख हुआ, किसी भी महिला के साथ ऐसा कभी नहीं होना चाहिये। अत्यंत दुख की बात है कि मणिपुर में हिंसा बंद होने का नाम नहीं ले रही, 142 जानें जा चुकी है। इससे पूरा देश चिंतित है सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को छोड़कर। यदि प्रधानमंत्री जी को थोड़ी सी भी चिंता होती तो विदेशी दौरे को छोड़कर पहले अपना घर संभालते और आज देश की बेटियां यू शर्मसार ना होती। उन्होंने हरियाणा के 12 जिलों को बाढ़ ग्रस्त होने को लेकर हरियाणा सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा प्रशासन द्वारा समय पर नालों की सफाई न होना और ठीक तरीके से पानी का डिस्ट्रीब्यूशन न करने से ही हरियाणा में बाढ़ जैसे हालात हुए हैं और 12 जिले बाढ़ ग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने कहा भाजपा सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि हथिनी कुंड बैराज से 4 किलोमीटर की दूरी पर एक बांध बनाया जाएगा लेकिन बाढ़ आने पर वह बांध काम नहीं आएगा क्योंकि बाढ़ रोकने के लिए प्राकृतिक बांध चाहिए। यदि बाढ़ को सही मायने में रोकना है तो भाजपा सरकार को रेणुका बांध जल्दी पूरा करना चाहिए और लखर व्यासी व किशाऊ बांध पर जल्द कार्य शुरू कर पूरा करवाना चाहिए, साथ ही यमुना रिवर फ्रंट भी बनवाया जाए।
अजय यादव ने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय में ईस्टर्न यमुना कैनाल में 2 तिहाई हिस्सा पानी छोड़ा जाता था, जबकि वेस्टर्न यमुना केनाल में एक चौथाई हिस्सा छोड़ा जाता था। भाजपा की मनोहर सरकार पर आरोप लगाए कि महेंद्रगढ़ कैनाल को रेगुलर चलाये जाने की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नही किया गया। पुरानी एसवाईएल कैनाल है, थोड़ा पानी वहां छोड़ा जाना चाहिए था और यही कारण रहे के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा सारी गलती सरकार की तो किसान क्यों भुगते। यादव ने कहा बरसात और बाढ़ के चलते बर्बाद हुई फसल को हरियाणा सरकार मात्र 15000 प्रति एकड़ मुआवजा दे रही है जो कि ऊंट के मुंह में जीरा है। श्यादव ने कहा 15000 से ज्यादा तो किसानों का प्रति एकड़ में खर्चा आ जाता है इसलिए सरकार को कम से कम 40000 प्रति एकड़ किसानों को मुआवजा देना चाहिए।
Comments are closed.