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गोगामेड़ी की पत्नी की न्याय यात्रा,बच्चियों के साथ महिलाएं शामिल

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गोगामेड़ी की पत्नी की न्याय यात्रा,बच्चियों के साथ महिलाएं शामिल

:मुख्यमंत्री से हुई वार्ता विफल; जयपुर पहुंचकर सीएम हाउस में जौहर की धमकी हनुमानगढ़ श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष रहे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद उनकी पत्नी शीला शेखावत ने हनुमानगढ़ से जयपुर के लिए पैदल न्याय यात्रा शुरू की है। गोगामेड़ी के पैतृक गांव 5 जीजीएम से शुरू हुई पैदल न्याय यात्रा रविवार रात को भादरा कस्बे में रुकी थी। दूसरे दिन आज सुबह 8:15 बजे यात्रा फिर से रवाना हुई। दरअसल, सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ शीला शेखावत के प्रतिनिधियों की 20 मिनट चली वार्ता बेनतीजा रही। वार्ता के विफल होने के बाद यात्रा जारी रखने का निर्णय लिया गया।

इससे पहले रवि

पैदल न्याय यात्रा का ब्रेक
भादरा से करीब 4 किलोमीटर दूर चलने के बाद जय श्रीश्याम धर्मकांटा पर पैदल न्याय यात्रा में मौजूद व्यक्तियों ने चाय-नाश्ता किया।

28 मिनट पहले

वार को पैदल न्याय यात्रा शुरू होते ही पुलिस और प्रशासन ने दो बार समझाइश के लिए रोका, लेकिन शीला शेखावत और राजपूत समाज ने यात्रा जारी रखी। गोगामेड़ी की पत्नी ने सीएम हाउस में जौहर करने की चेतावनी दे रखी है। इसके कारण पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं।

NIA ने अभी तक जारी नहीं किया रेड कॉर्नर नोटिस
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के भाई श्रवण सिंह ने कहा कि सीएम से भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़, पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा, राजपूत सभा भवन के राम सिंह चंदलई सहित गोगामेड़ी और अजीत सिंह के परिजन का एक शिष्टमंडल मिला था। लेकिन, सरकार ने एक माह का समय मांगा तो हमारे समाज ने निर्णय लिया कि अब समय नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने बताया- हमने सीएम से कहा कि अभी तक NIA ने आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी नहीं जारी करवाया है। हम अपनी पैदल न्याय यात्रा जारी रखेंगे।
46 मिनट पहले

‘सरकार शर्म करे, महिलाएं सड़कों पर मासूम बच्चियों के साथ आईं’
गोगामेड़ी के साथ अजीत सिंह की भी हत्या हुई थी। अजीत सिंह की पत्नी रेणु कंवर ने कहा कि मैं भी आज अपनी मासूम बेटी के साथ न्याय यात्रा में शामिल हो गई हूं। जो सरकार तीन महीने में भी कुछ नहीं कर पाई, वह अब एक महीने का समय मांग रही है। सरकार को शर्म आनी चाहिए कि हम औरतों को अपनी मासूम बच्चियों के साथ सड़कों पर आना पड़ा है।

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