डाबोदा-हेलीमंडी रोड पर राधे-राधे फार्म हाउस में गुरुकुल समारोह
डाबोदा-हेलीमंडी रोड पर राधे-राधे फार्म हाउस में गुरुकुल समारोह
ग्रामीण अंचल के सत्संग कार्यक्रम में गुरूजी के द्वारा दिया गया गुरूमंत्र
श्रद्धालुओं द्वाा पौराणिक वस्तुओं को गुरूजी के समक्ष किया गया प्रदर्शित
संदेश में कहा बुराइयों से बचते हुए दूसरों को भी अच्छाइयों से जोडऩा
फतह सिंह उजाला
पटौदी। डेरा सच्चा सौदा…सिर्फ अध्यात्म ही नहीं, बल्कि देश की पौराणिक कला और संस्कृति को सहेजने के साथ देश-दुनिया के लोगों को सामाजिक बुराईयों, नशों से छुटकारा दिलाने का भी बड़ा माध्यम है। इन दिनों डेरा सच्चा सौदा के गद्दीनशीन संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसा द्वारा चलाए जा रहे ऑनलाइन गुरुकुल में भी यह सब संदेश दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को गुरुग्राम के फर्रूखनगर में डाबोदा मोड़ हेलीमंडी रोड स्थित राधे-राधे फार्म हाउस में ऑनलाइन गुरुकुल समारोह का आयोजन किया गया।
डेरा सच्चा सौदा बरनावा आश्रम से गुरूजी ऑनलाइन गुरुकुल के माध्यम से जो धर्म का प्रचार, कर्म में रुचि, बच्चों, युवाओं में संस्कार, दान-पुण्य करने की प्रेरणा, वंचितों, जरूरतमंदों को आवश्यक सामान देने समेत न जाने कितने समाजहित के कार्यों को गति दे रहे हैं। समाज को वे जहां धर्म से जोड़कर सत्य की राह चलाने की प्रेरणा दे रहे हैं, वहीं कर्म से जोड़कर मेहनत की कमाई करने का संदेश देते हैं। रविवार को देश के अन्य राज्यों के शहरों के साथ गुरूजी ने गुरू की नगरी गुरुग्राम की भी साध-संगत से ऑनलाइन रूबरू होकर फरमाया कि हमें समाजसेवा से जुड़े रहना है। बुराइयों से बचते हुए हमें दूसरों को भी अच्छाइयों से जोडऩा है।
250 लोगों को कम्बल वितरित किए
कार्यक्रम में गुरूजी के समक्ष पौराणिक वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया। इसमें हाथ से अनाज पीसने वाली पत्थर की चक्की, खाना बनाने के लिए मिट्टी का चूल्हा, दूध बिलौना, चटनी बनाने के लिए कुंडी-सोटा, अनाज साफ करने के लिए छाज रखे गए। पौराणिक समय में यह सब काम पुरुषों द्वारा ही किए जाते थे। गुरुग्राम की शाह सतनाम सिंह जी ग्रीन एस. वेलफेयर विंग की ओर से गरीबों को सर्दियों से बचाव के लिए 250 लोगों को कम्बल वितरित किए गए। इसके अलावा 50 जरूरतमंदों को राशन किटें भी वितरित की गई। गुरूजी के स्वागत में यहां रंग-बिरंगे गुब्बारों से पूरा पंडाल सजाया गया था। बबीता यादव एवं विनोद यादव की बेटी अंजलि यादव ने यूएसए में बीबीए करने के लिए गुरूजी से आशीर्वाद लिया।
सामाजिक बुराइयां छोडऩे की रंगोली भी बनाई
इस कार्यक्रम में बहन खुशबू, सिम्मी, शालू, टिशा, कविता, सिमरन, प्रियंका, अर्शिया, विशु, जश्न, मोनिका, आशा और बालक रुहान की ओर से पंडाल में मंच के ठीक के सामने सामाजिक बुराइयां त्यागने का संदेश देती रंगोली भी बनाई गई। रंगों, फूलों के से ये रंगोली तैयार की गई। धूम्रपान को मार दो नहीं तो यह तुम्हें मार देगा स्लोगन से धूम्रपान नहीं करने का का संदेश रंगोली के माध्यम से दिया गया। डेप्थ स्टे फार फ्रॉम ड्रग स्लोगन से ड्रग नहीं लेने का संदेश दिया। रंगोली में नशे की सांकेतिक रंगोली भी बनाई गई। बहनों ने यहां संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसा का भी रंगों और फूलों के मिश्रण से भव्य स्वरूप तैयार किया। भारत के नक्शे के साथ हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई आपस में सब भाई-भाई का संदेश देती रंगोली भी बनाई गई। जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती एक रंगोली सजाई गई, जिसे शीर्षक दिया गया-सेव वाटर, सेव ट्री। ऑनलाइन गुरुकुल में साध-संगत की प्रेरणा से दो शुभदेवी भी नाम-दान लेने पहुंचीं। इसके अलावा काफी संख्या में साधुओं ने भी नाम-दान लिया। नाम-दान लेने के लिए काफी संख्या में स्कूली बच्चे, नेत्रहीन लोग भी पहुंचे।
गीतों पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
ऑनलाइन गुरुकुल कार्यक्रम में बच्चों, बहनों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। जीयेंगे, मर-मिटेंगे देश के लिए…गीत पर सैनिकों की ड्रेस पहनकर बच्चों ने गुरूजी के समक्ष नृत्य किया। हाथों में तिरंगा लहराते बच्चों को गुरूजी ने पावन आशीर्वाद दिया। इसके अलावा जागो देश के लोगो गीत पर भी बेहतरीन नृत्य किया गया। गुरुग्राम से भंगीदास श्याम सुंदर इंसा, राजेंद्र सिरोही ने बताया कि सत्संग की समाप्ति पर सभी को लड्डू का प्रसाद वितरित किया गया। बीमारों को बीमारी के हिसाब से गुरूजी के पावन आशीर्वाद का प्रसाद दिया गया। उन्होंने बताया कि जिलाभर से साध-संगत यहां पहुंची।
Comments are closed.